अफ़गानिस्तान में तैनाती रखनेवाला तुर्की इसके गंभीर परिणामों के लिए तैयार रहे – तालिबान की धमकी

अफ़गानिस्तान में तैनातीकाबुल – लगातार इशारे देने के बावजूद काबुल में सेना की तैनाती पर कायम रहनेवाले तुर्की को अपने इस निर्णय के गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे, ऐसी धमकी तालिबान ने दी है। बीते महीने से तालिबान ने तुर्की को तीसरी बार धमकाया है। लेकिन, तुर्की काबुल के हवाई अड्डे पर अपनी सेना तैनात रखने पर कायम होने की खबरें अमरिकी माध्यम दे रहे हैं।

अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने अफ़गानिस्तान से सेना हटाने का ऐलान करने के बाद नाटो सदस्य देशों ने तुरंत अपने सैनिकों को स्वदेश बुला लिया। लेकिन तुर्की ने, अपने सैनिक राजधानी काबुल में अगले कुछ महीनों तक तैनात रहेंगे, यह ऐलान किया। वहां के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की सुरक्षा के लिए यह तैनाती रहेगी, यह दावा तुर्की ने किया था।

लेकिन, तालिबान का नेतृत्व तुर्की के इस तैनाती से सहमत नहीं है। इस्लामी होने के बावजूद नाटो का सदस्य देश तुर्की अपने सहयोगी देशों के साथ वापसी करे, ऐसे इशारे तालिबान ने दो बार पहले भी दिए थे। लेकिन, तुर्की हमारे इशारों पर ध्यान नहीं दे रहा है, यह देखकर तालिबान ने तुर्की को स्पष्ट शब्दों में धमकाया है।

‘अफ़गानिस्तान में सेना तैनाती बरकरार रखने का तुर्की का निर्णय निंदनीय है। अभी भी तुर्की ने अपने निर्णय में बदलाव नहीं किया और हमारे देश में की हुई घुसपैठ कायम रखी तो इसके आगे के परिणामों के लिए तुर्की ही ज़िम्मेदार होगा’, ऐसी धमकी तालिबान ने दी है।

इसी बीच तुर्की को विश्‍वभर में अपने लष्करी अड्डे स्थापित करने हैं और इसके लिए एर्दोगन की हुकूमत अस्थिर देशों में अपने सैनिक तैनात कर रही है, ऐसा दावा अंतरराष्ट्रीय विश्‍लेषक कर रहे हैं। तुर्की ने इससे पहले लीबिया में ऐसा ही किया है और अफ़गानिस्तान की तैनाती भी इसी का हिस्सा होने का इन विश्‍लेषकों का कहना है। लीबिया की तरह तुर्की अफ़गानिस्तान में कान्ट्रैक्ट सैनिक या सीरिया के आतंकियों की भी तैनाती कर सकता है, ऐसा इशारा इन विश्‍लेषकों ने दिया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published.