महाराष्ट्र में कोरोना की दूसरी लहर – चौबीस घंटों में १७,८६४ नए मामले

नई दिल्ली – महाराष्ट्र में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हुई है। इस वजह से अब राज्य सरकार बड़ी मात्रा में गतिविधियाँ शुरू करे। अगस्त-सितंबर के दौरान कोरोना संक्रमण तेज़ होते हुए जिस तरह से प्रावधान किए गए थे, वैसे ही प्रावधान करने की आवश्‍यकता अब बनी है, ऐसा केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा है। साथ ही महाराष्ट्र सरकार को इस लहर को रोकने के लिए १५ सूचना भी दी गई है। सोमवार के दिन महाराष्ट्र में कोरोना के १७,८६४ नए मामले दर्ज़ हुए और ८७ संक्रमित मृत हुए। मुंबई में इस एक दिन में कोरोना के १,९२२ नए मामले देखे गए है।

दूसरी लहर

देश में बीते चौबीस घंटों में देखे जा रहे कोरोना के नए मामलों में से ६० फीसदी मामले महाराष्ट्र में दर्ज़ हो रहे हैं। साथ ही मृत हो रहे कोरोना संक्रमितों की संख्या भी महाराष्ट्र में ही सबसे अधिक है। बीते महीने महाराष्ट्र में २४ घंटों में दर्ज़ हो रहे कोरोना के मामलों की संख्या ३ हज़ार से भी कम थी। लेकिन, अब फिर से अगस्त-सितंबर जैसी स्थिति राज्य में बनती दिख रही है। बीते हफ्ते से एक दिन के दौरान राज्य में १५ हज़ार से अधिक मामले देखे जा रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर केंद्र सरकार ने चिंता जताई है। साथ ही कोरोना की दूसरी लहर महाराष्ट्र में शुरू होने का बयान भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने किया है।

महाराष्ट्र में फिर से कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने के बाद केंद्रीय दल ७ से ११ मार्च के दौरान राज्य में दाखिल हुआ था। इस दल ने मुंबई के कुछ वॉर्ड, ठाणे, नाशिक, धुलिया, जलगाँव, औरंगाबाद जिलों का दौरा किया था। इस दौरान किए गए निरीक्षण के मुद्दे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने राज्य के मुख्य सचिव सीताराम कुंटे को दिए खत में दर्ज़ किए हैं। इस खत में महाराष्ट्र में कोरोना की दूसरी लहर शुरू होने का ज़िक्र करके राज्य को १५ सूचना दी है।

सिर्फ लॉकडाउन करना पर्याप्त नहीं होगा। इसके बजाय ‘ट्रैकिंग’, ‘ट्रेसिंग’ और ‘आयसोलेशन’ के त्रिसूत्रों पर जोर दे। साथ ही कन्टेन्मेंट ज़ोन बनाए। इसके लिए शीघ्र कृति दल तैयार करें। पॉज़िटिव देखे गए संक्रमित के संपर्क में रहे कम से कम २० लोगों की खोज़ करें, ऐसी सूचना भी केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने की हैं। साथ ही राज्य में फिलहाल एक्टिव संक्रमितों में से ८० प्रतिशत ‘होम क्वारंटाईन’ हैं। इस नीति पर पुनर्विचार करें। साथ ही होम क्वारंटाईन होनेवाली व्यक्ति ‘हाय रिस्क’ गुट की ना हो, इसकी सख्त जाँच करें, ऐसा भी केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा है।

साथ ही ‘डेथ ऑडिट’ फिर से शुरू करें। स्वास्थ्य सुविधा पर्याप्त होने के बावजूद स्थिति अधिक बिगड़ने पर क्या होगा, इसकी संभावना ध्यान में रखकर तैयारी शुरू करें और टेस्ट की मात्रा बढ़ाने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य सरकार को स्पष्ट तौर पर कहा है।

इसी बीच राज्य के स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे ने केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री हर्ष वर्धन से दिल्ली में भेंट की। इस दौरान उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री को राज्य में कोरोना की स्थिति की जानकारी प्रदान की। साथ ही राज्य में अधिक टीके उपलब्ध कराने का आवाहन भी किया। राज्य में हर हफ्ते २० लाख टीके आवश्‍यक होने की बात टोपे ने इस दौरान कही है।

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