रशिया-चीन-ईरान का युद्धाभ्यास अमरिका को संदेशा देने के लिए ही है – ईरानी नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी का बयान

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

तेहरान – ‘अगले महीने में रशिया, चीन और ईरान के संयुक्त युद्धाभ्यास का आयोजन होना है| यह तीनों देश पुरे मायने के साथ सामरिक सहयोग के मुद्दे पर एक हुए है, यही संदेशा अमरिका समेत दुनिया को देने के लिए इस युद्धाभ्यास का आयोजन हो रहा है’, यह ऐलान ईरानी नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी ‘रिअर एडमिरल हुसैन खानझादी’ ने किया| यह युद्धाभ्यास कहा आयोजित होगा, यह अभी तय नही हुआ है, यह भी खानझादी ने स्पष्ट किया| 

अगले महीने में इस युद्धाभ्यास का आयोजन होने की उम्मीद है, ऐसा खानझादी ने कहा है| ‘इस युद्धाभ्यास के जरिए रशिया, चीन और ईरान एकदुसरे के हितसंबंधों का आदर करते है, यह बात पुरी दुनिया देखेगी| यह युद्धाभ्यास यानी अमरिका एवं पश्‍चिमी देशों के लिए संदेशा होगा’, यह दावा भी खानझादी ने एक वृत्तसंस्था के साथ की हुई बातचीत के दौरान किया| यह युद्धाभ्यास लष्करी, हवाई या समुद्री भी हो सकता है, पर इस दौरान ईरान ने समुद्री युद्धाभ्यास करने की मांग रशिया और चीन के सामने रखी है, यह दावा भी हो रहा है|

पिछले कुछ दिनों से पर्शियन खाडी में काफी तनाव बना है| अमरिका की विशाल विमान वाहक युद्धपोत ‘यूएसएस अब्राहम लिंकन’ इस समुद्री क्षेत्र में दाखिल हुई है और इसके साथ अब फ्रान्स की युद्धपोत भी इस क्षेत्र में पहुंच रही है| इसके अलावा सौदी अरब एवं अरब मित्रदेशों ने इस समुद्री क्षेत्र में अपना मोर्चा खोला है| इस पृष्ठभूमि पर पर्शियन खाडी में अमरिका और मित्रदेशों को चेतावनी देने के लिए ईरान इस समुद्री क्षेत्र में रशिया और चीन के साथ संयुक्त युद्धाभ्यास करने पर गंभीरता से विचार कर रहा है|

इसी बीच ईरान के नौसेना प्रमुख ने किए ऐलान पर रशिया और चीन ने प्रतिक्रिया दर्ज नही की है| पर, अगले महीने में पर्शियन खाडी में रशिया, चीन और ईरान का संयुक्त युद्धाभ्यास होता है तो इस क्षेत्र की अस्थिरता में बढोतरी होगी, यह चिंता भी व्यक्त हो रही है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.