बलूच नागरिकों पर हुई गोलीबारी के बाद ईरान-पाकिस्तान सीमा पर तनाव – कम से कम 10 बलुच नागरिकों की मौत

क्वेट्टा/तेहरान – ईरान और पाकिस्तान की सीमा पर हुई गोलीबारी में कम से कम 10 बलूच नागरिक मारे गए हैं। इस पूरी घटना के बाद ईरान और पाकिस्तान की सीमा पर बड़ा तनाव निर्माण हुआ है और इसके चलते सरहद को बंद किया गया है। इसी बीच क्रोधित हुए बलूच नागरिकों ने ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत के प्रशासकीय इमारत पर हमला करके आगजनी करने का दावा किया जा रहा है।

baloch-iran-pakसोमवार 22 फ़रवरी के दिन ईरान और पाकिस्तान के बीच विभाजित हुए बलूचिस्तान के हिस्से में बड़ी मात्रा में गोलीबारी हुई। अंतरराष्ट्रीय माध्यमों ने प्रदान की हुई जानकारी में, ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान की सारवान सीमा पर यह वारदात होने की बात कही है। तभी, कुछ माध्यमों ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत की सीमा के करीब यह गोलीबारी होने का दावा किया है। इस गोलीबारी में पुख्ता कितने लोग मारे गए हैं, इसको लेकर अलग अलग दावे किए गए हैं। ईरान माध्यमों ने इस घटना में 10 बलूची नागरिकों के मारे जाने की बात कही है और मानव अधिकार संगठन ने इस गोलीबारी में कम से कम 50 लोगों के मारे जाने की या घायल होने की संभावना घोषित की है।

ईरान के ‘रिवोल्युशनरी गार्ड्स’ (आयआरजीसी) ने बलूच नागरिकों पर यह कार्रवाई करने का दावा किया जा रहा है। साथ ही ‘आयआरजीसी’ ने कुछ बलूच नागरिकों के शव कनाल में फेंक दिए हैं, यह आरोप हो रहा है। स्थानीय लोगों को इस कनाल की ओर ना जाने का इशारा भी ‘आयआरजीसी’ ने दिया है। इस वजह से ईरान के सिस्तान-बलोचिस्तान प्रांत में बलूच नागरिकों के असंतोष का उद्रेक हुआ है। बलूच जनता ने प्रशासकीय इमारत में घुसकर तोड़फोड़ की है, यह आरोप ईरान ने किया है। साथ ही पुलिस की गाड़ियों को भी इस दौरान आग के हवाले किए जाने के दावे हो रहे हैं।

ईरान ने बलूच नागरिकों पर हुई कार्रवाई के लिए पाकिस्तान की आलोचना की है। पाकिस्तान से ईरान में दाखिल हो रहे बलूच नागरिकों की भीड़ पर पाकिस्तानी सेना ने अंधाधुंद गोलीबारी की। इसमें सिस्तान-बलूचिस्तान की नागरिक लक्ष्य हुए हैं, यह बयान ईरान के प्रांताधिकारी ने किया है। इस घटना के बाद ईरान-पाकिस्तान की सीमा को बंद किया गया है। ईरान ने सिस्तान-बलूचिस्तान के सरवान शहर में इंटरनेट सेवा भी कुछ समय के लिए बंद रखी थी। साथ ही ईरान ने इस घटना की जाँच शुरू की है।

baloch-iran-pakइसी बीच ईरान-पाकिस्तान की सीमा पर बड़ी मात्रा में ईंधन की तस्करी होती है। ईरान एक ईंधन से भरा एवं ईंधन उत्पादक देश होने से वहां पर ईंधन की कीमत काफी कम है। वहीं, दूसरी ओर पाकिस्तान में ईंधन काफी महँगा हुआ है। इस वजह से ईंधन की माँग पूरी करने के लिए पाकिस्तान के तस्कर बलूच युवकों का इस्तेमाल ईंधन की तस्करी करने के लिए करते हैं। इसे पाकिस्तानी सेना का सहयोग होने के दावे भी किए जा रहे हैं।

इसी वजह से बीते कुछ वर्षों से पाकिस्तान ने ईरान की करीबन 900 किलोमीटर की सीमा पर तार की बाड़ लगाने का काम अधुरा छोड़ रखा है। ईरान में स्थित धार्मिक ठिकानों की यात्रा कर रहे अपने देश के शियापंथी नागरिकों के लिए यह सीमा खुली रखने की बात पाकिस्तानी सेना करती है। लेकिन, इसके पीछे ईंधन की तस्करी होने का आरोप ईरान कर रहा है। कुछ पाकिस्तानी पत्रकारों ने वहां पर ईंधन की तस्करी होने की बात मंजूर की है। लेकिन, इसकी मात्रा बिल्कुल ना के बराबर होने का इन पत्रकारों का कहना है।

इस ईंधन तस्करी की वजह से पाकिस्तानी सरकार का महसुली नुकसान हो रहा है, फिर भी तस्कर और पाकिस्तानी सेना इससे लाभ प्राप्त कर रहे हैं, यह बात अब स्पष्ट हुई है। पाकिस्तान की सरकार ईरान की सीमा पर हुई इस गोलीबारी के मामले को निपटाने की कोशिश कर रही है। लेकिन, अमरीका, इस्रायल और सौदी के माध्यमों ने इस खबर को अहमियत देकर उठाया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.