लद्दाख के ‘एलएसी’ पर तनाव कम करने के लिए भारत और चीन की चर्चा का १४ वां दौर

नई दिल्ली – लद्दाख के ‘एलएसी’ पर तनाव कम करने के लिए भारत और चीन के सैन्य अधिकारियों की चर्चा का १४ वां दौर शुरू हो रहा है। ‘एलएसी’ के चुशूल मॉल्दो पर यह चर्चा होगी। इस चर्चा से भारत को काफी उम्मीदें होने का बयान सैन्य अधिकारियों ने किया है। पर चीन पर भरोसा नहीं किया जा सकता, यही भावना भारत की सरकार और सेना में दृढ़ होने की जानकारी सूत्रों ने साझा की है। इस चर्चा के दौर की जानकारी सामने आ रही है तभी चीन के सरकारी माध्यमों ने भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह कोरोना संक्रमित होने का मुद्दा उठाकर भारतीय सेना में यह विषाणु संक्रमित होने का दावा किया है।

चर्चा का १४ वां दौरबुधवार की सुबह को ९.३० बजे दोनों देशों के सैन्य अधिकारीयों की यह चर्चा शुरू होगी। इससे पहले चर्चा का १३ वां दौर अक्तुबर में हुआ था। इस दौरान लद्दाख के ‘एलएसी’ पर तनाव कम करने के लिए भारतीय सेना ने चीन को प्रस्ताव दिया था। लेकिन, भारत का प्रस्ताव अवास्तव एवं स्थिति से मेल ना करने का बयान चीन ने किया था। साथ ही भारत अपनी क्षमता से काफी ज्यादा माँग कर रहा है, ऐसी बयानबाजी भी चीन के सरकारी माध्यमों ने की थी। इस वजह से चर्चा का यह १३ वां दौर नाकाम हुआ था।

बुधवार के शुरू हो रहे चर्चा के १४ वें दौर से भी ज्यादा कुछ हासिल होने की संभावना नहीं है। पिछले कुछ दिनों से चीन ने लद्दाख के एलएसी पर हम वर्चस्व बनाए होने का भ्रम निर्माण किया था। नए साल के शुरू में गलवान घाटी में चीन का राष्ट्रध्वज लहराने का वीडियो भी चीन के माध्यमों में जारी किया गया था। भारतीय इसका संज्ञान लें, इसका प्रावधान भी चीन ने किया था। यह चीन की मनोदबाव नीति का हिस्सा होने की बात स्पष्ट हुई थी। लेकिन, भारतीय सेना ने गलवान घाटी में जहां पर दोनों देशों की सेनाओं में मुठभेड़ हुई थी, वहां के फोटो जारी करके भारतीय सैनिक वहां पर तैनात होने की बात दिखाई थी।

इसके बाद बेचैन हुए चीन के सरकारी माध्यमों ने आवाहन किया था कि, भारत युद्धज्वर ना फैलाए। इसके बाद के दिनों में भी चीन ने भारत को उकसानेवाली हरकतें जारी रखीं थी। अरुणाचल प्रदेश के कुछ ठिकानों के नाम बदलकर चीन ने ‘एलएसी’ पर तनाव बनाए रखा था। भारत के विदेश मंत्रालय ने इस पर मुँहतोड़ प्रत्युत्तर दिया। लेकिन, इस वजह से भारत के साथ जारी सीमा विवाद का हल निकालने के साथ ‘एलएसी’ पर तनाव कम करने को लेकर चीन गंभीर ना होने की बात फिर से साबित हुई है।

इस पृष्ठभूमि पर हो रही चर्चा के १४ वें दौर से भी ज्यादा कुछ हासिल होने की संभावना ना होने की बात अभी से देखी जा रही हैं। चीन के सरकारी अखबार ‘ग्लोबल टाईम्स’ के पूर्व संपादक हू शिजिन ने भारत के रक्षामंत्री कोरोना संक्रमित होने की जानकारी सोशल मीडिया पर देकर इसे भारत की सैन्य क्षमता से जोड़ दिया है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह कोरोना संक्रमित होने से भारतीय सेना में यह संक्रमण फैलता जा रहा है। इससे भारतीय सेना की क्षमता पर बड़ा असर पड़ेगा, यह दावा शिजिन ने किया। इस तरह के हास्यास्पद दावे करके चीन अपनी जनता के सामने भारतीय सेना कमजोर होने का भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहा है। लद्दाख के ‘एलएसी’ की कड़ी ठंड़ में चीनी सेना के सैनिकों की स्थिति काफी खराब होने को ध्यान में रखते हुए भारतीय सेना के विरोध में ऐसा झूठा प्रचार जारी रखना अब चीन की काफी बड़ी ज़रूरत बनी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.