म्यांमार की लष्करी हुकूमत की कार्रवाई में १० प्रदर्शनकारियों की मौत

नेप्यितौ – संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद म्यांमार की लष्करी हुकूमत को हिंसा के मुद्दे पर कटघरे में खड़ी कर रही है और ऐसी स्थिति में भी इस हुकूमत ने हिंसा का सत्र जारी रखा है। बुधवार के दिन सुरक्षा परिषद के १५ सदस्य देशों ने म्यांमार की लष्करी हुकूमत पर आलोचना करनेवाला निवेदन सहमति से पारित किया था। इसके २४ घंटे के भीतर ही म्यांमार की हुकूमत ने नई कार्रवाई करके १० प्रदर्शनकारियों को मार गिराया है।

म्यांमार की सेना ने बीते महीने देश की जनतांत्रिक सरकार का तख्ता पलटकर देश पर कब्ज़ा किया था। सेना की इस कार्रवाई से गुस्सा हुई म्यांमार की जनता सड़कों पर उतरी है। राजधानी नेप्यितौ समेत यांगून एवं अन्य प्रमुख शहरों में हो रहे प्रदर्शनों का दायरा और भी बढ़ा है और सरकारी कर्मचारियों ने शुरू किए असहयोग के आंदोलन को प्राप्त हो रहा समर्थन भी बढ़ रहा है।

देशभर में बढ़ रहे विरोध के कारण मुश्‍किलों में घिरी लष्करी हुकूमत ने यह प्रदर्शन कुचलने के लिए टैंक्स के साथ भारी संख्या में सैनिकों की तैनाती की है। राजधानी के साथ अधिकांश शहरों में हज़ारों लष्करी सैनिक और अन्य सुरक्षा यंत्रणाओं की तैनाती की गई है और प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाने के आदेश भी दिए गए हैं।

गुरूवार के दिन म्यायिंग शहर में लष्करी दल ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेने के लिए कार्रवाई शुरू की है। इस कार्रवाई को प्रदर्शनकारियों ने विरोध किया है। यह विरोध कुचलने के लिए सेना ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियाँ चलाई। इस दौरान छह की मौत होने की जानकारी सूत्रों ने प्रदान की। यांगून, मंडाले, बागो और तौंग में भी प्रदर्शनकारियों और सेना के बीच संघर्ष हुआ है और इस दौरान कम से कम चार प्रदर्शनकारी मारे गए। गुरूवार के दिन हुई इस कार्रवाई के बाद म्यांमार में जारी प्रदर्शनों में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर ६० हुई है।

इससे पहले बुधवार के दिन संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद में म्यांमार की लष्करी हुकूमत की जारी कार्रवाई के मुद्दे पर जोरदार चर्चा हुई। इस दौरान ब्रिटेन ने पहल करके म्यांमार की लष्करी हुकूमत की बगावत और जारी कार्रवाई के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया। इस पर हुई चर्चे के बाद सुरक्षा परिषद ने ‘प्रेसिडेन्शिअल स्टेटमेंट’ जारी किया है। इस निवेदन में लष्करी हुकूमत की जारी हिंसक कार्रवाई का निषेध किया गया। इस निवेदन को मंजूरी देनेवाले देशों में चीन का भी समावेश होने की बात सामने आयी है।

इसी बीच, अमरीका ने म्यांमार की लष्करी हुकूमत के प्रमुख जनरल मिन आँग हलैंग के दो बच्चों के खिलाफ प्रतिबंधों का ऐलान किया है। इन प्रतिबंधों में बच्चों के साथ उनकी छह कंपनियों का भी समावेश होने की जानकारी अमरीका के कोषागार विभाग ने प्रदान की।

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