ईरान के फोर्दो न्युक्लिअर प्लांट में भूमिगत गतिविधियाँ शुरू – आन्तर्राष्ट्रीय न्यूज़ एजन्सी का दावा

दुबई – ईरान ने फोर्दो स्थित न्युक्लिअर प्लांट में सन्देहास्पद तरीके से भूमिगत निर्माणकार्य शुरू किया है। पिछले कुछ महीनों की सॅटेलाईट फोटोग्राफ्स में से यह जानकारी सामने आयी होने का दावा आन्तर्राष्ट्रीय न्यूज़ एजन्सी ने किया। अमरीका के विद्यमान राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यकाल के चार हफ़्तें बाक़ी हैं। राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ईरान पर एक के बाद एक निर्बंधों की शृंखला थोंपना शुरू किया है। ऐसी स्थिति में, फोर्दो में भूमिगत गतिविधियों की ख़बर सामने आने के कारण ट्रम्प प्रशासन द्वारा ईरान पर बड़ी कार्रवाई की संभावना होने का दावा किया जाता है।

iran-nuclear-sitesईरान के रोहानी सरकार ने सितम्बर महीने में बड़ी घोषणा की थी। अमरीका ने थोंपे हुए निर्बंधों का निषेध और युरोपीय देशों की आलोचना करके ईरान ने सन २०१५ के परमाणु समझौते की शर्तों का उल्लंघन करने का ऐलान किया था। उसके अनुसार, फोर्दो न्युक्लिअर प्लांट में युरेनियम का संवर्धन बढ़ाने की बात ईरान ने स्पष्ट की थी। ईरान के इस निर्णय की उस समय बड़ी आलोचना की थी। अमरिकी न्यूज़ एजन्सी ने जारी की जानकारी के अनुसार, इसी सितम्बर महीने के अन्त में ईरान ने फोर्दो न्युक्लिअर प्लांट में भूमिगत ईमारत का निर्माणकार्य शुरू किया।

‘मॅक्सार टेक्नोलॉजिस’ से प्राप्त सॅटेलाईट फोटोग्राफ्स का हवाला देकर इस न्यूज़ एजन्सी ने यह ख़बर प्रकाशित की। वहीं, ११ दिसम्बर की सॅटेलाईट फोटोग्राफ्स में फोर्दो न्युक्लिअर प्लांट में ईमारत के लिए बड़े पैमाने पर खंभों का निर्माण किया दिखायी दे रहा है। भूकंप से ईमारत को आधार देने के लिए इस प्रकार के खंभे खड़े किये जाते हैं, इसकी याद अमरिकी न्यूज़ एजन्सी ने करा दी। इस न्युक्लिअर प्लांट के प्रांगण में ईरान का ‘नॅशनल वॅक्यूम टेक्नोलॉजी सेंटर’ भी है। युरेनियम संवर्धन के लिए उपयोग में लायी जानेवाली प्रक्रिया में इस सेंटर की सहायता होती है।

इसके अलावा अमरिकी न्यूज़ एजन्सी ने, इस्रायली लष्कर के पूर्व सैनिक ने सोशल मीडिया पर जारी की सॅटेलाईट फोटोग्राफ्स का भी हवाला दिया। इसमें फोर्दो न्युक्लिअर प्लांट में हो रहे निर्माणकार्य की बारिक़ी से जानकारी दी गयी है। दक्षिण कोरियन एअरोस्पेस संस्था ने ये सॅटेलाईट फोटोग्राफ्स प्रकाशित कीं थीं। इससे ईरान फोर्दो न्युक्लिअर प्लांट में भूमिगत निर्माणकार्य कर रहा होने के अथवा उसमें सफल हुआ होने के संकेत अमरिकी न्यूज़ ने दिए।

iran-nuclear-sitesसन २०१५ में ईरान ने पश्चिमी देशों के साथ किये परमाणु समझौते के अनुसार फोर्दो न्युक्लिअर प्लांट में युरेनियम के संवर्धन को रोकना आवश्यक था। साथ ही इस स्थान पर टेक्नोलॉजी सेंटर का निर्माण करने का सुझाव पश्चिमी देशों ने दिया था। फोर्दो न्युक्लिअर प्लांट में ईरान की गतिविधियाँ निर्बंधित करने पर इस परमाणु समझौते में विशेष ज़ोर दिया गया था, ऐसी जानकारी ‘जेम्स मार्टिन सेंटर फॉर नॉनप्रोलिफरेशन स्टडीज्’ इस अभ्यासगुट के विश्‍लेषक जेफ्री लुईस ने दी। लेकिन फोर्दो न्युक्लिअर प्लांट यह अपनी ‘रेड लाईन’ है, ऐसा ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्लाह खामेनी ने धमकाया था।

फोर्दो यह ईरान के परमाणु कार्यक्रम का सबसे अहम न्युक्लिअर प्लांट माना जाता है। इस न्युक्लिअर प्लांट में कम से कम तीन हज़ार सेंट्रीफ्यूजेस बिठाये जा सकते हैं, ऐसा दावा किया जाता है। ऐसे इस पहाड़ियों से घिरे फोर्दो न्युक्लिअर प्लांट की सुरक्षा के लिए ईरान ने विमानभेदी तोपें तथा अन्य लष्करी तैनाती की है। अमरिकी न्यूज़ एजन्सी में प्रकाशित हुई इस ख़बर पर ईरान ने प्रतिक्रिया नहीं दी है।

इसी बीच, कुछ हफ़्ते पहले ईरान के परमाणु कार्यक्रम से संबंधित परमाणु वैज्ञानिक फखरीझादेह की हत्या के बाद ईरान ने युरेनियम के संवर्धन की मात्रा बड़े पैमाने में बढ़ाने की घोषणा की है। पहले से ही ईरान के न्युक्लिअर प्लांट में होनेवाले संवर्धित युरेनियम के भांडार पर चिंता व्यक्त की जाती है। ईरान के पास कम से कम दो परमाणुबमों का निर्माण करने जितना युरेनियम का भांडार होने का दावा किया जाता है। ऐसी स्थिति में, फोर्दो न्युक्लिअर प्लांट में ईरान की गतिविधियाँ चिंता बढ़ानेवालीं साबित होतीं हैं।

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