दक्षिण कोरिया अमरीका-चीन के विवाद में ना पड़ें – चीन के राजदूत की चेतावनी

चीन के राजदूतसेऊल/बीजिंग – दक्षिण कोरिया शीतयुद्धकालीन मानसिकता को छोड़कर, अमरीका और चीन के विवादों में उलझना टालें, ऐसी चेतावनी चीन के राजदूत ने दी है। चीन और दक्षिण कोरिया के बीच के पिछले तीन दशकों के संबंधों को मद्देनजर रखते हुए, साउथ चाइना सी और ताइवान जैसे मुद्दों पर चीन की भूमिका भी समझ लें, ऐसा भी राजदूत शिंग हायमिंग ने जताया। एक तरफ चिनी राजदूत दक्षिण कोरिया को धमका रहे हैं, तभी एक अमरीकी अख़बार ने, नजदीकी समय में दक्षिण कोरिया चीन को लक्ष्य करनेवाले लॉन्ग रेंज क्षेपणास्त्र विकसित कर सकता है, ऐसी ख़बर जारी की है।

पिछले महीने में दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष मून जे-ईन ने अमरीका का दौरा किया था। इस दौरे में, अमरीका दक्षिण कोरिया के साथ तंत्रज्ञान और रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ा रही होने का ऐलान अमरीका ने किया था। उसी समय, अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष के बीच हुई बैठक में, चीन से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई थी। दोनों देशों ने जारी किए संयुक्त निवेदन में, साउथ चाइना सी तथा ताइवान का ज़िक्र किया गया था।

चीन के राजदूतदक्षिण कोरिया ने साऊथ चायना सी और तैवान के संदर्भ में अपनाई भूमिका से चीन बेचैन हुआ होकर, चिनी राजदूत ने दी चेतावनी उसी का भाग दिख रही है। ‘आम तौर पर चीन और दक्षिण कोरिया के संबंध उचित दिशा में मार्गक्रमणा कर रहे हैं। लेकिन उसमें कुछ समस्याएँ भी हो सकती हैं। दक्षिण कोरिया चीन के साथ के तीन दशकों के संबंधों को मद्देनजर रखकर, शीतयुद्धकालीन मानसिकता त्याग दें। साउथ चाइना सी और ताइवान जैसे मुद्दे पर चीन की भूमिका दक्षिण कोरिया समझ लें’, ऐसा राजदूत शिंग हायमिंग ने जताया।

राजदूत हायमिंग के बाद अब चीन के विदेश मंत्री ने भी दक्षिण कोरिया को अमरीका के मुद्दे पर चेतावनी दी चीन के राजदूतहै। चीन के विदेश मंत्री वँग यी ने हाल ही में दक्षिण कोरिया के मंत्री के साथ संवाद किया। इस समय उन्होंने अमरीका की ‘इंडो-पॅसिफिक’ नीति और उसे दक्षिण कोरिया ने दिया हुआ समर्थन, इस पर नाराज़गी ज़ाहिर की। पिछले महीने में अमरीका और दक्षिण कोरिया ने जारी किए संयुक्त निवेदन में ‘क्वाड’ का जिक्र करके, यह मोरचा महत्वपूर्ण है ऐसा नमूद किया गया था।

इसी बीच, दक्षिण कोरिया नज़दीकी समय में चीन और रशिया समेत अन्य देशों को लक्ष्य करनेवाले लॉन्ग रेंज क्षेपणास्त्र विकसित कर सकता है, ऐसा दावा ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने किया है। अमरीका ने दक्षिण कोरिया के क्षेपणास्त्रों की मर्यादा पर लगाई पाबंदी हटाने का पिछले महीने में ही ऐलान किया था। इस कारण अब दक्षिण कोरिया लॉन्ग रेंज क्षेपणास्त्रों का निर्माण शुरू करेगा और यह बात अमरीका के लिए हितकारी साबित हो सकती है, ऐसा दावा विश्लेषकों ने किया है। चीन का बढ़ता लष्करी सामर्थ्य और उत्तर कोरिया की परमाणु क्षमता इसे मद्देनज़र रखते हुए, यह बात निर्णायक साबित हो सकती है, ऐसा विश्लेषकों का कहना होने की बात ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने प्रकाशित की है।

 

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