पाकिस्तान का लड़ाकू विमान ‘क्रैश’ हुआ

इस्लामाबाद – मंगलवार की सुबह पाकिस्तान की वायुसेना का ‘जेएफ-१७’ लड़ाकू विमान अटक में ‘क्रैश’ हुआ। इस दुर्घटना में विमान के पायलट की जान बचने की जानकारी पाकिस्तानी वायुसेना और थलसेना ने स्पष्ट की। लेकिन, दुर्घटनाग्रस्त विमान की जानकारी देने से एवं घटनास्थल से माध्यमों को दूर रखकर पाकिस्तानी सेना इससे संबंधित जानकारी छुपाने में जुटे होने का आरोप कुछ पाकिस्तानी माध्यम कर रहे हैं। दुर्घटनाग्रस्त ‘जेएफ-१७’ चीन ने निर्माण किया हुआ प्रगत विमान होने का दावा चीन और पाकिस्तान करते रहे हैं।

Pakistan-Air-Forceवायुसेना के प्रशिक्षण मुहिम में शामिल होते हुए यह विमान दुर्घटनाग्रस्त होने की बात पाकिस्तानी वायुसेना ने कही है। इस्लामाबाद के दक्षिणी ओर स्थित अटक स्थित पिंडीघाब के करीब यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ। पाकिस्तानी वायुसेना ने इस दुर्घटना की जाँच के आदेश दिए हैं। लेकिन, इस दुर्घटनाग्रस्त विमान का प्रकार और अधिक जानकारी देने से पाकिस्तानी वायुसेना एवं थलसेना दूर रहे हैं। पाकिस्तानी सेना ने घटनास्थल पर कब्ज़ा किया है और माध्यम एवं स्थानीय लोगों को घटनास्थल से सौ मीटर दूरी पर रोका गया है। इसके चलते पाकिस्तानी सेना जनता से कुछ छुपा रही है, ऐसा दावा पाकिस्तानी समाचार चैनल कर रहें हैं।

पाकिस्तान स्थित कुछ लष्करी विश्‍लेषकों ने घटनास्थल से प्राप्त फोटोज्‌ का दाखिला देकर यह विमान ‘जेएफ-१७’ होने का दावा किया है। इस कारण चीन निर्मित विमान दुर्घटनाग्रस्त होने की जानकारी सार्वजनिक ना हो, इसका ध्यान पाकिस्तान की सेना रख रही है, ऐसा भी कहा जा रहा है। जनवरी से पाकिस्तानी वायुसेना का विमान ‘क्रैश’ होने की यह पांचवी घटना है। इसमें दो घटनाएं ‘जेएफ-१७’ विमान दुर्घटनाग्रस्त होने की हैं, ऐसा पाकिस्तानी समाचार पत्रों का कहना है। इस वर्ष में अब तक लड़ाकू विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने से पाकिस्तान के तीन पायलट मारे गए हैं।

Pakistan-Air-Force‘जेएफ-१७’ चीन निर्मित ‘फोर्थ जनरेशन’ विमान होने दावा पाकिस्तान और चीन कर रहे हैं। पाकिस्तान के कुछ लष्करी विश्‍लेषकों ने संबंधित विमान ‘सिक्स्थ जनरेशन’ विमान होने का बयान करके अपना ही मज़ाक उड़ाया है। बुद्धीसंपका की चोरी करने के लिए प्रसिद्ध हुए चीन ने अमरीका के ‘एफ-१६’ विमानों की नकल करके ‘जेएफ-१७’ का निर्माण किया है, ऐसे आरोप पहले भी किए गए थे। लेकिन, ‘रिवर्स इंजिनिअरिंग’ की वजह से कई बार मुश्‍किलों से घिरे चीन के इस विमान में भी दोष होने की बात स्पष्ट हुई थी।

इन विमानों के आधुनिकीकरण के लिए पाकिस्तान ने चीन को अनदेखा करके रशिया से इंजन की माँग भी की थी। लेकिन, भारत ने आपत्ति जताने पर रशिया ने पाकिस्तान को यह इंजन प्रदान करने से इन्कार किया था। भारत के रफायल विमानों को अपने ‘जेएफ-१७’ मुँहतोड़ जवाब देंगे, यह बात भी पाकिस्तानी समाचार चैनलों ने घोषित की थी। लेकिन, किसी भी संघर्ष का अनुभव ना होनेवाले ‘जेएफ-१७’ विमानों की तुलना अफ़गानिस्तान, सीरिया और लीबिया में जारी संघर्ष में इस्तेमाल हुए रफायल के साथ करना उचित नहीं होगा इसकी याद पाकिस्तान स्थित कुछ लष्करी विश्‍लेषकों ने कुछ सप्ताह पहले दिलाई थी।

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