भारतीय वायुसेना को ‘हल’ ८३ तेजस लडाकू विमान प्रदान करेगी

नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना और हिंदुस्थान एरॉनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएलहल) ने देश के रक्षाक्षेत्र के सबसे बडे समझौते पर हस्ताक्षर किए है| इस समझौते के तहेत हलभारतीय वायुसेना के लिए ८३ तेजस मार्क१एइस सिंगल लडाकू विमानों का निर्माण करेगा| इससे पहले यह समझौता ५६,५०० करोड रुपयों का रहेगा, यह कहा जा रहा था| पर, अब इस समझौते के तहेत होनेवाला व्यवहार ३९ हजार करोड तक रहेगा और इससे १७ हजार करोड रुपयों की बचत होगी|

तेजस मार्क १के निर्माण के लिए हलने भारतीय रक्षा मंत्रालय और वायुसेना के सामने ५६,५०० करोड रुपयों का प्रस्ताव रखा था| रक्षा मंत्रालय ने यह रकम जाद्या है और इसमें मोल करने की सूचना की थी| इसके अनुसार वायुसेना और हल के अफसर इस समझौते पर पीछले वर्ष से बातचीत कर रहे थे| आखिर में इस समझौते को अंतिम स्वरूप दिया गया है और इसके तहेत ३९ हजार करोड रुपयों का सौदा तय हुआ है|

इस खरीद की फाईल केंद्रीय मंत्रिमंडल की रक्षा समिती को भेजी जाएगी| वर्तमान आर्थिक वर्ष खतम होने से पहले यानी ३१ मार्च से पूर्व इस समझौते को रक्षा समिती की मंजुरी प्राप्त होगी, यह उम्मीद है| भारतीय वायुसेना को प्रगत लडाकू विमानों की जरूरत है और इसके लिए खरीद की प्रक्रिया शुरू की गई है| लडाकू विमानों का निर्माण कर रही दुनिया भर की शीर्ष कंपनियां इस स्पर्धा में उतरी है और अमरिका, फ्रान्स, ब्रिटेन एवं रशियन कंपनियां भारत से लडाकू विमानों का कान्ट्रैक्ट प्राप्त करने के लिए उत्सुक है|

ऐसी स्थिति में भारत ने स्वदेशी निर्माण के तेजसविमानों को प्राथमिकता दी है और इस बारे में हल और वायुसेना में हुआ समझौता लडाकू विमानों का देशांतर्गत निर्माण करने के लिए प्रोत्साहित करनेवाला साबित होगा|

Leave a Reply

Your email address will not be published.