इस्रायल ने सेना को दिए ईरान के खिलाफ सज्जित होने के आदेश – अमरिकी वेबसाईट का दावा

अर्लिंग्टन – २० जनवरी के दिन ज्यो बायडेन अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष पद की ज़िम्मेदारी का स्वीकार करने से पहले राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ईरान पर हमला कर सकते हैं। ऐसा होने पर सीधे ईरान द्वारा अथवा सीरिया, लेबनान एवं गाज़ापट्टी में मौजूद ईरान से जुड़े आतंकी गुटों द्वारा इस्रायल पर हमला किया जा सकता है। इसे ध्यान में रखकर इस्रायल के रक्षा मंत्रालय ने अपनी सेना को, ईरान के खिलाफ सज्जित रहने के आदेश दिए हैं। अमरिकी वेबसाईट ने इस्रायली अधिकारी के हवाले से यह समाचार प्रकाशित किया है।

बायडेन अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष होने से पहले का समय काफी संवेदनशील होने का दावा अमरिकी वेबसाईट ने किया है। इसके लिए इस वेबसाईट ने पिछले दो सप्ताहों की गतिविधियों की मिसाल दी है। सन २०१५ में हुए परमाणु समझौते का उल्लंघन करके, १२ गुना अधिक संवर्धित युरेनियम का भंड़ार करनेवाले ईरान पर हमला करने की तैयारी अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने की थी। लेकिन, प्रशासन के वरिष्ठ अफसरों के विरोध के बाद ट्रम्प ने अपना निर्णय पीछे लिया और अन्य विकल्पों का विचार शुरू किया था। साथ ही, अमरीका ने ईरान पर हमला करने का विकल्प अभी छोड़ा नहीं है, यह चेतावनी भी इस अधिकारी ने दी थी। ‘द न्यूयॉर्क टाईम्स’ नामक अमरिकी समाचार पत्र ने, ट्रम्प प्रशासन के अधिकारी का हवाला देकर यह वृत्त जारी किया है, इस पर भी वर्णित वेबसाईट ने ध्यान आकर्षित किया है।

इस समाचार पर ट्रम्प प्रशासन ने बयान नहीं किया था। लेकिन पिछले दो सप्ताहों में, ट्रम्प ने यकायक नियुक्त किए हुए अस्थायी रक्षामंत्री ख्रिस्तोफर मिलर ने इस्रायल के रक्षामंत्री बेनी गांत्ज़ के साथ दो बार चर्चा की है। सीरिया में जारी गतिविधियों के साथ ही, अमरीका और इस्रायल के रक्षा सहयोग के मुद्दे पर इन दो रक्षामंत्रियों की चर्चा होने का दावा अमरिकी वेबसाईट ने किया है। ये गतिविधियाँ जब जारी थीं, उस दौरान इस्रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने रविवार के दिन सौदी अरब का दौरा करके क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की। इस दौरान इस्रायल और सौदी के नेताओं के बीच ईरान के मुद्दे पर चर्चा होने का दावा इस्रायली अफ़सर ने किया है, ऐसा अमरिकी वेबसाईट ने अपनी खबर में कहा है।

अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ की मौजूदगी में, क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान और प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू की चर्चा हो रही थी, तभी अमरीका के ‘बी-५२ बॉम्बर’ विमान खाड़ी क्षेत्र में दाखिल हुए हैं। इसी दौरान ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्ला खामेनी के सलाहगार हुसेन देहघान ने अमरीका को धमकाया था। अमरीका ने यदि ईरान पर हमला किया, तो खाड़ी क्षेत्र में सर्वंकष युद्ध शुरू होगा, यह धमकी देहघान ने दी थी, इस ओर भी इस अमरिकी वेबसाईट ने ग़ौर फ़रमाया।

अमरीका का हमला होने पर, ईरान अपने क्षेत्र में स्थित अमरीका के मित्रदेशों पर हमलें करके प्रत्युत्तर देगा, यह धमकी ईरान ने पहले ही दी थी। इस वजह से, इस्रायल को ही ईरान के हमलों का सबसे अधिक खतरा बना है। ईरान से जुड़ी हिज़बुल्लाह, हमास, इस्लामिक जिहाद एवं सीरिया तथा इराक में मौजूद आतंकी गुटों द्वारा या सीधा हमला करके ईरान इस्रायल को लक्ष्य कर सकता है। इस कारण, इस्रायल के रक्षा मंत्रालय ने अपनी सेना को दिए हुए सज्जित होने के आदेश ग़ौरतलब साबित हो रहे हैं।

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