व्यापारयुद्ध और चलनयुद्ध भडकने से सोने के दामों में नया उछाल

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरलंदन/न्यूयॉर्क: अमरिका और चीन में तेज हुआ व्यापारयुद्ध और इसी से भडके चलनयुद्ध से सोने के दामों में बडा उछाल दिखाई दिया है| बुधवार के दिन अमरिका के ‘कॉमेक्स गोल्ड फ्युचर्स’ में हुए व्यवहारों के दौरान सोने के दाम प्रति औंस १,५०३ डॉलर्स के विक्रमी स्तर पर पहुंचे| छह वर्षों बाद पहली बार सोने के दाम इस स्तर पर जा पहुंचे है| मात्र डेढ महिने पहले सोने के दाम प्रति औंस १,४०० डॉलर्स तक पहुंचे थे|

फिलहाल अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में बडी अनिश्‍चितता का माहौल बना है| पिछले वर्ष अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन के विरोध में शुरू किया व्यापारयुद्ध अधिक से अधिक तीव्र हो रहा है| कुछ दिन पहले ही ट्रम्प ने चीन के सभी उत्पादों पर नया कर लगाने का ऐलान किया था| इसी बीच अमरिका की फेडरल रिजर्व्ह ने व्याज दरों में कटौती की है|

इन दोनों गतिविधियों की गुंज अंतरराष्ट्रीय बाजार और शेअर बाजार में सुनाई दे रही है| पिछले कुछ दिनों से अमरिका, यूरोप समेत एशियाई शेअर बाजार में भी बडी गिरावट शुरू है| विदेशी निवेषकों ने इस महीने के पहले छह दिनों में एशियाई शेअर बाजार से अरबों डॉलर्स निकाले है| इस वजह से एशियाई देशों में चिंता का माहौल है| इसी दौरान चीन, भारत और यूरोपिय देशों समेत दक्षिण अफ्रीका और खाडी के देशों की अर्थव्यवस्था के विकास दरों में भी गिरावत होने का समाचार प्राप्त हो रहा है|

चीन ने अपने ‘युआन’ चलन का अवमुल्यन करने से जागतिक स्तर पर ‘चलनयुद्ध’ शुरू होने की चेतावनी दी जा रही है| ऐसे अनिश्‍चितता की पृष्ठभूमि पर निवेषकों ने अपना रूख फिर से सुरक्षित निवेष के लिए जाने जा रहे सोने की खरीद की दिशा में किया है| इसी कारण सोने की मांग बढ रही है और सोने के दामों में भी उछाल दिखाई दे रहा है|

जून महीने में खाडी क्षेत्र की घटना सोने के दामों में देखे गए विक्रमी उछाल का कारण समझा जा रहा था| लेकिन, पिछले कुछ दिनों से सोने के दामों में हो रही बढोतरी और बुधवार के दिन देखे गए उछाल के लिए व्यापारयुद्ध और जागतिक अर्थव्यवस्था में बन रही अनिश्‍चितता प्रमुख कारण होने की बात स्पष्ट हुई है| इस वर्ष सोने के दामों में लगभग १७ प्रतिशत उछाल दिखाई दिया है| वर्तमान की स्थिति बरकरार रही तो जल्द ही सोने का दाम प्रति औंस १,७०० डॉलर्स तक बढने की चौकानेवाली संभावना कुछ विश्‍लेषकों ने व्यक्त की है|

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