अमरीका के ड्रोन हमले टालने के लिए पाकिस्तान की हफीज सईद के नये संगठन पर कार्रवाई

इस्लामाबाद, दि. ३० : अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प जल्द ही पाकिस्तान पर नये ड्रोन हमलों का आदेश देंगे, इस डर से पाकिस्तान  भयभीत हुआ है| इसी कारण, आज तक ‘समाजसेवक’ के तौर पर सम्मानित किये गये, २६/११ हमले के साजिशकर्ता हफीज सईद के नये संगठन पर पाबंदी लगाने का फ़ैसला पाकिस्तान ने किया है| इस दौरान, ‘हम आतंकवादियों पर कार्रवाई कर रहे हैं’ ऐसे दिखावे खड़े करने की कोशिश पाकिस्तान द्वारा की जा रही है, ऐसे दावे मीडिया में जारी हो रहे हैं|

हफीज सईदसोमवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प की भेंट हुई थी| इस समय जारी किए संयुक्त निवदेन में, आतंकवाद के खिलाफ कड़े उपाय अपनाने की घोषणा दोनो नेताओं ने की थी| यह पाकिस्तान के लिए ‘चेतावनी’ है, ऐसा दावा इस देश के कुछ विशेषज्ज्ञ कर रहे हैं| राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प सत्ता पर आने के बाद पाकिस्तान में अमरीका के ड्रोन हमले शुरू होंगे, ऐसी बातचीत शुरू हुई थी| इसके बाद पाकिस्तान ने हफीज सईद को नज़रबन्द कर रखने का फ़ैसला किया था| साथ ही, सईद के ‘जमात-उल-दवा’ संगठन पर पाकिस्तान ने पाबंदी लगायी थी| फिर भी अमरीका ने पाकिस्तान पर ड्रोन हमला किया था|

इस ड्रोन हमले की पाकिस्तान ने ज़ोर से आलोचना की| लेकिन चलकर अमरीका के ड्रोन हमलों की तीव्रता बढेगी, इस डर से पाकिस्तान ने, ‘हम आतंकवादियों पर कार्रवाई कर रहे हैं’, ऐसा दिखावा तैयार किया है| ख़ासकर प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प की भेंट के बाद पाकिस्तान ने, हफीज सईद द्वारा नये से स्थापन किये गये ‘तेहरिक-ए-आज़ाद-ए-कश्मीर’ इस संगठन पर पाबंदी लगायी है|

मुंबई पर के २६/११ हमले का साज़िशकर्ता रहा हफ़ीज़ सईद आतंकवादी न होते हुए समाजसेवक है, ऐसा दावा पाकिस्तान ने किया था| साथ ही, उनके खिलाफ भारत ने दिये सबूतो का भी पाकिस्तान ने स्वीकार नहीं किया था| लेकिन ट्रम्प प्रशासन आतंकवाद के खिलाफ आक्रामक भूमिका अपनायेगा, ऐसे संकेत मिलने के बाद, पाकिस्तान ने सईद पर कार्रवाई करने की तैयारी शुरू की| साथ ही, आतंकवादियों की घेराबंदी करने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जल्द ही एक बैठक संबोधित करेंगे, ऐसे घोषित किया गया है|

पाकिस्तान की कोशिश अमरीका के ड्रोन हमले को टालने के लिए है, ऐसे दिखाई देता है| लेकिन अफगानिस्तान के संदर्भ में नई नीति तैयार कर रही अमरीका को प्रभावित करने के लिए पाकिस्तान की यह कार्रवाई पर्याप्त नहीं है| अफगानिस्तान में अमरीका लड़ रही आतंकवादविरोधी जंग में पाकिस्तान यही प्रमुख रोड़ा है, ऐसा दावा अमरीका के सेना के अधिकारी और विशेषज्ज्ञ कर रहे हैं| इस माहौल में पाकिस्तान पर सख्त कार्रवाई करने के अलावा और कोई चारा ही नहीं है, ऐसे अमरिकी राजनयिकों का कहना है|

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