त्रिपुरा के ९ राजमार्गों का केंद्रीय मंत्री गडकरी के हाथो शिलान्यास

नई दिल्ली – केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितीन गडकरी ने मंगलवार के दिन वीडियो कान्फरन्सिंग के माध्यम से त्रिपुरा के २,८०० करोड़ रुपयों के ९ राजमार्गों के प्रकल्पों का शिलान्यास किया। इन प्रकल्पों के माध्यम से त्रिपुरा में २६२ किलोमीटर के रास्तों का विकास किया जाएगा। इन रास्तों की वजह से त्रिपुरा ईशान कोण स्थित राज्यों के साथ बांगलादेश जुड़ जाएगा। ईशान कोण स्थित राज्यों का विकास और भारत की ‘ऐक्ट ईस्ट’ नीति के नज़रिये से यह प्रकल्प बड़ी अहमियत रखते हैं।

Tripura-road-projectमंगलवार के दिन आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम को ईशान कोण राज्यों के विकास के लिए नियुक्त मंत्री डॉ.जितेंद्र सिंह, सड़क यातायात एवं राजमार्ग राज्यमंत्र जनरल वी.के.सिंह, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव उपस्थित थे। कुछ महीने पहले केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री के हाथों मणिपुर के १३ प्रकल्पों का शिलान्यास किया गया था। इसके साथ अब त्रिपुरा में निर्माण किए जा रहे प्रकल्प पूरे होने पर अंतरराज्यों एवं बांगलादेश से कनेक्टिविटी बढ़ेगी, यह कहा जा रहा है।

त्रिपुरा के ९ प्रकल्पों का निर्माण कार्य पूरा होने पर यहां पर बुनियादी सुविधाओं का विकास होगा और राज्य सामाजिक एवं आर्थिक नज़रिये से सक्षम बनेगा। साथ ही राज्य में रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे और नए प्रकल्पों के माध्यम से पूरे राज्य में अलग अलग पर्यटन स्थल, ऐतिहासिक स्थल एवं धार्मिक स्थलों पर जलद एवं सुरक्षित यातायात की सुविधा उपलब्ध होगी। इन प्रकल्पों की वजह से यात्रा का समय और गाड़ियों के रखरखाव और ईंधन के खर्च में कमी होगी। कृषि सामान की यातायात में सुधार होगा और यह सामान अधिक बाज़ारों में जलद गति से पहुँचेगा। साथ ही रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे, यह विश्‍वास सड़क एवं राजमार्ग मंत्रालय ने जारी किए निवेदन में व्यक्त किया गया है।

त्रिपुरा के राजमार्ग प्रकल्पों के शिलान्यास के साथ ही आगरतला से बांगलादेश के अखुरा के बीच १२ किलोमीटर के रेलमार्ग के निर्माण कार्य को गति प्रदान की गई है और जल्द ही यह काम पूरा होगा। इस मार्ग की वजह से त्रिपुरा और कोलकाता की दूरी १,१०० किलोमीटर से कम होगी। साथ ही ईशान कोण स्थित राज्य रेल मार्ग से एक-दूसरे से जुड़ जाएंगे। बांगलादेश के सोनामुरा और त्रिपुरा के दौकांड़ी के दरमियान जल परिवहन शुरू करने को भी मंजूरी दी गई है। इसके लिए त्रिपुरा सरकार ने जहाज़ परिवहन मंत्रालय की सहायता से सोनमुरा में अस्थायि बंदरगाह का निर्माण किया है। इस बंदरगाह से बांगलादेश में सामान की आवाजाही शुरू हुई है। भारत और बांगलादेश में रेल, सड़क और जलमार्ग से व्यापारी यातायात शुरू होने से दोनों देशों के व्यापारी संबंध अधिक मज़बूत होंगे, यह विश्‍वास व्यक्त किया जा रहा है।

ईशान कोण भारत के राज्य भारत के लिए आग्येय एशियाई देशों के प्रवेशद्वार के तौर पर जाने जाते हैं। इसे ध्यान में रखकर सरकार ने बीते कुछ वर्षों में बड़ी मात्रा में ईशान कोण स्थित राज्यों में बुनियादी सुविधाओं का विकास करने के लिए प्राथमिकता दी गई है। इस वजह से भारत की ‘ऐक्ट ईस्ट’ नीति को गति प्राप्त हुई है, यह दवा भी विश्‍लेषक कर रहे हैं।

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