ब्रिक्स परिषद के लिए भारतीय प्रधानमंत्री ब्राजिल पहुंचे

ब्राझिलिया –  ‘ब्रिक्स’ देशों की परिषद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्राजिल पहुंचे है| भारत के साथ रशिया, चीन, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजिल की सदस्यता से बनी ‘ब्रिक्स’ की इश परिषद को काफी बडा सियासी एवं आर्थिक अहमियत प्राप्त हुई है| अमरिका-चीन व्यापारयुद्ध एवं अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में देखी जा रही गिरावट की पृष्ठभूमि पर ब्रिक्स देशों का आर्थिक और धारणात्मक सहयोग अहम भूमिका निभा सकता है| पर, अभी भी ब्रिक्स के सदस्य देशों में ऐसा सहयोग बन नही सका है| भारत ने चीन पुरस्कृत ‘आरसीईपी’ समझौते पर हस्ताक्षर करने से इन्कार करने पर यह बात बडी तीव्रता के साथ सामने आयी थी|

प्रधानमंत्री मोदी अपनी इस यात्रा के दौरान रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन एवं चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग के साथ स्वतंत्र द्विपक्षीय बातचीत करेंगे| प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग की बातचीत की ओर दोनों देशों के निरिक्षकों का खास ध्यान लगा है| कुछ दिन पहले मलेशिया में हुई ‘आसियान’ की बैठक के दौरान चीन के साथ १५ देशों ने ‘आरसीईपी’ समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए भारत पर दबाव बनाने की कोशिश की थी| भारत ने इस मुक्त व्यापीर समझौते में शामिल होने का निर्णय किया होता तो चीन ने अपना बाजार चीन में बने सामान से भर दिया होता, यह चिंता व्यक्त की जा रही थी| पर, प्रधानमंत्री मोदी ने संबंधित समझौते का हिस्सा होने से इन्कार किया था|

इसके बाद चीन ने भारत पर दबाव बनाकर इस समझौते पर हस्ताक्षर करवाने की कोशिश की थी| अन्य देश भी भारत पर दबाव बनाए, यही कोशिश चीन कर रहा था| पर, भारत ने इस समझौते के मुद्दों पर डटकर कायम रखने का निर्णय करके यह दबाव ठुकराया था|

इसके बाद नाराज हुए चीन ने अपना असंतोष अलग रास्ते से व्यक्त करने की तैयारी शुरू की है| इसी बीच भारत की सीमा के निकट चीन की लष्करी हरकतों में बढोतरी हुई है और यह संजोग नही है, यही बात स्पष्ट तौर पर दिख रही है| इस पृष्ठभूमि पर, ब्रिक्स परिषद में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग की द्विपक्षीय बातचीत होगी| इसी वजह से दोनों देशों के विश्‍लेषक इनकी भेंट की ओर बडी गंभीरता से देख रहे है|

इस परिषद के लिए ब्राजिल की यात्रा शुरू करने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने यह कहा था की, हम आर्थिक सहयोग को गति प्राप्त हो और ब्रिक्स देशों के बीच सांस्कृतिक सहयोग मजबूत करने के लिए कोशिश करेंगे|

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