जागतिक इंटरनेट सेवा ‘डिस्कनेक्ट’ करके रशिया ने किया ‘स्वतंत्र इंटरनेट यंत्रणा’ का प्रयोग हुआ कामयाब – रशियन सरकार का दावा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरमास्को: जागतिक इंटरनेट यंत्रणा के साथ बने संबंध पूरी तरह से तोडकर सीर्फ रशिया के लिए तैयार की गई इंटरनेट यंत्रणा का परीक्षण कामयाब होने का दावा रशिया की सरकार ने किया| पिछले हफ्ते में रशिया के अलग अलग हिस्सों में यह परीक्षण किए गए है इसमें रशियन सरकार से जुडी यंत्रणा, रशिया की इंटरनेट कंपनियां और स्थानिय स्तर पर इंटरनेट सेवा प्रदान कर रहे उपक्रम शामिल थे, यह बात सरकार ने साझा की है| मई महीने में रशिया ने ‘सॉव्हरिन इंटरनेट लॉ’ पारित किया और देशांतर्गत स्वतंत्र इंटरनेट व्यवस्था का निर्माण करने की कोशिशों को गति दी थी|

रशिया के १४ करोड जनता में से करीबन ७८ प्रतिशत नागरिकों तक इंटरनेट पहुंचा होने की बात समझी जा रही है| दुनिया की जनसंख्या की तुलना में इंटरनेट का प्रसार होनेवाले देशों में रशिया आगे है| वर्ष २०१२ तक रशिया में इंटरनेट पर ज्यादा प्रतिबंध नही थे और इस वजह से इंटरनेट का प्रसार काफी तेजी में होने की बात कही जा रही है| पर, इसके बाद रशियन हुकूमत ने धीरे धीरे इंटरनेट पर प्रतिबंध लगाना शुरू किया| ‘स्वतंत्र इंटरनेट’ यही इन प्रतिबंधों का अगला स्तर समझा जा रहा है|

रशियन सरकार ने ‘रुनेट’ नाम से इंटरनेट की तरह ही इस्तेमाल करना संभव होनेवाली ‘इंट्रानेट सिस्टिम’ तैयार की है| जागतिक इंटरनेट यंत्रणा के साथ जारी व्यवहार पुरी तरह से खंडित करने के बाद ‘रुनेट’ के जरिए रशिया में इंटरनेट सेवा कार्यान्वित रह सकती है, यह दावा रशियन सरकार ने किया है| इस विषय की तांत्रिक जानकारी साझा नही की गई है और परिक्षण का रपट राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के सामने रखा गया है, यह भी बताया जा रहा है| मई महीने में इस मुद्दे पर कानून पारित करते समय वर्ष २०२१ तक रशिया की स्वतंत्र इंटरनेट पुरी तरह से कार्यान्वित होगी, यह वादा किया गया था|

पिछले हफ्ते में किए परिक्षण सफल होने से रशिया ने स्वतंत्र इंटरनेट यंत्रणा का निर्माण करने की दिशा में पुख्ता कदम उठाया होने की बात स्पष्ट हुई है और यह कारनामा करनेवाला रशिया दुनिया का एकमेव देश साबित हुआ है| रशिया का यह स्वतंत्र इंटरनेट यानी वर्तमान में शुरू इंटरनेट के व्यवहारों पर कडे प्रतिबंध लगाने की कोशिश होने की आलोचना स्वयंसेवी गुट कर रहे है| इस मुद्दे पर रशिया में भी प्रदर्शन शुरू हुए है पर, इस ओर राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने पुरी तरहे से अनदेखा किया है|

इस वर्ष के शुरू में रशिया के ‘ऑर्थोडॉक्स चर्च’ के प्रमुख ‘पैट्रिआर्क किरिल’ ने ‘वर्ल्डवाईड वेब’ (इंटरनेट) का संबंध एंटीख्रिस्ट यानी के ‘ख्रिस्तविरोधी’ होनेवाले ताकतवर नेतृत्व के साथ करके सनसनी फैलाई थी| ‘एच जगह से पुरी तरह से नियंत्रण रखा जाना, यह गतिविधि उसके आने के संकेत देनेवाली साबित होती है’, यह इशारा भी ‘ऑर्थोडॉक्स चर्च’ के प्रमुख ‘पैट्रिआर्क किरिल’ ने दिया था|

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