‘उत्तर कोरिया के खिलाफ सैनिकी कार्रवाई संभव’ : अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने दिलाया जापान को भरोसा

वॉशिंग्टन/टोकिओ, दि. ७ : उत्तर कोरिया को जवाब देने के लिए अमरीका के सभी विकल्प तैयार हैं, जिनमें सैनिकी कार्रवाई भी शामिल है’, ऐसा आश्‍वासन अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो ऍबे को दिया| अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने जापान के प्रधानमंत्री को दिया यह भरोसा यानी उत्तर कोरिया के लिए नई चेतावनी है| चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग अमरीका में दाखिल होने से पहले, राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने जापान के प्रधानमंत्री से उत्तर कोरिया के संदर्भ में चर्चा की| चीन यदि उत्तर कोरिया पर दबाव डालते हुए उसका एटमी कार्यक्रम और प्रक्षेपास्त्र परीक्षण नहीं रोक सकता, तो फिर अमरीका को इकतरफ़ा फैसला करना पड़ेगा, ऐसी चेतावनी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने इससे पहले दी थी|

सैनिकी कार्रवाईदो दिन पहले उत्तर कोरिया ने मध्यम दूरी तक हमला करनेवाला बैलेस्टिक प्रक्षेपास्त्र प्रक्षेपित किया था| उत्तर कोरिया का यह प्रक्षेपास्त्र फिर एक बार जापान के समुद्री क्षेत्र में जा गिरा| उत्तर कोरिया के प्रक्षेपास्त्र परीक्षण ने जापान की संप्रभुता का उल्लंघन किया, ऐसी आलोचना जापान ने की थी| उसके बाद, अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने जापान के प्रधानमंत्री ऍबे को फोन करते हुए करीब ३५ मिनट बातचीत की| उत्तर कोरिया द्वारा बढ़ते हुए उक़सानेवाले कारनामों की पृष्ठभूमि पर, अमरीका पूर्व एशिया में अपनी सैन्यसिद्धता बढ़ाएगी, ऐसा आश्‍वासन ट्रम्प ने इस समय दिया| साथ ही, अमरीका अपने हितसंबंधों की और दोस्त राष्ट्रों की सुरक्षा के लिए अपने सैनिकी सामर्थ्य का पूरा इस्तेमाल करेगी, ऐसा भी अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने स्पष्ट किया|

राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के साथ फोन पर हुई बातचीत पर जापान के प्रधानमंत्री ने संतोष जताया| साथ ही, उत्तर कोरिया के प्रक्षेपास्त्र परीक्षण को जवाब देने के मामले में अपना और राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प का एकमत था, ऐसी जानकारी जापान के प्रधानमंत्री ने पत्रकारों को दी| साथ ही, उत्तर कोरिया के खिलाफ चीन को महत्त्वपूर्ण भूमिका अपनाने की जरूरत है, जिसकी ओर जापान देख रहा है, ऐसा ऍबे ने कहा| चीन के राष्ट्राध्यक्ष की अमरीका यात्रा की पृष्ठभूमि पर, प्रधानमंत्री ऍबे ने ये संकेत दिए, ऐसा दिखाई देता है|

चीन के राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग फिलहाल अमरीका की यात्रा पर हैं, जहाँ अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के साथ होनेवाली बैठक में उत्तर कोरिया के मसले पर बातचीत संभव है| उत्तर कोरिया के मसले पर राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने अपनी नीति इससे पहले ही स्पष्ट की है| चीन यह उत्तर कोरिया का पड़ोसी दोस्त राष्ट्र है, जिस कारण उत्तर कोरिया के एटमी कार्यक्रम और प्रक्षेपास्त्र परीक्षण को रोकने के लिए चीन को महत्त्वपूर्ण भूमिका अपनानी होगी, ऐसा आवाहन राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने किया है| चीन उत्तर कोरिया को रोकने में असफल रहा, तो अमरीका को कुछ और सोचना होगा, ऐसी चेतावनी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने दी थी|

अमरीका एवं दक्षिण कोरिया की सैनिकी गतिविधियाँ उत्तर कोरिया के इन भड़काऊ कारनामो के लिए ज़िम्मेदार होने का आरोप चीन कर रहा है| इसलिए अमरीका इस क्षेत्र में अपनी सैनिकी गतिविधियाँ रोक दें, ऐसा चीन का कहना है| लेकिन ट्रम्प प्रशासन उत्तर कोरिया के खिलाफ अधिक आक्रामक नीति अपनाएँ, ऐसी माँग अमरीका में से हो रही है|

उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही, सैनिकी कार्रवाई का विकल्प खुला होने के संकेत इससे पहले ही, अमरिकी रक्षामंत्री जेम्स मॅटिस ने अपनी दक्षिण कोरिया की यात्रा में दिए थे| वहीं, अमरीका के पूर्व सेना अधिकारी और खुफिया एजन्सी के वरिष्ठ अधिकारी भी, ‘उत्तर कोरिया पर सैनिकी कार्रवाई, एटमी हमला यही विकल्प बाकी हैं’ ऐसा सुझाव ट्रम्प प्रशासन को दे रहे हैं| वहीं, दूसरी ओर दक्षिण कोरिया में अमरीका की ‘थाड’ यह प्रक्षेपास्त्रभेदक सिस्टम तैनात हो चुकी है और जापान भी ‘थाड’ और ‘पॅट्रियट’ की ख़रीदारी पर गंभीरता से विचार कर रहा है|

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