देश की सीमाओं पर सेना के लिए टनेल्स का निर्माण हो रहा है – लेफ्टनंट जनरल हरपाल सिंह

नई दिल्ली – देश की सीमा पर सेना के हथियारों का भंड़ारण करने के लिए एवं परमाणु हमलों में भी खड़े रहने की क्षमता वाले टेनल्स का निर्माण किया जा रहा है। इसके लिए जरुरी प्रगत सामान इंजिनियर्स को उपलब्ध कराया गया है, यह जानकारी सेना के ‘इंजिनियर इन चीफ’ लेफ्टनंट जनरल हरपाल सिंह ने साझा की। सीमा पर तैनात सेना की क्षमता इससे प्रचंड़ मात्रा में बढ़ेगी, यह विश्‍वास लेफ्टनंट जनरल हरपाल सिंह ने व्यक्त किया। एलएसी पर चीन के साथ निर्माण हुआ तनाव और पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर भारतीय सेना की यह तैयारी ध्यान आकर्षित कर रही है।

टनेल्स का निर्माणदेश की सीमा पर ‘माइक्रो टनेलिंग’ यानी हथियार एवं रक्षा सामान का अतिरिक्त भंड़ारण करने के साथ परमाणु हमलों से भी सुरक्षित रहने की क्षमता वाले छोटे टनेल्स का निर्माण करने का अवसर है। इसके निर्माण के लिए आवश्‍यक प्रगत सामान सेना के इंजिनियर्स को उपलब्ध कराया गया है। सेना के ‘बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन’ (बीआरओ) के ज़रिये सरहदी क्षेत्र में निर्माण हो रही सड़कों के साथ ही इन टनेल्स का निर्माण होने से सरहदी क्षेत्र की कनेक्टिवीटी अधिक बढ़ेगी। इससे सेना को बड़ा लाभ प्राप्त होगा, यह विश्‍वास लेफ्टनंट जनरल हरपाल सिंह ने व्यक्त किया।

बीआरओ’ द्वारा सहरदी क्षेत्र में निर्माण हो रही सड़कों का लाभ स्थानीय लोगों को भी हो रहा है, यह कहकर लेफ्टनंट जनरल हरपाल सिंह ने इस पर संतोष व्यक्त किया। इसी बीच ‘बीआरओ’ ने दुर्गम एवं प्रतिकूल इलाकों में सड़क एवं पुल निर्माण करने के लिए प्राप्त की हुई कुशलता का इस्तेमाल पड़ोसी देशों के लिए किया जा रहा है, यह कहकर इसकी रणनीतिक अहमियत लेफ्टनंट जनरल हरपाल सिंह ने रेखांकित की। दुर्गम इलाकों में यह काम करना आसान नहीं है, इस काम में काफी बड़ी चुनौतियाँ आती रहती हैं। लेकिन, सेना के इंजिनियर्स अपना अनुभव और कुशलता का इस्तेमाल करके इन चुनौतियों को परास्त कर रहे हैं, यह कहकर लेफ्टनंट जनरल हरपाल सिंह ने इन इंजिनियर्स की सराहना की।

इसी बीच, ‘एलएसी’ पर चीन के साथ निर्माण हुए तनाव की पृष्ठभूमि पर इस क्षेत्र की बुनियादी सुविधाओं का विकास देश की सुरक्षा के नज़रिये से काफी अहम साबित होता है। साथ ही पाकिस्तान की ‘एलओसी’ पर हरकतों की वजह से इस क्षेत्र में सेना की तैयारी अधिक ही अहम हो गई है। पाकिस्तान ने अपने पास कम क्षमता के परमाणु बम होने का बयान करके इनका हमारे खिलाफ कार्रवाई करनेवाली भारतीय सेना दलों पर इस्तेमाल किया जाएगा, ऐसी धमकियाँ भी दीं थी। इस वजह से सीमा पर परमाणु हमलों में भी सुरक्षित रहनेवाले टनेल्स का निर्माण करने से संबंधित खबर को काफी बड़ी सामरिक अहमियत प्राप्त होती दिखाई दे रही है।

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