आतंकवादी और उनके समर्थक हताश हुए है – लष्कर प्रमुख बिपिन रावत का बयान

जम्मू: भारतीय लष्कर के सर्वोत्तम कामकाज की वजह से जम्मू कश्मीर मे परिस्थिति सुधर रही है। हालही मे जम्मू कश्मीर मे कुछ छोटे आतंकी हमले हुए हैं, पर इन हमलों से आतंकियों की विवशता स्पष्ट दिखाई दे रही है, ऐसा लष्कर प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा है। सीमा के उस पार आतंकवादियों का प्रशिक्षण तल कार्यरत हैं। यह आतंकवादी तल तबाह करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक यह एक ही मार्ग है। इसके अलावा अन्य मार्गों का भी विचार करके उसपर कारवाई की जा रही है, ऐसा जनरल रावत ने स्पष्ट किया है।

लष्कर प्रमुख जनरल रावत शनिवार को जम्मू के दौरे पर थे। लष्कर के ‘४७-आर्मी रेजीमेट’ को जनरल रावत के शुभ हाथों से ‘प्रेसिडेंट स्टैंडर्ड’ इस पुरस्कार से नवाजा गया। उसके बाद उन्होंने पत्रकारों से संवाद साधा। पाकिस्तान से चर्चा करेंगे अथवा नहीं करेंगे, इसका निर्णय सरकार लेगी पर लष्कर अपना काम कर रहा है और आगे चलकर भी करता रहेगा ऐसा लष्कर प्रमुख ने स्पष्ट किया है। पाकिस्तान के लष्कर प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने पाकिस्तान को भारत के साथ अच्छे संबंध चाहिए, ऐसा विधान किया था। इस पृष्ठभूमि पर जनरल रावत ने यह प्रतिक्रिया दी है।

आतंकवादीसीमा के उसपर आतंकवादियों का तल कार्यरत होकर, इस तल पर आतंकवादियों की गतिविधियां स्पष्ट दिखाई दे रही है। इस आतंकी तल पर सर्जिकल स्ट्राइक करना यह एक ही पर्याय है और अन्य पर्याय पर लष्कर काम कर रही है, ऐसे कहकर लष्कर प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने पाकिस्तान को फिर से एक बार कड़ा इशारा दिया है। कुछ दिनों पहले जनरल रावत ने भारतीय लष्कर फिर से सर्जिकल स्ट्राइक करेगा ऐसा सूचित किया था। पर अब सर्जिकल स्ट्राइक के साथ पाकिस्तान के आतंकवादी नेटवर्क को लक्ष्य करने के लिए अन्य पर्याय उपलब्ध होने की बात कहकर विशेषज्ञों का ध्यान केंद्रित किया है।

जम्मू कश्मीर के मे फिलहाल महिलाओं के बाल काटने के वीभत्स घटनाए हो रही हैं। पर आज तक पुलिस दल के पास इस बारे मे एक भी शिकायत नहीं आयी है। पर इन घटनाओं का उपयोग करके उग्रवादी नेता जम्मू कश्मीर मे वातावरण फिर से बिगाड़ने का प्रयत्न कर रहे हैं। ऐसी घटनाएं देश के अन्य भागों मे भी हो रही है, पर इन घटनाओं का उपयोग करके उग्रवादी नेता अपने समर्थकों के साथ रास्तों पर उतर रहे हैं। इन मामलों को भारत विरोधी रंग देने का प्रयत्न यह उग्रवादी नेता ने शुरू किया है और कुछ जगहों पर उसके लिए जम्मू कश्मीर के पुलिस दल के सदस्यों पर मारपीट करने की खबरें प्रसिद्ध हुई है। स्पष्ट तौर पर उल्लेख न करते हुए जनरल रावत ने आतंकवादी एवं उग्रवादी नेताओं से शुरू कारवाईयों से उनकी विवशता दिखाई देने का संदेश दिया है।

उरी और उसके बाद नारगोटा मे हुए आतंकी हमलों की जांच के बारे मे माध्यमों के प्रतिनिधि ने जनरल रावत को प्रश्न पूछा। उसे उत्तर देते हुए लष्कर प्रमुख ने दोषी को किसी भी परिस्थिति मे छोड़ा नहीं जाएगा, ऐसा स्पष्ट किया है। दुनियाभर मे बढ़ते कट्टरवाद पर चिंता व्यक्त करते हुए जम्मू कश्मीर के नागरिक इस कट्टरवाद से दूर रहे, ऐसा आवाहन जनरल रावत ने किया है। तथा नौजवानों को कट्टरवाद मे धकेलने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग हो रहा है, यह जानकारी उन्होंने दी है। लष्कर की ‘सदभावना’ मुहिम की वजह से जम्मू कश्मीर मे नागरिकों की लष्कर के विषय मे मानसिकता बदल रही है और बड़ी तादाद मे कश्मीरी नौजवान लष्कर मे दाखिल हो रहे हैं, इस पर लष्कर प्रमुख रावत ने ध्यान केंद्रित किया है।

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