अफ़्रीका उगती बहुस्तंभीय जागतिक व्यवस्था का केंद्र बन सकता है – रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लैवरोव

मॉस्को – ‘अफ़्रीका महाद्वीप में उगती बहुस्तंभीय जागतिक व्यवस्था का केंद्र बनने की क्षमता है। अफ़्रीकी देशों ने उस दिशा में कदम उठाने की शुरुआत भी की है’, ऐसा दावा रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लैवरोव वे किया। लैवरोव इन दिनों अफ़्रीका महाद्वीप के दौरे पर आये होकर, इस साल में यह उनका दूसरा अफ़्रीका दौरा है।

बहुस्तंभीय जागतिक व्यवस्थापिछले ही हफ़्ते रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने ‘अफ़्रीका डे’ की पृष्ठभूमि पर सभी अफ़्रीकी देशों को ‘रशिया-अफ़्रीका समिट’ का आमंत्रण दिया था। राष्ट्राध्यक्ष पुतिन की इस घोषणा के बाद विदेशमंत्री लैवरोव अफ़्रीका दौरे पर दाखिल हुए हैं। अपने दौरे में उन्होंने केनिया, बुरुंडी और मोज़ांबिक इन देशों की भेंट की। इस समय उन्होंने जागतिक स्तर पर अफ़्रीका महाद्वीप के बढ़ते महत्त्व को नमूद कर, यह महाद्वीप नयी जागतिक व्यवस्था का केंद्र बन सकता है, ऐसा दावा किया। 

रशिया-युक्रेन संघर्ष शुरू होने के बाद अफ़्रीका महाद्वीप के कई देशों ने गुटनिरपेक्ष नीति अपनाकर पश्चिमी देशों के मोरचे का साथ देने से इन्कार किया था। इस बात को लेकर अमरीका समेत युरोपीय देशों ने दबाव लाने की कोशिशें करने के बावजूद भी अफ़्रीकी देशों ने अपनी भूमिका क़ायम रखी थी। कुछ दिन पहले युक्रेन के विदेशमंत्री ने भी अफ़्रीका महाद्वीप का दौरा किया होने की जानकारी सामने आयी है। इस दौरे में विदेशमंत्री दिमित्रि कुलेबा ने अफ़्रीकी देशों से सहयोग की उम्मीद ज़ाहिर की, ऐसी ख़बर माध्यमों ने दी थी।

इस पृष्ठभूमि पर, रशिया अफ़्रीका में अपने प्रभाव को अधिक मज़बूत बनाने के लिए कदम उठा रहा होकर, विदेशमंत्री लैवरोव का पाँच महीनों में किया यह दूसरा अफ़्रीका दौरा इसीका भाग साबित होता है। इस दौरे में लैवरोव ने, अफ़्रीकी देशों के साथ व्यापारिक तथा सुरक्षाविषयक संबंध मज़बूत करने का यक़ीन दिलाया। रशिया द्वारा अफ़्रीकी देशों को अनाज तथा रसायनिक खादों की विनामूल्य आपूर्ति की जा रही है। अब तक मलावी, केनिया जैसे देशों में रशिया की सामग्री दाखिल हुई होकर, जल्द ही नाइजेरिया को भी रशियन खादों की आपूर्ति की जायेगी, ऐसी जानकारी लैवरोव ने दी।

लैवरोव के अफ़्रीका दौरे की पृष्ठभूमि पर ही दक्षिण अफ़्रीका ने, ‘ब्रिक्स’ की बैठक के लिए उपस्थित रहनेवाले नेता तथा अधिकारियों को पूरा राजनैतिक संरक्षण होगा, ऐसा घोषित किया। इस घोषणा के कारण, रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन अगस्त महीने में होनेवाली ब्रिक्स परिषद के लिए उपस्थित रह सकेंगे, ऐसे संकेत सूत्रों ने दिये हैं।

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