तीन हज़ार नई ‘एनिमी प्रॉपर्टीज्‌’ की हुई रजिस्ट्री

नई दिल्ली – केंद्र सरकार ने तीन हज़ार नई ‘एनिमी प्रॉपर्टीज्‌’ यानी शत्रु की संपत्ति की पहचान करने का वृत्त है। इस वजह से देश में अबतक रजिस्ट्री की गई ‘एनिमी प्रॉपर्टीज्‌’ की संख्या बढ़कर १२,४२६ हुई हैं। देश में मौजूद ९,४०४ ‘एनिमी प्रॉपर्टीज्‌’ पहले से ‘कस्टोडियन ऑफ एनिमी प्रॉपर्टीज्‌ ऑफ इंडिया’ (सीईपीआय) के कब्जे में होने की बात सरकार ने कही थी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शहा की अध्यक्षता में, पिछले वर्ष एक उच्चस्तरीय समिती गठित की गई थी। यह समिती ‘एनिमी प्रॉपर्टीज्‌’ की बिक्री करके करीबन एक लाख करोड़ रुपयों का महसूल प्राप्त करने के उद्देश्‍य से काम कर रही है। इसमें अब तीन हज़ार नई ‘एनिमी प्रॉपर्टीज्‌’ का इज़ाफा होने से, सरकार को इन संपत्ति की बिक्री करके अधिक महसूल प्राप्त हो सकता है। इनमें से कुछ ‘प्रॉपर्टीज्‌’ चीनी नागरिकों की होने का वृत्त है।

सरकार ने तीन वर्ष पहले ‘एनिमी प्रॉपर्टीज्‌’ के कानून में सुधार किए थे। ‘एनिमी प्रॉपर्टी’ यानी शत्रु देशों के नागरिकों ने पीछे छोड़ी संपत्ति। पाकिस्तान के साथ वर्ष १९६५, १९७१ में हुए युद्ध के बाद पाकिस्तान गए नागरिकों की संपत्ति सरकार ने इसी कानून के तहत अपने कब्जे में की थी। लेकिन, इस संपत्ति की बिक्री करने के लिए कानून में कोई भी प्रावधान नहीं था। लेकिन, अब इस कानून में किए गए सुधारों की वजह से ऐसी संपत्ति की बिक्री करके महसूल प्राप्त करने का रास्ता खुल गया था। इसी कानून के तहत वर्ष १९६२ में हुए युद्ध के बाद, अपनी संपत्ति पीछे छोड़कर गए चीनी नागरिकों की संपत्ति पर कब्ज़ा करने का प्रावधान किया गया है।

पाकिस्तान और चीन के नागरिकों ने पीछे छोड़ी हुई इस संपत्ति की पहचान करने की और वहाँ पर किया गया अतिक्रमण हटाकर ऐसी संपत्ति पर कब्जा करने की प्रक्रिया लगातार जारी है। बीते वर्ष तक ‘कस्टोडियन ऑफ एनिमी प्रॉपर्टी ऑफ इंडिया’ के कब्जे में होनेवाली ‘एनिमी प्रॉपर्टीज्‌’ की संख्या बढ़कर ९,४०४ तक जा पहुँचने की बात कही जा रही थी। लेकिन, ‘सीईपीआय’ के कब्जे में होनेवाले इन ‘एनिमी प्रॉपर्टीज्‌’ की संख्या में ३ हज़ार की बढ़ोतरी होकर यह संख्या अब १२,४२६ होने का वृत्त हैं।

देश में सबसे अधिक ‘एनिमी प्रॉपर्टी’ उत्तर प्रदेश में बरामद हुई हैं। इसके बाद पश्‍चिम बंगाल का क्रमांक है। पश्‍चिम बंगाल में पाकिस्तान के साथ चीनी नागरिकों ने पीछे छोड़ी हुई संपत्ति मौजूद हैं। चीनी नागरिकों ने पीछे छोड़ी हुई ‘एनिमी प्रॉपर्टी’ के तौर पर जब्त की गई ‘प्रॉपर्टीज्‌’ की सबसे अधिक संख्या मेघालय की हैं। इसके बाद पश्‍चिम बंगाल और असम में भी चीनी नागरिकों की ‘एनिमी प्रॉपर्टीज्‌’ मौजूद हैं।

स्थावर संपत्ति के साथ ही ‘सीईपीआय’ ने ९९६ कंपनियों के ६.५ करोड़ शेअर्स एवं सोना और चांदी पर भी कब्जा किया था। वर्ष २०१९ के नवंबर महीने तक इनमें से १३० कंपनियों के ५.७३ करोड़ ‘एनिमी शेअर्स’ की बिक्री करके १,७८८ करोड़ रुपये ‘डिपार्टमेंट ऑफ इन्व्हेस्टमेंट ॲण्ड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट’ (डीआयपीएएम) को प्राप्त होने की बात कही जा रही है।

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