जम्मू-कश्मीर की नियंत्रणरेखा पर ‘व्हर्च्युअल फेन्स’ का होगा निर्माण

नई दिल्ली, दि. १८ : पाकिस्तान से होनेवाली घुसपैंठ और आतंकी हमलों पर रोक लगाने के लिए जम्मू-कश्मीर की नियंत्रणरेखा पर दीवार खड़ी करने के बजाय आधुनिक सेंसर्स से लैस रहनेवाली ‘व्हर्च्युअल फेन्स’ का निर्माण किया जायेगा| यदि इस सीमा पर पारंपरिक दीवार खड़ी की, तो सेना को कार्रवाई करने में दिक्कतें आयेंगी, ऐसी शिकायत की जाती थी| इस पृष्ठभूमि पर, केंद्र सरकार ने यह फैसला किया, ऐसा कहा जाता है|

‘व्हर्च्युअल फेन्स’सन २०१३ में जम्मू-कश्मीर के सांबा और हिरानगर में हुए दोहरे विस्फोट के बाद केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में, पाकिस्तान से सटी सीमा पर दीवार स्थापित करने का फ़ैसला किया था| इस दीवार के निर्माण पर ऐतराज़ जताते हुए, पाकिस्तान ने उसपर संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद में शिकायत दर्ज की थी|  सीमा पर दीवार स्थापित करके, भारत सरकार नियंत्रण रेखा का रूपान्तरण आंतर्राष्ट्रीय सीमा में करने जा रही है, ऐसा इल्जाम पाकिस्तान ने लगाया था|

भारतीय सेना ने, इस दीवार की वजह से आतंकवादियों पर कार्रवाई करते समय दिक्कतें आ सकती हैं, इस बात पर ग़ौर फ़रमाया था| इसके साथ ही, ऐसी दीवार खड़ी करने के लिए भूमि का अधिग्रहण करने में भी दिक्कतें आ रही हैं| क्योंकि नियंत्रणरेखा पर जनसंख्या अधिक होकर, यहाँ के लोग दीवार के निर्माण के लिए अपनी भूमि देने के लिए तैयार नहीं हैं| इसी कारण अब तक सिर्फ २५ प्रतिशत भूमि अधिग्रहित की गयी है| इस पृष्ठभूमि पर, यह प्रस्ताव ख़ारिज़ करने का फ़ैसला सरकार ने किया होने की ख़बर है।

सरकार ने अब आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए ‘व्हर्च्युअल फेन्स’ स्थापित करने का फैसला किया है| यह ‘स्मार्ट बाडा’ अनेक तरह के सेंसर्स से बनाया गया है| इसमे लेझर आधारित तकनीक का भी इस्तेमाल होगा| इससे पारंपरिक दीवार की तुलना में अधिक प्रभावी रूप में घुसपैंठ पर रोक लगाना संभव होगा|  जम्मू-कश्मीर की नियंत्रणरेखा पर पाकिस्तानी सेना द्वारा अक़्सर गोलीबारी की जाती है| सन २०१४ से पाकिस्तान ने लगभग ९०० से अधिक बार संघर्षविराम तोड़ दिया है| सीमापार के आतंकवादियों को घुसपैंठ करना आसान हों, इसलिए यह गोलीबारी की जाती है| इस पृष्ठभूमि पर, ‘कॉप्रिहेन्सिव्ह इंटिग्रेटेड बॉर्डर मॅनेजमेंट सिस्टम’ (सीआयबीएमएस) यंत्रणा सीमा पर खड़ी करने के लिए सरकार काम कर रही है|

इस यंत्रणा के कारण सीमा पर चौबीस घंटे ध्यान दिया जायेगा| सेंसर्स, मानवसंसाधन, खुफ़िया जानकारी और कमांड ऍन्ड कंट्रोल सोल्युशन इन सारी बातों के समन्वय से ‘सीआयबीएमएस’ काम करेगी|

‘सीआयबीएमएस’ का प्रायोगिक प्रकल्प कुछ इलाकों में हाथ में लिया गया है, ऐसी जानकारी सूत्रों ने दी| ‘व्हर्च्युअल फेन्स’ यह इस ‘सीआयबीएमएस’ यंत्रणा का ही एक भाग होगा, ऐसी जानकारी दी जाती है|

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