‘कोरोनावायरस’ का निर्माण वुहान लैब में ही होने के वैज्ञानिक सबूत – डॉ.ली मेंग का दावा

वॉशिंग्टन – विश्‍वभर में कोहराम मचा रहे कोरोना वायरस का निर्माण चीन के वुहान लैब में ही हुआ है और इसके वैज्ञानिक सबूत हम जल्द ही सार्वजनिक करेंगे, ऐसा दावा चीनी वैज्ञानिक डॉ.ली मेंग यान ने किया। ब्रिटेन के ‘आयटीवी चैनल’ को दिए साक्षात्कार के दौरान चीनी वैज्ञानिक डॉ. यान ने यह बयान किया और कोरोना वायरस की महामारी के लिए चीन ही ज़िम्मेदार होने का आरोप दुबारा किया। इस वर्ष के आरम्भ में चीन के वुहान शहर से फैली कोरोना की महामारी से विश्‍वभर में अब तक ९ लाख लोगों की मृत्यु हुई है।

Li-meng-coronaबीते वर्ष के आखरी महीने से चीन के वुहान शहर में कोरोना संक्रमण के मामले देखे जाने लगे थे। इसके बाद आठ महीनों में विश्‍व के २०० से अधिक देशों में इस विषाणु का फैलाव हुआ और ढ़ाई करोड़ से अधिक लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं। इस महामारी ने सबसे अधिक नुकसान अमरीका को पहुँचाया है और अमरीका में कोरोना संक्रमितों का आँकड़ा ६५ लाख से अधिक हुआ है। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने शुरू से ही कोरोना की महामारी के लिए चीन ही ज़िम्मेदार होने का आरोप किया है और चीन को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पडेंगे, यह इशारा भी दिया है। विश्‍व के कई वैज्ञानिक और वैद्यकिय विशेषज्ञों ने कोरोना के विषाणु का निर्माण चीन में ही हुआ है, यह आरोप किया है और डॉ.ली मेंग यान ने इन्हीं में से एक वैज्ञानिक समझी जाती हैं।

चीन में जन्मी और बीते कुछ वर्षों से हाँगकाँग की ‘स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ’ नामक विश्‍वविद्यालय में वैज्ञानिक के तौर पर काम कर रहीं डॉ. ली ने कुछ महीने पहले ‘फॉक्स न्यूज’ नामक अमरिकी समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में चीन कोरोना की सच्चाई छुपा रहा है, ऐसा आरोप किया था। चीन की हुकूमत के साथ ही इस देश के वरिष्ठ वैद्यकिय अधिकारी एवं वैज्ञानिक भी इस महामारी के फैलाव के प्रमुख कारणों से अवगत थे। जनवरी के पहले सप्ताह में इस महामारी का इशारा देनेवाली रपट हमने वरिष्ठ अधिकारी को दी थी। लेकिन, उन्होंने अपनी खोज नज़रअंदाज़ की और इस विषय को लेकर शांत रहने की सलाह दी थी।

कोरोना वायरस का फैलाव मानवी संक्रमण से होता है, इसका पूरा ज्ञान चीन को था। यह जानकारी सार्वजनिक करके कई लोगों की जान बचाना संभव हुआ होता। लेकिन, चीन ने यह जानकारी विश्‍व से छिपाई, यह दावा करके डॉ.यान ने सनसनी मचाई है।

Li-meng-coronaइसके बाद अब ब्रिटीश चैनल को दिए साक्षात्कार के दौरान डॉ.ली ने कोरोना वायरस का निर्माण चीन की लैब में ही हुआ इसके सबूत जल्द ही सार्वजनिक करने का इशारा दिया हैो। कोरोना विषाणु का जिनोम सिक्वेन्स मनुष्य की उंगलीयों के निषानों की तरह है। वह नैसर्गिक नहीं है। यह विषाणु चीन की लैब में कैसे तैयार किया गया और वहीं इसका निर्माण कैसे कर सकते हैं, इसकी पूरी जानकारी हम सबूतों के साथ सार्वजनिक करेंगे यह दावा भी डॉ.ली ने किया है। इस विषाणु की जड़ें ज्ञात करना आवश्‍यक है और ऐसा ना होने पर यह विषाणु विश्‍व के हरएक के लिए खतरनाक साबित हो सकता है, यह इशारा भी चीनी वैज्ञानिक ने दिया है।

डॉ.ली यान के साथ ही चीन के वुहान लैब की प्रमुख वैज्ञानिक ‘शी झेंग्ली’ ने ही कोरोना विषाणु का निर्माण वुहान लैब में ही होने की बात स्वीकार की थी। लेकिन, बाद में चीनी सरकार के दबाव के कारण वह अपने बयान से पीछे हटी थी। नोबेल पुरस्कार प्राप्त फ्रेंच वैज्ञानिक लुक मौंटेनीर ने भी कोरोना वायरस का निर्माण वुहान लैब में ही होने का स्पष्ट आरोप किया था। लगभग २० वर्ष पहले से वुहान की लैब में कोरोना वायरस के अनुसंधान का कार्य जारी था और इस खोज कार्य पर चीन ने अच्छी पकड़ प्राप्त की थी, यह दावा मौंटेनीर ने फ्रेंच समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार के दौरान किया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published.