‘उत्तर कोरिया को रोकने के लिए नया दृष्टिकोण अपनाना होगा’ : अमरीका के विदेशमंत्री का दावा

टोकियो, दि. १६ (वृत्तसंस्था) – ‘पिछले २० सालों से परमाणु कार्यक्रम बंद करने के लिए उत्तर कोरिया के हुकूमत के सामने गिड़गिड़ाना चल रहा है| लेकिन बातचीत पर आधारित यह राजनीतिक नीति असफल हुई होकर, इसमें बीस साल जाया हुए| इसीलिए उत्तर कोरिया को रोकने के लिए अमरीका को नया दृष्टिकोण अपनाना होगा’ ऐसी चेतावनी अमरीका के विदेशमंत्री ‘रेक्स टिलरसन’ ने दी|

उत्तर कोरिया

विदेशमंत्री टिलरसन अपने पहले पूर्व एशियाई देशों के दौरे पर दाखिल हुए हैं| पिछले हफ्ते, उत्तर कोरिया ने लगातार चार बैलेस्टिक प्रक्षेपास्त्रों का प्रक्षेपण किया था| इनमें से तीन प्रक्षेपास्त्र जापान की सागरी सरहद में जा गिरे थे| अमरीका और दक्षिण कोरिया की नौसेना के समुद्री युद्धाभ्यास के चलते उत्तर कोरिया द्वारा किए गए इस प्रक्षेपास्त्र परीक्षण से इस क्षेत्र में तनाव पैदा हुआ था|

इस पृष्ठभूमि पर, अपने मित्र देशों को सुरक्षा के बारे में आश्‍वस्त करने के लिए और उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम तथा प्रक्षेपास्त्रों के परीक्षण पर चर्चा करने के लिए अमरीका के विदेशमंत्री तीन देशों के दौरे पर हैं| जापान में दाखिल होते ही विदेशमंत्री टिलरसन ने, अमरिकी दूतावास की भेंट करने के बजाय सीधे प्रधानमंत्री शिंजो ऍबे से मुलाकात की| उसके बाद, जापान के विदेशमंत्री फुमिओ किशिदा के साथ भी चर्चा की| जापान के नेताओं के साथ हुई बैठक के विषय में पत्रकारों को जानकारी देते हुए विदेशमंत्री टिलरसन ने, इससे पहले की उत्तर कोरिया की गैरज़िम्मेदाराना नीतियों की आलोचना की| सन १९९४ में अमरीका और उत्तर कोरिया में हुए समझौते के बाद, इस परमाणु कार्यक्रम को रोकने के लिए बातचीत के आधारित राजनीतिक नीति अपनाई गई| इस दौरान उत्तर कोरिया परमाणुअस्त्रों का निर्माण ना करें इसलिए अमरीका ने १.३५ अरब डॉलर्स की सहायता की थी| इसके अलावा दक्षिण कोरिया, जापान इन देशों ने भी उत्तर कोरिया के साथ व्यापारी सहयोग शुरू रखे थे|

इन कोशिशों के बावजूद, उत्तर कोरिया ने अपना परमाणु कार्यक्रम रोका नहीं, ऐसी आलोचना विदेशमंत्री टिलरसन ने की| बल्कि, इसी दौरान उत्तर कोरिया ने पाँच शक्तिशाली परमाणु परीक्षण करवाए| वहीं, पिछले साल उत्तर कोरिया ने प्रक्षेपास्त्र परीक्षण का सिलसिला शुरू किया था| उत्तर कोरिया के इस प्रक्षेपास्त्र परीक्षण को चुनौती देने के लिए ही अमरीका ने दक्षिण कोरिया में ‘थाड’ सिस्टम तैनात करनी शुरू की है|

इसका उदाहरण देते हुए, उत्तर कोरिया के खिलाफ नया दृष्टिकोण अपनाने की चेतावनी टिलरसन ने दी| लेकिन इस बारे में अधिक जानकारी अमरीका के विदेशमंत्री ने नहीं दी है| इस सवाल पर बातचीत करने के लिए विदेशमंत्री टिलरसन दक्षिण कोरिया और चीन की भी यात्रा करने वाले हैं|

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