ईरान यह फौलादी पंजा रखनेवाला कागजी शेर – सऊदी अरब के पूर्व गुप्तचर प्रमुख का दावा

Third World Warरियाध: ईरान मतलब फौलादी पंजा पहने हुए कागजी शेर हैं| खाड़ी में अस्थिरता निर्माण करने वाले लेबनान के ‘हिजबुल्लाह’, येमेन के ‘हौथी’ अथवा सीरिया के ‘अल-अब्बास’ और ईराक के विविध आतंकवादी संगठन ईरान के फौलादी पंजे साबित होते हैं| यह फौलादी पंजे खाड़ी में ईरान का प्रभाव तथा प्रभुत्व बढ़ा रहे हैं, ऐसी चेतावनी सौदी अरेबिया के भूतपूर्व गुप्तचर प्रमुख और राजघराने के वरिष्ठ सदस्य ‘प्रिन्स तुर्की अल फैजल’ ने दी हैं| यह फौलादी पंजा कुंठित करने के लिए अमरिका के ट्रम्प शासन ने ईरान पर लगाए प्रतिबंध काम करेंगे, यह विश्वास प्रिन्स तुर्की ने अमरिका के समाचार माध्यमों से बातचीत करते हुए व्यक्त किया हैं|

ईरान, फौलादी पंजा, रखनेवाला, कागजी शेर, सऊदी अरब, पूर्व गुप्तचर, प्रमुख, दावाईरान के विरोध में नेतृत्व निर्माण करने के लिए अमरिका के नेतृत्व में इस्रायल तथा अरब-इस्लामी देशों की पोलंड यहां बैठक शुरू होने वाली हैं| इस बैठक की पृष्ठभूमि पर अमरिका के समाचार माध्यम ने अमरिका तथा ब्रिटन के भूतपूर्व राजदूत के रूप में कार्य कर चुके प्रिन्स तुर्की से बातचीत की हैं| इस मुलाकात में प्रिन्स तुर्की ने ईरान के नेतृत्व पर हमला किया हैं| ‘मैंने इससे पहले ही ईरान के शासन का वर्णन किया था| आज भी मैने किया हुआ ईरान के विषय का वर्णन उचित साबित होता हैं| ईरान मतलब फौलादी पंजे वाला कागजी शेर हैं’, ऐसा बता कर प्रिन्स तुर्की ने ईरान ने खाड़ी में निर्माण किए आतंकवादी संगठनाओं की आलोचना की हैं|

अपने फौलादी पंजे में होने वाले आतंकवादी संगठनों के सहयोग से ईरान ने खाड़ी में भले ही प्रभुत्व स्थापित किया हो परंतु इस कागजी शेर ने आतंकवाद पर खर्च करते हुए ईरान की जनता को पूरी तरह से नजरअंदाज करने का आरोप प्रिन्स तुर्की ने किया हैं| ‘अक्षम शासन के कारण ईरान में गरीबी बढ़ने से प्रदर्शन शुरू हो गए हैं| खाद्य, जल और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के बजाय शासन ने ईरान की जनता को धोखा दिया हैं’, ऐसा आरोप प्रिन्स तुर्की ने किया हैं|

ईरान में शासन बदलेगा क्या, ऐसा प्रश्न प्रिन्स तुर्की को इस मुलाकात में पूछा गया था| उस पर ‘ईरान में शासन के बदलाव के विषय में अभी बोलना कठिन है, परंतु अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान पर लगाए हुए प्रतिबंध ईरान के नेतृत्व में बदलाव करेंगे, ऐसा मुझे विश्वास हैं,’ ऐसा प्रिन्स तुर्की ने कहा हैं| अमरिका के प्रतिबंधों के कारण ईरान की जनता को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा हैं| परंतु इसके लिए जनता नहीं बल्कि ईरान का शासन जिम्मेदार होने का आरोप प्रिन्स तुर्की ने किया हैं|

सौदी अरेबिया और ईरान में शत्रुता बहुत पुरानी होते हुए प्रिन्स तुर्की ने इससे पहले भी ईरान पर आतंकवाद समर्थक देश होने का, आरोप किया था| ईरान ने लेबनान, येमेन, सीरिया और ईराक इन देशों में आतंकवादी संगठना कार्यरत कर खाड़ी में अपना प्रभाव बढ़ाया हैं, ऐसा सौदी का दावा हैं| अफगानिस्तान में तालिबान को भी ईरान से आर्थिक तथा लष्करी सहयोग मिलने का आरोप प्रिन्स तुर्की ने किया था|

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