ओमान की खाड़ी में इस्रायली मालवाहक जहाज़ पर हुआ रहस्यमय विस्फोट – ईरान ने सीरिया पर अमरिकी हमले का बदला लेने का दावा किया

oman-gulf-israelतेल अवीव/मास्को – ओमान की खाड़ी से यात्रा कर रहे इस्रायली मालवाहक जहाज़ पर शुक्रवार की शाम रहस्यमय विस्फोट हुआ। ईरान ने बीते कुछ वर्षों में इस समुद्री क्षेत्र में सौदी अरब समेत, यूएई, नॉर्वे एवं अन्य देशों के मालवाहक जहाज़ और र्इंधन टैंकर्स पर हमले किए थे। इस वजह से इस्रायली जहाज़ पर हुए इस विस्फोट के पीछे भी ईरान का ही हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। अमरीका ने कुछ घंटे पहले ही सीरिया में स्थित ईरान के लष्करी अड्डे पर हमला किया था। इस हमले के प्रतिशोध में ईरान ने इस्रायली जहाज़ को लक्ष्य करने की चर्चा शुरू हुई है।

गुरूवार रात और शुक्रवार की सुबह के दौरान अमरिकी लड़ाकू विमानों ने सीरिया के पूर्वी इलाके में अल-ज़ोर प्रांत में किए हमलों में ईरान से जुड़े दो आतंकी संगठनों के अड्डे तहस-नहस किए थे। अमरीका की इस कार्रवाई में 22 आतंकी मारे गए थे। अमरीका ने बीते महीने से सीरिया में किया यह पहला हमला था। इस हमले के 12 घंटे बाद ही शुक्रवार की शाम ओमान की खाड़ी से यात्रा कर रहे बड़े मालवाहक जहाज़ पर संदिग्ध विस्फोट हुआ।

oman-gulf-israelइस्रायल के ‘हेलियॉस रे’ नामक जहाज़ पर यह विस्फोट हुआ। खाड़ी क्षेत्र से सिंगापुर की ओर जाते समय इस जहाज़ पर यह हमला हुआ। इस विस्फोट से किसी भी तरह का नुकसान ना होने की बात स्पष्ट हुई है। लेकिन, होर्मुज़ की खाड़ी में ईरान के करीबी क्षेत्र से यात्रा कर रहे इस्रायली जहाज़ को लक्ष्य किए जाने से यह विस्फोट ईरान या ईरान से जुड़े गुटों ने ही किया होगा, यह दावा हो रहा है। अमरीका ने सीरिया में किए हमलों पर प्रत्युत्तर के रूप में ईरान ने इस इस्रायली जहाज़ को लक्ष्य किया है, ऐसा कहा जा रहा है।

oman-gulf-israelइससे पहले वर्ष 2019 में ईरान ने खाड़ी क्षेत्र से यात्रा कर रहे अमरीका के मित्रदेशों के जहाज़ों को लक्ष्य किया था। उस समय अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान के साथ किए परमाणु समझौते से पीछे हटकर प्रतिबंध लगाने के बाद ईरान ने मालवाहक जहाज़ और र्इंधन टैंकर्स को लक्ष्य करने का सिलसिला शुरू किया था। इस वजह से अब भी सीरिया में अमरीका ने किए हमलों का बदला लेने के लिए ईरान ने इस्रायली जहाज़ को लक्ष्य किया होगा, ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है।

‘हेलियॉस रे’ नामक जहाज़ के मालिकाना हक इस्रायल के रामी अंगेर नामक सबसे बड़े कारोबारी के पास है। अंगेर, इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा ‘मोसाद’ के प्रमुख योसी कोहेन के मित्र समझे जाते हैं। दो वर्ष पहले कोहेन ने स्वयं ही ईरान में घुंसकर ईरान के परमाणु कार्यक्रम के गोपनीय कागजात और सबूत प्राप्त किए थे। आगे जाकर इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने अंतरराष्ट्रीय माध्यमों के सामने यह सबूत रखे थे। इस वजह से अंगेर के मालिकाना हक होनेवाले जहाज़ को लक्ष्य करके ईरान ने इस्रायल को इशारा दिया है, इस पर इस्रायली और रशियन माध्यम ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

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