चीन के ‘स्पाइ बलून’ नष्ट करने की जापान और ताइवान की कड़ी चेतावनी – ताइवान के उप-प्रधानमंत्री जापान के ऐतिहासिक दौरे पर

ताइपे/टोकियो – चीन का ‘स्पाइ बलून’ राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बना तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, हमला करके यह बलून नष्ट किया जाएगा, ऐसी चेतावनी जापान और ताइवान ने दी। अमरीका की तरह जापान और ताइवान की हवाई सीमा पर चीन के स्पाइ बलून ने गश्त लगाई थी, ऐसी खबरें ब्रिटिश समाचार चैनल ने प्रसिद्ध की। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए जापान और ताइवान ने चीन को आगाह किया है। इसके बाद ताइवान के उप-प्रधानमंत्री चेंग वेन-त्सान जापान के ऐतिहासिक दौरे पर दाखिल हुए। २९ साल बाद ताइवान के किसी वरिष्ठ नेता ने जापान का दौरा करने का यह पहला अवसर है। चीन के हमले का खतरा बढ़ रहा है और ऐसे में ताइवान-जापान सहयोग बढ़ाने की कोशिश करते दिख रहे हैं।

इस वर्ष के शुरू में चीन के ‘स्पाइ बलून’ ने अमरिकी सीमा में लगभग एक हफ्ता उड़ान भरी थी। जासूसी के लिए इस्तेमाल हो रहे इन बलून्स ने अमरीका के ‘न्युक्लियर सायलोज’ की जानकारी प्राप्त करने का आरोप अमरीका के सैन्य विश्लेषकों ने लगाया था। पूरे देश में इसकी आलोचना होने के बाद बायडेन प्रशासन ने चीन के इस स्पाइ बलून को मार गिराया था। इसके बाद चीन के इस बलून ने कनाड़ा में प्रवेश करके जासूसी करने के मामले सामने आए थे। अमरीका और कनाड़ा पर ऐसे जासूसी करने से पहले ही चीन ने ताइवान और जापान में भी चीन ने स्पाइ बलून भेजा था, ऐसी जानकारी ब्रिटे के शीर्ष समाचार चैनल ने साझा की है।

वर्ष २०२१ के सितंबर महीने में चीन के स्पाइ पलून ने ‘साउथ चाइना सी’ पर उड़ान भरकर ताइवान और बाद में जापान की हवाई सीमा में गश्त लगाई थी, ऐसा इस समाचार चैनल ने कहा हैं। अपने इस दावे का समर्थन करने के लिए वर्णित समाचार चैनल ने सैटेलाईट से प्राप्त फोटो भी जारी किए। पूर्व एशिया में ताइवान और जापान ही चीन के स्पाइ बलून का प्रमुख लक्ष्य था, ऐसा इस खबर में कहा है। चीन की इस जासूसी पर जापान और ताइवान के सैन्य अधिकारियों ने सख्त प्रतिक्रिया बयान की। इसके आगे चीन का स्पाइ बलून राष्ट्रीय सुरक्षा को चुनौती देता हैं या खतरा बनता देखा जाता है तो उसके खिलाफ वहीं के वहीं कार्रवाई की जाएगी, ऐसा जापान और ताइवान के सेना अधिकारियों ने घोषित किया है।

इसके कुछ घंटे बाद ही ताइवान के उप-प्रधानमंत्री ने जापान के शासक ‘लिबरल डेमोक्रैटिक पार्टी के अध्यक्ष तोशिमीत्सू मोतेगी से चर्चा की। जापान और ताइवान को एक समान भू-राजनीतिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा हैं, ऐसा उप-प्रधानमंत्री वेन-त्सान ने कहा। स्पष्ट ज़िक्र किए बिना ताइवान के उप-प्रधानमंत्री वेन-त्सान ने चीन से उभरते खतरे पर ध्यान आकर्षित किया। साथ ही जापान और ताइवान के बीच काफी करीबी आर्थिक और व्यापारीक सहयोग होने का ऐलान चेंग वेन-त्सान ने किया।

इसी बीच, ताइवान के उप-प्रधानमंत्री का यह जापान दौरा चीन को संदेश दे रहा है, ऐसा दावा जापान के स्थानीय माध्यम कर रहे हैं। पूर्व एशिया में चीन की बढ़ती आक्रामकता के खिलाफ जापान औड़ ताइवान की एकजूट होने के संकेत उप-प्रधानमंत्री वेन-त्सान ने अपने इस दौरे से दिए है, ऐसा माध्यमों का कहना है।

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