नाटो का युद्धाभ्यास और विस्तारवाद के विरोध में रशिया आक्रामक

Third World Warमॉस्को/ऑस्लो: नॉर्वे मेश रशिया के सीमा के समिप नाटोने बडी मात्रा मेश शुरू किये युद्धाभ्यास से रशिया तिलमिला उठा है| नाटो के इस युद्धाभ्यास के विरोध में रशियाने आक्रामक भुमिका अपनाई है| इस दौरान रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिनने नॉर्वे के नजदिकी क्षेत्र में स्वतंत्र अभ्यास करने का घोषित किया है इसीके साथ रशिया के शिर्ष नेताओं ने नाटो के विस्तारवाद की भी आलोचना की है|

नाटो, युद्धाभ्यास, विस्तारवाद, विरोध, रशिया, आक्रामकगत सप्ताह में नाटो के ‘ट्रायडंट जंक्चर १८’ नामक युद्धाभ्यास की शुरूआत हुई| २९ से अधिक देशों के ५०,००० से ज्यादा सैनिक, प्रगत युद्धपोत और लडाकू विमानों के समावेश के साथ यह युद्धाभ्यास नाटो ने अबतक किये युद्धाभ्यास में से निर्णायक पडाव माना जा रहा है| इस युद्धाभ्यास का आयोजन संरक्षण क्षमता परखने के एवं बचाव के उद्देश्य से किया गया है, ऐसा नाटो के अधिकारियों ने कहा है| तभी, रशियाने शुरू से ही इस युद्धाभ्यास के प्रती नाराजगी जताई है|

रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने अधिक आक्रामकता से नाटो ने शुरू किये युद्धाभ्यास के क्षेत्र निकटही रशिया के अभ्यास की घोषणा की है| नॉर्वे के निकट अंतरराष्ट्रीय सागरी सरहदी क्षेत्र में १ से ३ नवंबर दरमियान रशिया का युद्धाभ्यास होगा| इस युद्धाभ्यास के दौरान रशियन युद्धपोतों पर तैनात आधुनिक मिसाईलों की क्षमता की जांच होगी, ऐसा रशिया से कहा गया है|

नाटो, युद्धाभ्यास, विस्तारवाद, विरोध, रशिया, आक्रामकरशियन राष्ट्राध्यक्ष ने की घोषणा के बाद नाटो की ओर से सावधानता से प्रतिक्रिया सामने आयी है| नाटो के प्रमुख जेन्स स्टॉल्टबर्ग ने इस दौरान रशिया छेडछाड नही करेगा, ऐसी अपेक्षा जताई है| इसी के साथ यह परिस्थिती शीतयुद्ध का हिस्सा नही है, ऐसा स्टॉल्टबर्ग ने कहा है| लेकिन, पोलंड की ओर से रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने की हुई घोषणा की आलोचना की है और रशिया के इस युद्धाभ्यास से इस देश का हेकडी रवैय्या दिख रहा है, ऐसे बोल सुनाये है|

रशियन राष्ट्राध्यक्ष की ओर से नाटो के शह देने के लिये नये युद्धाभ्यास की घोषणा हो रही थी, तभी रशिया के अन्य नेताओं ने भी नाटो की विस्तारवाद की निती को लक्ष्य किया है| बाल्कन क्षेत्र की ज्यादा से ज्यादा देशों को सदस्यता देने की नाटो की कोशिष हो रही है| युरोप के देशों का लष्करीकरण करने की यह कोशिष रशिया के लिये खतरे की घंटी होगी, ऐसे आरोप रशिया के रक्षामंत्री सर्जेई शोईगु कर रहे है|

रशियन विदेश विभाग के वरिष्ठ अधिकारी आंद्रेइ केलिन ने युक्रेन और जॉर्जिया को सदस्यता बहाल करने के लिये नाटो से हो रहे प्रयत्नों पर ऐतराज जताया है| इन दोनो देशों को नाटो की सदस्यता प्राप्त होती है तो इसके गंभीर परिणाम सामने आयेंगे और रशिया को ‘सोची’ के इर्दगिर्द विशेष ‘डिफेंस बेल्ट’ की रचना करनी होगी, ऐसा दावा केलिनने किया है|

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