ईरान युरेनियम का संवर्धन ९० प्रतिशत तक ले जा सकता है – ईरान के राष्ट्राध्यक्ष की घोषणा

iran-centrifuges-uranium-1तेहरान – ‘ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था फिलहाल २० से ६० प्रतिशत तक युरेनियम का संवर्धन कर रही है। लेकिन आनेवाले समय में अगर ईरान के नेतृत्व को जरूरत प्रतीत हुई, तो ईरान इसी संवर्धन को ९० प्रतिशत तक भी ले जा सकता है’, ऐसी सनसनी मचानेवाली घोषणा ईरान के निवर्तमान राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी ने की। इसके द्वारा, ईरान परमाणु बम निर्माण के बहुत ही करीब पहुँचा होने का संदेश ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने देने का दावा किया जाता है। ऐसे समय, परमाणु समझौते के मुद्दे पर वियना में जारी चर्चा को ईरान ने रोका होने की खबरें आ रही हैं।

ईरान की कैबिनेट बैठक को संबोधित करते समय राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने ९० प्रतिशत युरेनियम संवर्धन का ऐलान किया। उसी के साथ, पश्चिमी देशों की ईरानविरोधी हरकतों की रोहानी ने आलोचना की। ईरान का फोर्दो न्यूक्लियर प्लांट बंद करने की पश्चिमी देशों ने कोशिशें की। लेकिन फिलहाल यह न्यूक्लियर प्लांट अधिक तेज़ी से काम कर रहा होने का दावा राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने किया। ईरान सन २०१५ के परमाणु समझौते के लिए उत्तरदाई ना होने के कारण, परमाणु तंत्रज्ञान हासिल करने की अलग-अलग संभावनाओं पर विचार कर रहा है, ऐसा रोहानी ने जताया।

iran-centrifuges-uranium-2उसी के साथ, अमरीका और युरोपीय महासंघ के साथ वियना में जारी चर्चा का उल्लेख ईरान के निवर्तमान राष्ट्राध्यक्ष ने किया। ‘इस परमाणु समझौते पर हल ढूँढने के लिए पश्चिमी देशों के पास छः महीने थे। लेकिन उन्होंने इस अवसर को गँवा दिया। इसके आगे अब ईरान के आगामी राष्ट्राध्यक्ष इब्राहिम राईसी इस संदर्भ में फैसला करेंगे’, यह बताकर रोहानी ने बायडेन प्रशासन को चेतावनी दी होने का दावा किया जाता है। लेकिन परमाणु कार्यक्रम के संदर्भ में ऐसे दावे करते समय राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने, परमाणु समझौते में हुई देर के लिए ईरान के धार्मिक नेतृत्व की आलोचना की होने की जानकारी इस देश के माध्यमों ने दी है।

सन २०१५ का परमाणु समझौता जल्दी पुनर्जीवित ना हों, इसके लिए धार्मिक नेता और सरकार से बाहर होनेवाले कट्टरपंथियों ने विरोध किया होने का आरोप रोहानी ने किया। हालाँकि ठेंठ नाम लेना टाला, फिर भी निवर्तमान राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी को लक्ष्य करने के संकेत मिल रहे हैं। इससे पहले भी परमाणु समझौता तथा अन्य मुद्दों पर जहालमतवादी खामेनी और सुधारवादी रोहानी के बीच तीव्र मतभेद होने की बात सामने आई थी। ईरान के आगामी राष्ट्राध्यक्ष राईसी ये सर्वोच्च धार्मिक नेता खामेनी के ही समर्थक माने जाते हैं। इस कारण संवर्धित युरेनियम के संदर्भ में ऐलान करके रोहानी ने पश्चिमी देशों को चेतावनी देकर, रईसी से सतर्क रहने की नसीहत दी दिख रही है।

सन २०१५ के परमाणु समझौते के अनुसार, अपने न्यूक्लियर प्लांट में युरेनियम का संवर्धन ३.६७ प्रतिशत तक मर्यादित रखना ईरान के लिए बंधनकारक था। लेकिन परमाणु समझौते से किनारा करने के बाद ईरान ने यह संवर्धन ६० प्रतिशत तक पहुँचा दिया है। उसी के साथ सेंट्रिफ्यूजेस की संख्या भी मर्यादा से बाहर बढ़ाई है। ईरान के परमाणु कार्यक्रम की यह प्रगति भयावह होकर, ईरान परमाणु बम निर्माण की दिशा में कदम उठा रहा होने का दावा पश्चिमी विश्लेषक कर रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में, राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम की प्रगति के बारे में दी हुई यह जानकारी संवेदनशील साबित हो रही है।

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