‘एफएटीएफ’ दहशतगर्द पाकिस्तान को ‘ब्लैक लिस्ट’ करे – बलोच संगठनों की माँग

नई दिल्ली/ इस्लामाबाद – आतंकवाद फैला रहे और नशीले पदार्थों की तस्करी कर रहे पाकिस्तान को ‘फायनान्शियल ऐक्शन टास्क फोर्स’ (एफएटीएफ) ‘ब्लैक लिस्ट’ करे, ऐसी माँग ‘फ्री बलोचिस्तान मुवमेंट’ ने की है।

अक्तूबर में पैरिस में ‘एफएटीएफ’ की बैठक होनी है। इसी बैठक पर पाकिस्तान का भविष्य निर्भर है। क्योंकि, इस दौरान ‘एफएटीएफ’ की ‘ब्लैक लिस्ट’ में पाकिस्तान का समावेश होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। ऐसा हुआ तो पाकिस्तान को अन्य देश और वित्तसंस्थाओं से कर्ज़ प्राप्त करने में बड़ी कठिनाई होगी। इसके कारण पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से टूटकर गिरेगी, ऐसा विश्‍लेषकों का कहना है।

‘एफएटीएफ’ के ‘ब्लैक लिस्ट’ के संकट से बचने के लिए पाकिस्तान फिलहाल आतंकी संगठनों के खिलाफ़ कार्रवाई करने का दिखावा करने में जुटा हुआ है। बीते सप्ताह में ही पाकिस्तान ने ८८ आतंकियों पर प्रतिबंध लगाए थे। लेकिन, असल में पाकिस्तान में दाऊद इब्राहिम, रियाज़ भटकल समेत २१ आतंकियों से ‘वीआयपी’ की तरह बर्ताव होने की बात भी सामने आयी है। इनमें से काफ़ी आतंकी भारत के लिए मोस्ट वॉन्टेड़ हैं। यह समाचार सार्वजनिक हो रहा था तभी पाकिस्तान में ही पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट करने की माँग की जा रही है।

स्वतंत्र बलोचिस्तान की माँग कर रहे ‘फ्री बलोचिस्तान मुवमेंट’ ने यह माँग की है। बलोच नागरिकों पर अत्याचार कर रहे, नशीले पदार्थों की तस्करी में जुटे और आतंकी गतिविधियों में शामिल पाकिस्तान के खिलाफ़ कार्रवाई होना आवश्‍यक है, ऐसा बयान ‘फ्री बलोचिस्तान मुवमेंट’ ने किया है। पाकिस्तान की सेना बलोचिस्तान, सिंध और खैबर पख्तनुवाला में शांति से हो रहे प्रदर्शन भी कुचल रही है, यह बात ‘एफएमबी’ के प्रवक्ता ने कही।

कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान की सेना ने शांति के साथ प्रदर्शन कर रहे बलोच और सिंध के नागरिकों पर कार्रवाई की थी। इसके कारण कई लोग घायल हुए थे। इस कार्रवाई के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। पाकिस्तान में हो रही धार्मिक हिंसा की ओर ‘एफएटीएफ’ ध्यान केंद्रीत करे और पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट करे, यह आवाहन भी इस संगठन ने किया है। पाकिस्तान की सेना ने बलोचिस्तान के समुद्री तट और अफ़गानिस्तान की सीमा को ‘अफीम ट्रेड कॉरिडोर’ बनाया है। यहीं से अफीम की तस्करी हो रही है, यह आरोप भी इस संगठन के संबंधित प्रवक्ता ने किया है।

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