भारत-पाकिस्तान के बीच राजनीतिक संघर्ष; पाकिस्तान स्थित भारतीय राजनीतिक अधिकारी पर निराधार इल्ज़ाम

नई दिल्ली/इस्लामाबाद, दि. ३ (पीटीआय) – भारत में जासूसी करनेवाले पाकिस्तानी राजनीतिक अधिकारी का पर्दाफाश होने के बाद अब दोनो देशों में राजनीतिक स्तर पर संघर्ष  शुरू हो गया है, यह सामने आ रहा है| पाकिस्तान स्थित भारतीय दूतावास के आठ अधिकारी पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई में लगे हुए है, यह इल्ज़ाम लगाते हुए पाकिस्तान ने इन अधिकारियों की जानकारी सार्वजनिक की है| इससे अपने राजनीतिक अधिकारियों की सुरक्षा को ख़तरा है, यह इल्ज़ाम लगाते हुए भारत के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान पर लापरवाही का इल्ज़ाम लगाया है|

संघर्ष

‘भारत के ये आठ राजनीतिक अधिकारी पाकिस्तान में जासूसी कर रहे हैं| साथ ही, बलुचिस्तान और सिंध प्रांत समेत कराची शहर में आतंकवादी कारनामों को प्रोत्साहन देना और चीन एवं पाकिस्तान कॉरिडॉर प्रकल्प बिखराना ऐसे इल्ज़ाम भारतीय राजनीतिक अधिकारियों पर लगाये गये हैं| ‘ये इल्ज़ाम निराधार हैं| भारतीय राजनीतिक अधिकारी निर्दोष हैं और उनपर लगाये गये इल्ज़ाम किसी भी तर्क और सबूतों की कसौटी पर टिक नहीं सकते’ ऐसा भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा है| साथ ही, भारतीय अधिकारी ने किसी भी प्रकार की ग़लती नहीं की है| उनपर इस तरह लापरवाही से कार्रवाई करनेवाले पाकिस्तान की स्वरूप ने कड़ी आलोचना की|

क्या इन आठ राजनीतिक अधिकारियों को हमारे देश वापस बुलाया जायेगा, ऐसा सवाल स्वरूप को पत्रकार परिषद में पूछा गया था| उसपर, अबतक सरकार ने इसके बारे में फ़ैसला नहीं किया है, यह उत्तर स्वरूप ने दिया| पाकिस्तान के नई दिल्ली स्थित दूतावास में कार्यरत   रहनेवाले मेहमूद अख्तर इस राजनीतिक अधिकारी को, जासूसी करते वक्त रंगेहाथ पकडा गया था| उसके बाद उसे, ४८ घंटे में भारत छोड़ने का आदेश दिया गया था| इसके कुछ ही घंटों में पाकिस्तान ने भारतीय राजनीतिक अधिकारी को पाकिस्तान छोड़ने के आदेश दिये थे| उसका कारण हालाँकि पाकिस्तान ने दिया नहीं, मग़र फिर भी, भारत की कार्रवाई को पाकिस्तान द्वारा दिया गया जवाब माना जाता है| लेकिन ऐसा करते हुए पाकिस्तान ने राजनीतिक संकेत और नियमों का उल्लंघन किया, यह दावा भारत द्वारा किया जा रहा है|

‘मेहमूद अख्तर निर्दोष है’ ऐसा कहते हुए पाकिस्तान ने अपने राजनीतिक अधिकारी को बचाया था| पर वह भारत में जासूसी कर रहा था, इस बात की पुष्टि करनेवाला व्हिडिओ प्रकाशित हुआ था| इस व्हिडिओ में उसने, पाकिस्तानी दूतावास के अन्य चार राजनीतिक अधिकारी भी इस मामले में शामील है, इस बात को मान लिया था और उनके नाम भी उसने बताये थे| इस पृष्ठभूमि पर, पाकिस्तान ने नई दिल्ली स्थित अपने दूतावास के छह अधिकारियों को अपने देश वापस बुलाया था| इसके बाद, भारत के आठ अधिकारियों पर इल्ज़ाम लगाते हुए पाकिस्तान ने भारत को जवाब देने की कोशिश की है|

भारत ने पाकिस्तान के छह अधिकारियों को हटाया नहीं था| उन्हें अपने देश वापस बुलाने का फ़ैसला पाकिस्तान का ही था, इसपर विकास स्वरूप ने मीडिया का ग़ौर फ़रमाया| साथ ही, भारत सरकार इसका तीव्र निषेध जताते हुए यह मुद्दा पाकिस्तान के सामने पेश करेगी, यह भी स्वरूप ने कहा|

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