‘आयएस’ अमरीका पर हमला करने की तैयारी में

गुप्तचरप्रमुख की चेतावनी

US Clapper

इस वर्ष अमरीका में आतंकवादी हमलें करने का निर्धार ‘आयएस’ के नेताओं ने किया है। अमरीका के अति-महत्त्वपूर्ण स्थानों और व्यक्तियों को लक्ष्य बनाने की योजना पर ‘आयएस’ काम कर रहा है, ऐसी चेतावनी अमरीका के गुप्तचरप्रमुख ने दी है। अमरीका के साथ साथ पुरी दुनिया में विध्वंसक हमलें करने की क्षमता इस ख़तरनाक संगठन के पास है, इसका एहसास भी अमरीका के गुप्तचरप्रमुख ने अमरिकी संसद की समिति को संबोधित करते समय करा दिया।

अमरीका के ‘नॅशनल इंटेलिजन्स’ के प्रमुख जेम्स क्लॅपर तथा ‘डिफ़ेन्स इंटेलिजन्स एजन्सी’ के प्रमुख  लेफ़्टनंट जनरल व्हिन्सेंट स्टुअर्ट ने, ‘आयएस’ आतंकवादी हमलों की कगार पर होने कई चेतावनी अमरिकी संसद में दी। ‘आयएस’ फ़िलहाल दुनिया का सबसे ख़तरनाक आतंकवादी संगठन होकर, अमरीका स्थित कट्टरपंथीय समर्थकों की सहायता से देश भर में आतंकी हमलें करा सकती है, ऐसा अनुमान क्लॅपर ने  ज़ाहिर किया। सन २०१४ में अमरीका में ‘आयएस’ के नौ समर्थकों को गिरफ़्तार किया गया था। लेकिन सन २०१५में इसमें पूरे पाँच गुना वृद्धि हुई है, ऐसी चिंता भी उन्होंने प्रदर्शित की।

US ISISक्लॅपर ने ‘आयएस’ के दुनियाभर में बढ़ते जा रहे विस्तार की ओर अमरिकी संसद का ध्यान आकर्षित किया। आखाती देश तथा अफ़्रिका स्थित अस्थिरता का फ़ायदा उठाकर ‘आयएस’, अमरीका के विरोध में आतंकवादी हमलों की साज़िशें कर हमलें कर सकता है, ऐसा दावा भी ‘नॅशनल इंटेलिजन्स’ के प्रमुख ने किया। गत चार वर्षों में तक़रीबन ३६ हज़ार से भी अधिक विदेशी नागरिक ‘आयएस’ के संघर्ष में सहभागी हुए होने की बात सामने आयी है। उनमें छ: हज़ार से भी अधिक पश्चिमी देशों में से होकर, ये प्रशिक्षित आतंकवादी युरोप एवं अमरीका में आतंकवादी हमलें करा सकते हैं, ऐसी चेतावनी भी क्लॅपर ने दी।

‘डिफ़ेन्स इंटेलिजन्स  एजन्सी’ के प्रमुख  लेफ़्टनंट जनरल व्हिन्सेंट स्टुअर्ट ने भी क्लॅपर ने दी हुई चेतावनी की पुष्टि की है। ‘आयएस’ शुरुआती दौर में युरोपीय देशों में हमलें करेगा और फिर उसी प्रकार के हमलें अमरीका में करने की कोशिशें करेगा, ऐसा स्टुअर्ट ने अपनी चेतावनी में कहा है। आनेवाले समय में आतंकी हमलों में ‘आयएस’ के नेता ‘लोन अ‍ॅटॅकर्स’ को प्रधानता देने के बजाय, साज़िश करके आतंकवादी गुटों से हमले करवायेंगे, ऐसी संभावना भी उन्होंने व्यक्त की।

‘आयएस’ के साथ साथ ‘अल कायदा’ एवं अन्य आतंकवादी संगठन भी पुन: प्रबल हो रहे होने की चेतावनी अमरीका के गुप्तचरप्रमुख ने दी है। फ़्रान्स में सन २०१५ की शुरुआत में हुए आतंकवादी हमले में ‘अल कायदा इन अरेबियन पेनिन्सुला’ का हाथ था, इस बात पर क्लॅपर ने ग़ौर फ़रमाया। ये पुन: सक्रिय हो रहे आतंकवादी गुट नज़दीकी समय में अमरीका तथा युरोप के हितसंबंधों पर आतंकवादी हमलें कर सकते हैं, ऐेसी चेतावनी भी क्लॅपर ने दी।

‘आयएस’ इस आतंकवादी संगठन का केंद्र भले ही इराक एवं सिरिया हों, मग़र फिर भी अफ़्रिका और एशिया में भी इस आतंकवादी संगठन के समर्थक रहनेवाले गुट हैं। इस कारण यह आतंकवादी संगठन फिलहाल दुनिया के सामने रहनेवाला सबसे बड़ा ख़तरा है, ऐसा भी जेम्स क्लॅपर ने कहा। गत वर्ष अमरीका तथा युरोप में हुए आतंकवादी हमलों में ‘आयएस’ एवं समर्थकों का हाथ होने की बात स्पष्ट हुई थी। इस पार्श्वभूमि पर, अमरीकी गुप्तचर अधिकारियों ने ‘आयएस’ के संभाव्य हमलों के बारे में दी हुई चेतावनी ग़ौरतलब है।

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