चीन में इस्रायली दूतावास के अधिकारी पर हुआ जानलेवा हमला – चीन की हमास समर्थक भूमिका पर इस्रायल ने किए थे सवाल

बीजिंग – चीन की राजधानी बीजिंग में शुक्रवार के दिन इस्रायली दूतावास के अधिकारी पर जानलेवा हमला हुआ। इसमें गंभीर घायल हुए अधिकारी को अस्पताल में भर्ती किया गया है। यह एक आतंकवादी हमला होने की आशंका जताई जा रही है। छह दिन पहले ही हमास के आतंकवादियों ने इस्रायल में घुसकर किए कायराना हमले पर चीन ने आलोचना करने से नकारा है। साथ ही हमास को आतंकवादी संगठन कहने भी चीन दूर रहा हैं। चीन की इस भूमिका पर इस्रायल ने अपनी नाराजगी जताने के बाद अगले कुछ ही घंटे में बीजिंग में इस्रायली अधिकारी पर हमला होने की घटना पर विश्लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। इसी बीच, चीन और हमास के सहयोग की सनसनीखेज जानकारी भी सामने आ रही है।

चीन में इस्रायली दूतावास के अधिकारी पर हुआ जानलेवा हमला - चीन की हमास समर्थक भूमिका पर इस्रायल ने किए थे सवालपिछले हफ्ते शनिवार के दिन हमास के आतंकवादियों ने इस्रायली नागरिकों पर किए भीषण हमलों के वीडियो सामने आने के बाद विश्व भर के प्रमुख देशों ने हमास विरोधी भूमिका अपनाई है। अमेरिका, यूरोपिय देशों के साथ ही यूएई और बहरीन जैसे अरब देशों ने भी हमास के हिन कृत्य की सख्त शब्दों में निंदा की थी। इस्रायली युवति, महिला और बच्चों के साथ हमास ने किए घिनौनी हरकत का किसी भी तरह से समर्थन नहीं कर सकते, ऐसा अरब देश और विश्लेषकों का कहना था। अमेरिका के इस्रायल विरोधी नेताओं को भी हमास के पक्ष में खड़े होना कठिन हुआ था।

लेकिन, खाड़ी में व्यापक भूमिका अपनाकर अमेरिका का स्थान हथियानी की कोशिश में लगे चीन ने इस्रायल-हास संघर्ष पर पुख्ता भूमिका अपनाई नहीं है। चीन में इस्रायल के राजदूत राफी हर्पाझ ने इस मामले में चीन से प्रतिक्रिया की उम्मीद होने का बयान किया था। इसके बाद चीन के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करके इस्रायल और हमास से यह संघर्ष रोकने की गुहार लगाई थी। लेकिन, हमास के आतंकवादियों ने दिखाई क्रूरता को चीन ने जानबूझकर अनदेखा किया। इस्रायल ने इस पर स्पष्ट नाराज़गी जताई थी।

चीन में इस्रायली दूतावास के अधिकारी पर हुआ जानलेवा हमला - चीन की हमास समर्थक भूमिका पर इस्रायल ने किए थे सवालहमास के आतंकवादियों ने इस्रायली नागरिकों के किए भीषण संहार पर चीन ने स्पष्ट भूमिका न स्वीकारना काफी निराशाजनक होने की आलोचना इस्रायल के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार के दिन की थी। इस्रायल की संप्रभुता पर हुए इस हमले के साथ इस्रायली नागरिकों की अधिकारों पर कुछ भी बोलने के लिए चीन तैयार न होने पर इस्रायल ने गुस्सा व्यक्त किया था। साथ ही खाड़ी क्षेत्र के लिए नियुक्त चीन के राजदूत झाई जून से इस्रायल ने खुलासा मांगा था। इसके चौबीस घंटे होने से पहले ही बीजिंग में इस्रायली दूतावास के अधिकारी पर आतंकवादी हमला हुआ।

एक हफ्ते पहले हमास के आतंकवादियों ने इस्रायल पर किए भीषण हमले का मास्टर माईंड मोहम्मद दईफ ने कुछ महीने पहले ही चीन का दौरा किया था। दई कम्युनिस्ट पार्टी के संपर्क में था, साथ ही उसने चीन की पिपल्स लिबरेशन आर्मी के शिजियाझूआंग शहर के सैन्य ठिकाने पर प्रशिक्षण भी प्राप्त किया था, ऐसा दावा अमरिका स्थित चीनी विश्लेषिका ने किया है। साथ ही इस्रायली सैनिकों को हमास के आतंकवादियों के शवों के पास बरामद हुए कागजात में इस्रायली बख्तरबंद वाहनों की खामियां का ज़िक्र हैं। साथ ती चीन का ‘टाई ४०’ रॉकेट लौन्चर इस्रायली वाहनों को नष्ट कर सकता हैं, ऐसी जानकारी इसमें है। इसके साथ ही हमास ने दागे रॉकेटस्‌ चीन के बने होने का दावा भी इस विश्लेषिका ने किया है। इस कारण से हमास के आतंकवादियों को चीन ने सहायता करने का आरोप लगाया जा रहा हैं। चीन ने हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करना पहले ही टाल दिया था।

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