प्रधानमंत्री मोदी के दौरे में भारत-इजिप्ट के बीच हुआ रणनीतिक सहयोग का समझौता

कैरो – अपने द्विपक्षीय सहयोग को ‘स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप’ यानी रणनीति सहयोग में तब्दिल करने के लिए भारत और इजिप्ट ने समझौता किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इजिप्ट के राष्ट्राध्यक्ष अब्देल फातेह अल-सिसी ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए और इससे दोनों देशों के संबंध नई उंचाई प्राप्त करेंगे, यह विश्वास व्यक्त किया जा रहा है। अफ्रीका और खाड़ी देशों को जोड़ रहे इजिप्ट के साथ भारत का रणनीतिक सहयोग करीबी समय में काफी अहम साबित होगा, ऐसा विश्लेषक कह रहे हैं। इस दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इजिप्ट के सर्वोच्च नागरी पुरस्कार ‘ऑर्डर ऑफ नाईल’ देकर सम्मानित किया गया।

प्रधानमंत्री मोदी अमरीका के दौरे से इजिप्ट पहुंचे थे। इस वर्ष भारत के गणतंत्र दिवस के प्रमुख अथिती के तौर पर इजिप्ट के राष्ट्राध्यक्ष अब्देल फातेह अल-सिसी को आमंत्रित किया गया था। उस समय उन्होंने भारत और इजिप्ट के बीच रणनीतिक भागीदारी करने का प्रस्ताव दिया था। प्रधानमंत्री मोदी के दौरे में दोनों देशों के इस रणनीतिक भागीदारी का समझौता किया ग या। इस वजह से दोनों देशों का व्यापार, निवेश, रक्षा, विज्ञान और शिक्षा स्तर का सहयोग काफी बढ़ेगा। इसमें दोनों देशों के नागरिकों का एक-दूसरे से संवाद बढ़ाने के सहयोग का समावेश है।

इसके साथ ही कृषी क्षेत्र एवं प्राचीन वस्तूओं की रक्षा संबंधित सहयोग करने के लिए भी समझौता किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी को इजिप्ट के सर्वोच्च नागरी पुरस्कार ऑर्डर ऑफ द नाईल से सम्मानित किया गया। इस दौरे में प्रधानमंत्री ने इजिप्ट में ११ वीं सदी में निर्माण की गई अल-हकीम मस्जिद की यात्रा की। साथ ही प्रधानमंत्री ने इजिप्ट में मौजूद भारत से जुड़े बोहरा समाज से संवाद किया। साथ ही प्रधानमंत्री ने पहले विश्व युद्ध में इजिप्ट और एडन में लड़कर अपना बलिदान देने वाले ४,३०० भारतीय सैनिकों के स्मारक पहुंचे। इसके अलावा प्रधानमंत्री इजिप्ट के विश्व प्रसिद्ध ‘पिरॅमिडस्‌‍ ऑफ गिझा’ भी गए। इजिप्ट के विभिन्न क्षेत्र के प्रमुख गणों के साथ प्रधानमंत्री ने चर्चा की।

एशिया और अफ्रीकी महाद्वीप को जोड़ने वाले अहम देश इजिप्ट के साथ भारत का सहयोग आगे के समय में अहम साबित होगा, ऐसा दावा किया जा रहा है। रणनीतिक नज़रिये से बड़े अहम इजिप्ट में चीन ने काफी निवेष किया है। लेकिन, चीन के निवेष का खतरा इजिप्ट को भी समझ आया है और यह देश अब भारत के अपने संबंधों को रणनीतिक सहयोग में तब्दिल कर रहा हैं। आगे के समय में भारत और इजिप्ट का व्यापार इससे काफी बढ़ेगा। साथ ही भारतीय कंपनियों के लिए इजिप्ट के बाज़ार में नए अवसर उपलब्ध होंगे। उसके आगे जाकर अरब-खाड़ी देशों में भारत के प्रभाव का दायरा इजिप्ट के सहयोग की वजह से काफी बढ़ सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.