डॅनिअल पर्ल के हत्यारों को रिहा करनेवाले पाकिस्तान को अमरीका की कड़ी चेतावनी

वॉशिंग्टन – अमरिकी पत्रकार डॅनिअल पर्ल का अपहरण और निर्मम हत्या करानेवाला आतंकी अहमेद ओमर सईद शेख और उसके साथी को पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय ने रिहा किया। इसपर अमरीका ने तीव्र ग़ुस्सा ज़ाहिर किया है। अमरीका के विदेशमंत्री ऍन्थनी ब्लिंकन ने इसपर पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। पाकिस्तान या तो पर्ल के हत्यारों को सज़ा दिलाने की कोशिश करें, या फिर उनपर क़ानूनी कार्रवाई करने के लिए उन्हें अमरीका को सौंप दें, ऐसी माँग विदेशमंत्री ब्लिंकन ने की है। विदेशमंत्रीपद पर नियुक्त होने के बाद ब्लिंकन ने, पाकिस्तान के सन्दर्भ में दी हुई यह पहली ही प्रतिक्रिया घातक बात साबित होती है, ऐसी चिंता पाकिस्तान के पत्रकार ज़ाहिर कर रहे हैं।

पाकिस्तान का कुविख्यात गुप्तचर संगठन ‘आयएसआय’ के ‘अल कायदा’ इस आतंकवादी संगठन के साथ होनेवाले संबंधों को उजागर करनेवाली ख़बर पर डॅनिअल पर्ल काम कर रहे थे। उसके लिए वे सन २००२ में पाकिस्तान आये थे। ब्रिटन में जन्मे पाकिस्तानी वंश के अहमेद ओमर सईद शेख और उसके साथियों ने डॅनिअल पर्ल का अपहरण किया। कुछ समय बाद उनकी निर्मम हत्या करायी गयी। इस मामले में शेख को पाकिस्तान के न्यायालय ने फाँसी की सज़ा सुनायी थी। लेकिन सन २०२० के अप्रैल महीने में पाकिस्तान के सिंध उच्च न्यायालय ने शेख की फाँसी रद करके उसे सात साल कारावास की सज़ा सुनायी। उसपर अमरीका ने तीव्र ऐतराज़ जताया था।

पाकिस्तान ने शेख और उसके साथियों की रिहाई के खिलाफ़ सर्वोच्च न्यायालय में अपील करने का फ़ैसला करके, अमरीका को शांत करने की कोशिश की। लेकिन अब पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय ने ही शेख को रिहा करने का फ़ैसला सुनाया है। इसपर अमरीका से तीख़ी प्रतिक्रिया आयी है। अमरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जेन साकी ने, यह प्रक्षुब्ध करनेवाली बात है, ऐसा बताकर पाकिस्तान की तीख़े शब्दों में आलोचना की। इस फ़ैसले के कारण अन्य पत्रकारों की भी जान ख़तरे में आयी है, इसकी गंभीर दखल अमरीका ने ली है, ऐसा सूचक बयान साकी ने किया। पर्ल का हत्यारा होनेवाले शेख और उसके साथियों पर अमरीका में मुक़दमा चलाने के लिए पाकिस्तान सहायता करें, ऐसी माँग साकी ने की है।

अमरीका के विदेशमंत्री ब्लिंकन ने भी पाकिस्तान से यह माँग की है कि पाकिस्तान शेख तथा उसके साथियों पर अमरीका में मुक़दमा चलाने के लिए सहायता करें। पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय का फ़ैसला, अमरीका-पाकिस्तान संबंधों पर विपरित परिणाम करनेवाला होने की चिंता पाकिस्तान के पत्रकार व्यक्त कर रहे हैं। अमरीका के विदेशमंत्री पद का भार सँभालने के बाद ब्लिंकन ने पहली ही बार पाकिस्तान के बारे में बयान किया और वह बहुत ही नकारात्मक है, इसपर पाकिस्तान के पत्रकारों ने ग़ौर फ़रमाया।

आतंकवादियों की आर्थिक नाकाबंदी करने से इन्कार करनेवाले देशों पर लगाम कसनेवाले ‘एफएटीएफ’ की बैठक फ़रवरी महीने में संपन्न होनेवाली है। फिलहाल ‘एफएटीएफ’ की ग्रे लिस्ट में नाम होनेवाले पाकिस्तान को, इस बैठक में ‘ब्लैक लिस्ट’ में डाला जायेगा, ऐसी गहरी संभावना जतायी जाती है। ऐसी परिस्थिति में डॅनिअल पर्ल के हत्यारों को रिहा करनेवाले पाकिस्तान को ‘ब्लैक लिस्ट’ में डालने का मार्ग इससे अधिक ही विशाल बना है। इस फ़ैसले से पाकिस्तान का असली चेहरा दुनिया के सामने आया होने का दोषारोपण भारत ने किया है।

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