अफ़गानिस्तान में हुए आतंकी हमले में ५९ लोगों की मृत्यु

काबूल – अफ़गानिस्तान में मंगलवार के दिन हुए भीषण आतंकी एवं आत्मघाती हमलों में कुल ५९ लोग मारे गए हैं। इन हमलों में घायल हुए लोगों की स्थिति बड़ी नाजूक हैं और इस कारण इन हमलों के मृतकों की संख्या बढ़ने का ड़र व्यक्त किया जा रहा है। तालिबान ने इन हमलों की ज़िम्मेदारी ठुकराई है। लेकिन अफ़गानिस्तान की सरकार ने इन हमलों के लिए तालिबान को ही ज़िम्मेदार कहा है और अफ़गान सेना को तालिबान पर तीव्र हमलें करने के आदेश दिए हैं। ‘राष्ट्राध्यक्ष गनी युद्ध पुकार रहे हैं और तालिबान इसका ज़वाब दिए बगैर नहीं रहेगा, यह चेतावनी तालिबान ने दी है। इससे कुछ घंटे बाद ही अफ़गान सेना ने बल्ख़ प्रांत में हवाई हमलें करके ३६ तालिबानी आतंकियों को ढ़ेर करने की ख़बर प्राप्त हुई है।

मंगलवार के दिन सेना की वर्दी पहनकर पहुँचे हमलावरों ने, काबूल के एक अस्पताल को लक्ष्य किया। शुरू में इस अस्पताल के परिसर में बम धमाके हुए। इसके बाद हमलावरों ने गोलीबारी शुरू की। अफ़गान सेना और पुलिस ने इन हमलावरों के विरोध में तुरंत ज़वाबी कार्रवाई शुरू की। इस दौरान हुई मुठभेड़ में ३४ लोग मारे गए। मारे गए लोगों में नवजात शिशु एवं उनकी माताओं का समावेश है। मानवता को कालिख़ पोछनेवाले इस कायराना हमले की फ़ोटो माध्यमों में प्रकाशित हुए हैं। इसके कुछ ही घंटे बाद अफ़गानिस्तान एक और आतंकी हमले से दहल गया।

अफ़गानिस्तान के नांगरहार प्रांत में यह आत्मघाती हमला किया गया। एक पुलिस कमांड़र की शवयात्रा निकली थी। इस यात्रा में काफ़ी लोगों की भीड़ इकठ्ठा हुई थी। इसी भीड़ को आत्मघाती हमलावरों ने लक्ष्य किया। इस दौरान हुए बम धमाके में २५ लोग मारे गए और ७० से भी अधिक लोग घायल हुए हैं। इस हमले की ज़िम्मेदारी आतंकी ‘आयएस’ संगठन ने स्वीकारी होने की ख़बर माध्यमों ने दी है। इस हमले के बाद अफ़गानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी ने क्रोधित प्रतिक्रिया दर्ज़ की हैं। राष्ट्राध्यक्ष अश्रफफ गनी ने अफ़गानिस्तान के सुरक्षा दलों को तालिबान पर भीषण हमलें करने के आदेश दिये हैं।

अफ़गानिस्तान में हुए ये दो हमलें काफ़ी भयंकर थे और उन्हें नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता। यह शैतानी वृत्ति का काम है, ऐसा कहकर अमरीका के विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने इन हमलों की कड़े शब्दों में निंदा की। इसी बीच भारत ने, ये हमलें भयंकर हैं, यह कहकर इन हमलों की कड़ी निंदा की हैं। यह हमला मानवता के विरोध में किया गया है, यह बात भारतीय विदेश मंत्रालय ने कही।

इससे पहले रविवार के दिन भी अफ़गानिस्तान में बम धमाकों की श्रृंखला की गई थी। सौभाग्यवश् इन हमलों में जान का नुकसान नहीं हुआ। अमरीका और तालिबान में शांति समझौता होने के बाद, अफ़गानिस्तान में तालिबान के हमलें कम होने के बज़ाय बढ़ रहें हैं। इस कारण शांति समझौते के लिए भी ख़तरा बना है।

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