भारत नौं देशों को कोरोना के टीके की आपूर्ति करेगा

नई दिल्ली – कोरोना की चुनौती मँड़रा रही है, ऐसे में दुनिया की फार्मसी बना भारत अपनी ज़िम्मेदारी निभायेगा, ऐसा यक़ीन विदेशमंत्री एस. जयशंकर ने दिलाया। अपने देश में होनेवाली कोरोना के टीके की माँग को पूरा करते समय, भारत लगभग नौं देशों को टीके की सप्लाई करनेवाला है। इनमें से छ: देशों को बुधवार को टीका भेजने की तैयारी भारत ने की है। भूतान, मालदीव, बांगलादेश, नेपाल, म्यानमार और सेशल्स इन देशों को भारत द्वारा टीके की आपोर्ति की जायेगी। अगले दौर में यह सूचि अधिक बढ़ेगी, ऐसा वरिष्ठ अधिकारी बता रहे हैं।

भारत में कोरोना के दो टीके विकसित किये गये हैं। ये टीके लसी अधिक विश्‍वासार्ह होकर, इसकी जागतिक स्तर पर दखल ली गयी थी। भारतीय उपखंड के वातावरण को मद्देनज़र रखते हुए विकसित किये गये ये टीके अधिक प्रभावी होने की बात सामने आ रही है। साथ ही, भारत ने चलाये टीकाकरण के सबसे बड़े कार्यक्रम की दुनिया भर में चर्चा शुरू है। ऐसी स्थिति में दुनियाभर के कुछ देशों ने भारत के पास इन टीकों की माँग की है।

भारत में टीका विकसित होने की जानकारी सामने आने के बाद भूतान ने भारत का अभिनंदन किया था। इस मामले में भारत के प्रधानमंत्री की श्रीलंका के प्रधानमंत्री गोताबाया राजपक्षे के साथ चर्चा होने की ख़बर है। भारतीय उपखंड के देश कोरोना के टीके की माँग करने लगे हैं। भारत ने भी उसे प्रतिसाद दिया होकर, लगभग नौं देशों को इन टीकों की आपूर्ति की जानेवाली है। बुधवार को हमारे देश में भारत से तक़रीबन २० लाख टीके आनेवाले हैं, ऐसा बांगलादेश ने घोषित किया। ये टीकें सदिच्छा के तौर पर भेजे जानेवाले हैं। अगले समय में भारतीय कंपनी के साथ तीन करोड़ टीकें प्राप्त करने के लिए बांगलादेश ने समझौता किया होने की जानकारी भी सामने आयी है।

भूतान, मालदीव, नेपाल, म्यानमार और सेशल्स इन देशों को भी टीकों की सप्लाई की जानेवाली है। पाकिस्तान का अपवाद छोड़कर सभी पड़ोसी देशों को जितना संभव हो, उतनी मात्रा में टीकों की आपूर्ति करने का भारत का विचार है, यह बात अधिकारी ने स्पष्ट की। पाकिस्तान ने अभी भी अधिकृत स्तर पर भारत के पास टीके की माँग नहीं की है इस कारण उसपर विचार करने का सवाल ही नहीं पैदा होता, ऐसा अधिकारियों का कहना है। कुछ दिन पहले पाकिस्तान की यंत्रणाओं ने, भारत ने विकसित किये टीकों को मान्यता देने का फ़ैसला किया था। क्या इसका मतलब यह है कि पाकिस्तान भारत के पास इन टीकों की माँग करेगा? ऐसे सवाल पाकिस्तान में पूछे जा रहे हैं।

लेकिन अधिकृत स्तर पर पाकिस्तान ने इस संदर्भ में भारत से विनती नहीं की है। इसी बीच, आन्तर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य व्यवस्था से जुड़ीं यंत्रणाओं का भारत यह विश्‍वासार्ह साझेदार देश रहा है और इसपर भारत को गर्व है, ऐसा प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है। बुधवार से अन्य देशों को कोरोना के टीके की सप्लाई की जायेगी, ऐसी जानकारी भी प्रधानमंत्री ने इस समय दी।

भारत सरकार ने इन टीकों का निर्माण करनेवाले दोनों कंपनियों से चर्चा की होने की ख़बर है। आनेवाले दौर में, देशांतर्गत माँग को मद्देनज़र रखना और अन्य देशों को भी इन टीकों की आपूर्ति करना, यह कसरत भारत को करनी पड़ेगी। इससे भारत का आन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव अधिक ही बढ़नेवाला होकर, इसके बहुत बड़े राजनीतिक लाभ भारत को मिलेंगे, ऐसे दावे माध्यमों ने शुरू किये हैं।

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