महाराष्ट्र के कुछ भागों में ‘लॉकडाऊन’ बढ़ने की संभावना – राज्य के स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे

मुंबई – देश में जारी २१ दिन के ‘लॉकडाऊन’ की कालावधी हालाँकि १४ अप्रैल को ख़त्म हो रही है, मग़र फिर भी राज्य के मुंबई तथा अन्य शहरों में ‘लॉकडाऊन’ कुछ हफ़्तों तक बढ़ाया जा सकता है, ऐसा राज्य के स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे ने कहा है। देश में लागू किये गए ‘लॉकडाऊन’ के अवधि ख़त्म होने तक कोरोनावायरस के मरीज़ों की संख्या घटेगी ऐसी उम्मीद है। लेकिन फिलहाल तो इस संक्रमण के मरीज़ों की संख्या बढ़ रही है। इस कारण, ‘लॉकडाऊन’ की कालावधि ख़त्म होते समय कैसी स्थिति होगी उसपर अगला निर्णय निर्भर करेगा, ऐसा स्वास्थ्यमंत्री टोपे ने कहा।

शुक्रवार को राज्य में ६७ नये मरीज़ पाये गए थे। पिछले चार दिनों से राज्य में हररोज़ ७० से ८० मरीज़ पाये जा रहे हैं। इससे महज़ चार दिनों में ही इस संक्रमण के मरीज़ों की संख्या बढ़कर दुगुनी होकर, ५०० के निकट पहुँची है। इनमें से सबसे अधिक मरीज़ मुंबई तथा आसपास के परिक्षेत्र के हैं। शुक्रवार को राज्य में ६ मरीज़ों की मौत हुई। इनमें से चार लोग महामुंबई परिक्षेत्र के हैं। इससे राज्य में इस संक्रमण से मृत हुए लोगों की संख्या २६ हुई है। देश में कोरोना के सबसे अधिक मरीज़ महाराष्ट्र में पाये गए हैं और सबसे अधिक मृत्यु भी महाराष्ट्र में ही हुए हैं। साथ ही, धारावी जैसे, एशिया के सबसे अधिक घनी आबादीवाले और भीड़वाले भाग में मरीज़ पाये गए हैं। बुधवार को धारावी में मृत हुआ मरीज़ यह दिल्ली के तबलिघी जमात के कार्यक्रम से लौटे हुए शख़्स के संपर्क में आया था, ऐसी नयी जानकारी सामने आयी है।

इसके अलावा, मुंबई हवाई अड्डे पर तैनात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआयएसएफ) ११ जवान कोरोना पॉझिटिव्ह पाये गए हैं। ये सब महामुंबई परिक्षेत्र के तहत आनेवाले पनवेल के पास के कळंबोली स्थित सीआयएसएफ कर्मचारियों की ईमारत में वास्तव्य कर रहे थे। इससे पहले मुंबई हवाई अड्डे पर तैनात एक पुलीस हवालदार भी कोरोना पॉझिटिव्ह पाय गया था। मुंबई के अलावा पुणे, नागपुर, जळगाव, नगर में भी कोरोना मरीज़ बढ़ रहे हैं।

इस पार्श्वभूमि पर, राज्य के स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे ने, मुंबई तथा राज्य के अन्य कुछ शहरों में ‘लॉकडाऊन’ बढ़ाया जा सकता है, ऐसे संकेत दिए हैं। ”देशभर में लागू ‘लॉकडाऊन’ के ख़त्म होने तक राज्य में मरीज़ों की संख्या घटेगी ऐसी उम्मीद है। लेकिन फिलहाल तो मरीज़ों की संख्या बढ़ रही है। १४ अप्रैल के बाद मुंबई जैसे शहर का ‘लॉकडाऊन’ पूरी तरह हटाया नहीं जायेगा। ‘लॉकडाऊन’ की यह कालावधि कुछ हफ़्तों तक बढ़ाया जा सकता है। लेकिन उस समय मरीज़ों की संख्या तथा अन्य परिस्थिति का जायज़ा लेकर निर्णय लिया जायेगा”, ऐसा स्वास्थ्यमंत्री टोपे ने कहा है।

इसी बीच दो दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सब राज्यों के मुख्यमंत्रियों से व्हिडिओ कॉन्फरसिंग के ज़रिये चर्चा की थी। उस समय, ‘लॉकडाऊन ख़त्म हुआ यानी सब कुछ ख़त्म हुआ ऐसा नहीं होगा। इसलिए राज्यों को कुछ ऐसा नियोजन करना पड़ेगा, जिससे कि ‘लॉकडाऊन’ ख़त्म होने पर नागरिक तुरंत सड़कों पर भीड़ नहीं करेंगे। संचार निर्बंध धीरे धीरे क्रमानुसार हटाये जायें’ ऐसी सूचनाएँ दी थीं। इस पार्श्वभूमि पर भी, स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे ने ज़ाहिर की हुई, मुंबई जैसे शहर में ‘लॉकडाऊन’ बढ़ने की संभावना की ओर देखना होगा।

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