रशिया की पहल से गठित ‘युरेशियन युनियन’ के व्यवहार में स्थानीय चलनों के उपयोग में वृद्धि – अमरिकी डॉलर का इस्तेमाल रोकने के लिये शुरू कोशिषों को सफलता

Third World Warमास्को: रशिया की पहल से बने ‘युरेशियन युनियन’ में अमरिकी डॉलर से दूर रह कर व्यवहार में स्थानीय चलनों का इस्तेमाल करने की तादाद में बढोतरी होने की जानकारी सामने आयी है| रशिया दी जानकारी के अनुसार २०१८ के पहले छह महीनों में ‘युरेशियन युनियन’ के सदस्य देशोंने ७० फिसदी व्यवहार स्थानीय चलनों का इस्तेमाल करके पूरे किये है| इस पृष्ठभुमि पर रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन इन्होंने कहा है की, डॉलर की अस्थिरता की वजह से कई देश विकल्प पाने की कोशिष कर रहे है और डॉलर के सिवा व्यवहार पूरे करने के लिये यंत्रणा विकसित करने की कोशिष भी शुरू है|

इस वर्ष के पहले छह महीनों में युरेशियन इकॉनॉमिक युनियन के सदस्य देशों के व्यवहारों में स्थानीय चलनों का हिस्सा बढा है और इसकी मात्रा ७० फिसदी तक पहुंचा है| आर्थिक स्थिरता, समान बाजार और वित्त क्षेत्र पर उचित नियंत्रण स्थापित करके यह मुकाम पाया गया है| स्थानीय चलनों में हुए कुल व्यवहारों में सबसे अधिक व्यवहार रशिया के साथ हुए व्यापार का है और यह व्यवहार रुबल में हुए है, यह जानकारी रशिया के वरिष्ठ अधिकारी सर्जेई प्रिखोद्को इन्होंने दी है|

रशिया, पहल, गठित, युरेशियन युनियन, व्यवहार, स्थानीय चलनों, उपयोग, वृद्धि, अमरिकी डॉलर, इस्तेमाल, रोकने, शुरू, सफलताबेरारूस की राजधानी मिन्स्क में हाल ही में ‘युरेशियन इंटरगव्हर्मेंटल कौंसिल’ की बैठक हुई थी| इस बैठक की पृष्ठभुमि पर स्थानीय चलनों में हुए व्यवहार की जानकारी सामने आ रही है| इस बैठक में व्यापार में सहयोग और वित्तीय क्षेत्र के लिये नीति और इंधन बाजार को लेकर बातचीत हुई, यह जानकारी सूत्रों ने दी| ‘युरेशियन इकॉनॉमिक युनियन’ में रशिया के साथ बेलारूस, कझाकस्तान, किरगिझिस्तान और आर्मेनिया इन पांच देशों का समावेश है| इसके अलावा मोल्दोवा यह देश बतौर निरीक्षक इस संघ में शामिल है|

जनवरी २०१५ से कार्यरत हुए ‘युरेशियन इकॉनॉमिक युनियन’ से इस गुट के सदस्य देशों की लगभग १८ करोड जनसंख्या जुडी है औह ‘जीडीपी’ पांच लाख करोड डॉलर्स है| १९९१ में विघटन हुए ‘सोविएत संघराज्य’ का हिस्सा रहे देशों को एक करने के लिये रशिया की कोशिष शुरू है और ‘युरेशियन इकॉनॉमिक युनियन’ यह इन्हीं में से एक अहम चरण माना जा रहा है|

इस दौरान, रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन इन्होंने अमरिकी डॉलर का प्रभाव विश्‍वभर में घट रहा है और इस परिस्थिति के लिये अमरिका ही जिम्मेदार है यह कहा है| रशिया की राजधानी मास्को में हुए एक कार्यक्रम के दौरान पुतीन इन्होंने यह दावा किया है की, रशिया डॉलर से दूर नही जा रहा, बल्कि डॉलर ही रशिया से दूर हो रहा है|

रशिया ने डॉलर का इस्तेमाल कम करने के लिये कोई भी लक्ष्य नही रखा है| अमरिकी डॉलर ही हमसे दूर हो रहा है| रशिया पर प्रतिबंध लगाने वाले पांवर पर नही बल्कि खुद के उपर गोली चला रहे है| डॉलर की अस्थिरता की वजह से कई देश विकल्प ढुंढ रहे है और व्यवहार के लिये डॉलर का समावेश ना हो ऐसी स्वतंत्र यंत्रणा विकसित करने की गतिविधियां शुरू है, यह रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने कहा है|

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