ईंधन टैंकर पर हुए हमले के बाद इस्रायल-ईरान अघोषित युद्ध भड़कने के संकेत

israel-iran-undeclared-war जेरूसलम – इस्रायली ईंधन टैंकर पर ओमान के करीब हुए हमले में आत्मघाती ड्रोन्स का प्रयोग किया गया था। इस हमले में दो नाविकों की मौत हुई है। इसमें ईरान का हाथ होने का आरोप इस्रायल ने लगाया है। ‘ईरान सिर्फ इस्रायल के लिए समस्या नहीं है। आतंकवाद विध्वंस और अस्थिरता का प्रायोजक ईरान पूरे विश्‍व के लिए खतरनाक है’, ऐसा इशारा इस्रायल के विदेशमंत्री लैपिड ने दिया। इस घटना के बाद इस्रायल के रक्षामंत्री और रक्षाबलप्रमुख की शीघ्रता में बैठक हुई। इस वजह से वर्णित हमले के कारण इस्रायल अब ईरान को प्रत्युत्तर देने की तैयारी में होने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं।

‘यूएई’ की दिशा में जा रहे ‘मर्सर स्ट्रीट’ नामक ईंधन टैंकर पर दो दिन पहले हमला होने की जानकारी ब्रिटेन की सेना ने साझा की थी। ओमान के ‘मसिला’ द्विप के करीबी क्षेत्र में हुए इस हमले के पीछे समुद्री ड़कैत होने का प्राथमिक अंदाज़ा जताया गया था। इस ईंधन टैंकर का ऑपरेशन इस्रायली कारोबारी कंपनी द्वारा होने की बात स्पष्ट होने के बाद इस हमले में ईरान होने की संभावना जताई गई। शुक्रवार देर रात समय अमरिकी नौसेना ने इस टैंकर पर ‘ड्रोन’ हमले होने की जानकारी सार्वजनिक करने के बाद इसमें ईरान का हाथ होने की आशंका बढ़ी है।

israel-iran-undeclared-war-1अमरीका या ब्रिटेन फिलहाल इस टैंकर पर हुए हमले के लिए सीधे ईरान को ज़िम्मेदार बताने से दूर रहे हैं। लेकिन, इस्रायल के विदेशमंत्री लैपिड ने अमरीका, ब्रिटेन एवं संयुक्त राष्ट्रसंघ के दूतावास से संपर्क स्थापित करके ईरान के आतंक के खिलाफ सख्त भूमिका अपनाने का आवाहन किया है। आतंकवाद, विध्वंस और अस्थिरता के प्रायोजक ईरान से इस्रायल के साथ पूरे विश्‍व को खतरा होने का बयान लैपिड ने किया। साथ ही समुद्री स्वतंत्रता की सुरक्षा के लिए ईरान के आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय निर्णय करे, यह आवाहन भी इस्रायली विदेशमंत्री ने किया।

इसी बीच इस्रायल के रक्षामंत्री बेनी गांत्ज़ और रक्षाबलप्रमुख अवीव कोशावी की शीघ्रता में बैठक की खबरें इस्रायली माध्यम प्रदान कर रहे हैं। विदेशमंत्री लैपिड का इशारा और रक्षामंत्री की बैठक को देखें तो इस्रायल अब ईरान को जवाब देने की तैयारी में होने के स्पष्ट संकेत प्राप्त हो रहे हैं। हिंद महासागर, ओमान की खाड़ी, रेड़ सी एवं सीरिया के समुद्री क्षेत्र में बीते दो वर्षों के दौरान एक-दूसरे के व्यापारी जहाज़ एवं ईंधन टैंकर्स पर हमले करके इस्रायल और ईरान के बीच अघोषित युद्ध जारी था। लेकिन, गुरूवार की घटना में टैंकर्स के दो कर्मचारियों के मारे जाने के बाद इस अघोषित युद्ध का विस्फोट होने के स्पष्ट संकेत प्राप्त हो रहे हैं। ऐसा हुआ तो पर्शियन खाड़ी से रेड़ सी के क्षेत्र में तनाव बढ़ सकता है।

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