‘आयएस’ के आतंकवादीयों को पकड़ने के लिए अमरीका फिलिपाईन्स में ड्रोन हमले करेगा

मनिला: फिलिपाईन्स के मारावी सिटी’ में आयएस विरोध में शुरू आतंकवाद विरोधी कारवाई में अमरीका अब सीधे शामिल होने के संकेत मिले है। अमरीका के संरक्षण विभागने ‘फिलिपाईन्स’ के ‘आयएस’ विरोधी कारवाई के लिए ‘ड्रोन’ हमलों का उपयोग करने की तैयारी शुरू की है। अमरीका के विदेशमंत्री रेक्स टिलरसनने इस ख़बर की पुष्टि की है। अगर अमरीका को ड्रोन हमलों के लिये अनुमति मिलती है तो इस प्रकार की मुहीम होनेवाला फिलिपाईन्स यह छंटवा देश माना जायेगा। इससे पहले अमरीकाने आतंकवाद विरोधी कारवाई में पाकिस्तान, अफ़गानिस्तान, येमेन, लिबिया और सोमालिया में ड्रोन हमलों का उपयोग किया है।

‘ड्रोन’ हमलों का उपयोग

अमरीका के विदेशमंत्री रेक्स टिलरसन ने फिलिपाईन्स यात्रा के दौरान सोमवार के दिन फिलिपाईन्स के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुअर्ते से मुलाकात की। इस मुलाकात में फिलिपाईन्स में नशीली पदार्थो के खिलाफ़ मुहीम, मानवाधिकार का उल्लंघन और ‘आयएस’ विरोधी कारवाई पर चर्चा हुई। दौरान, अमरीकी विदेशमंत्री रेक्स टिलरसन और फिलिपाईन्स के बिच आतंकवाद विरोधी सहयोग का समझौता हुआ और इसके अंतर्गत निगरानी जहाजों के साथ ड्रोन उपलब्ध कराया जाएगा। अमरीका के संरक्षण मुख्यालय पैंटागौन के अधिकारियों ने भी इस खबर की पुष्टी की है।

मई महीने के आखिर में ‘आयएस’ सम्बंधित आतंकवादी संघटन ने फिलिपाईन्स के मारावी शहर पर कब्ज़ा करने में सफल हुए थे। पिछले दो महीनों से अधिक समय से फिलिपिनी लष्कर और ‘आयएस’ सम्बंधित आतंकवादी संघटन के बिच संघर्ष शुरू है। इस संघर्ष में ५०० से अधिक आतंकवादी मारे जाने की खबर फिलिपिनी लष्करने दी है। उसमे लष्कर का भी बड़ा नुकसान होते हुए करीब १२२ जवानों की मौत हुई है। पर अबतक यह संघर्ष ख़त्म न होने से अन्तराष्ट्रीय समुदाय से तीव्र चिंता व्यक्त हो रही है।

अमरीका के ‘आशिया-प्रशांत’ क्षेत्र में तैनात लष्करने खाड़ी क्षेत्र के ‘आयएस’ आतंकवादी फिलिपाईन्स में घुसने का प्रयास करने का दावा किया है। ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, सिंगापूर जैसे आशिया-प्रशांत क्षेत्र के देशोंने ‘आयएस’ के बढ़ते ख़तरे पर चिंता व्यक्त की। इस पृष्ठभूमि पर अमरीका का यहा ‘ड्रोन’ हमले करने की तैयारी जताना सबका ध्यान खिंच रही है।

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