रशिया और फ़िलीपीन्स के बिच लष्करी अनुबंध – रशिया की ओर से फिलीपींस को हथियारों का भंडार भेंट

मनिला: रशिया और फ़िलीपीन्स के बिच दो महत्वपूर्ण लष्करी अनुबंध हुए हैं और फ़िलीपीन्स रशिया की ‘रोझोबोरोनेक्सपोर्ट’ इस सरकारी कंपनी से हत्यारों की खरीदारी करने वाला है। इस लष्करी अनुबंध के अलावा रशिया ने फ़िलीपीन्स को ५००० एके ४७ रायफल्स २० लष्करी ट्रक्स, १० लाख कारतूस साथ ही अन्य हथियारों का भंडार भेंट की तौर पर दिया हैं। रशिया ने फ़िलीपीन्स के साथ किया हुआ लष्करी अनुबंध और हथियारों की दी हुई भेंट मतलब दक्षिण-पूर्व एशिया में अपने हथियारों के बाजार को प्रस्थापित करने के लिए शुरु की हुई कोशिश का एक हिस्सा है, ऐसा दावा किया जा रहा है।

लष्करी अनुबंधफ़िलीपीन्स में इन दिनों दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों की ‘असियान’ बैठक शुरू है, जिसमें भारत, अमरिका, रशिया, चीन, जापान, ऑस्ट्रेलिया इन प्रमुख देशों के रक्षा मंत्री भी दाखिल हुए हैं। इस अवसर पर रशिया के रक्षा मंत्री सर्जेई शोईगू ने फिलीपींस के राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते से मुलाकात करके लष्करी सहकार्य के बारे में चर्चा की। कुछ महीनों पहले राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते ने चीन में अंतर्राष्ट्रीय बैठक के अवसर पर रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन की भेंट लेकर लष्करी सहकार्य प्रस्थापित करने की इच्छा जताई थी। इस पृष्ठभूमि पर, रशियन रक्षा मंत्री ने राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते से मुलाकात करके लष्करी अनुबंध पूरा किया।

इस अनुबंध कुछ घंटे भी बीते नहीं हैं, तभी रशिया ने फिलीपींस को हथियारों का बड़ा भंडार भेंट देने की घोषणा की है। फिलीपींस के मनिला बंदरगाह पर रखे गए इन हथियारों के भंडार का राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते ने मुआइना किया। इसमें रायफल्स, स्नायपर्स उसके लिए आवश्यक कारतूस, ५००० स्टील हेलमेट और किसी भी भूभाग पर चलने वाली २० ‘युराल-४३२०’ लष्करी ट्रक्स का समावेश है। रशिया और फ़िलीपीन्स के बिच प्रस्थापित हुए सहकार्य की पृष्ठभूमि पर यह उपहार देने की घोषणा रशिया ने की है।

मनिला बंदरगाह को दी हुई भेट में फ़िलीपीन्स के राष्ट्राध्यक्ष ने पनडुब्बी भेदी जंगी जहाज का मुआइना किया। यह हथियारों का भंडार लेकर रशिया के दो बड़े जंगी जहाज फ़िलीपीन्स में दाखिल हुए थे। इसमें से एक जंगी जहाज को फ़िलीपीन्स के राष्ट्राध्यक्ष ने भेंट दी। दुअर्ते ने फिलीपींस के सूत्र हाथों में लेने के बाद से पिछले साल भर में रशिया के जंगी जहाजों ने फ़िलीपीन्स का किया हुआ यह तीसरा दौरा है।

इस दौरान उपस्थित फिलीपींस के रक्षा मंत्री डेल्फिन लोरेंझा ने रशिया के इस लष्करी सहकार्य का स्वागत किया है। आने वाले समय में भी रशिया और फिलीपींस के बिच लष्करी सहकार्य अबाधित रहेगा, ऐसा भरोसा लोरेंझा ने जताया है। साथ ही फिलीपींस को इसके आगे रशिया की ओरसे मानवाधिकार सहायता की आवश्यकता है, ऐसा भी लोरेंझा ने कहा है।

‘असियान’ बैठक के अवसर पर फ़िलीपीन्स में उपस्थित अमरिकन रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस को फ़िलीपीन्स और रशिया के बिच हुआ लष्करी अनुबंध साथ ही इस भेट के बारे में पत्रकारों ने पूछा। लेकिन ‘फ़िलीपीन्स और रशिया के इस लष्करी अनुबंध को हम ज्यादा महत्व नहीं देते हैं। फ़िलीपीन्स के लष्कर ने आतंकवादी संगठनों के खिलाफ पुकारे संघर्ष को जारी रखने के लिए रशिया ने सहकार्य किया है। फ़िलीपीन्स का यह सार्वभौम निर्णय है, जिसमे बड़ा ऐसा कुछ भी नहीं है’, ऐसा मैटिस ने कहा है। साथ ही फ़िलीपीन्स के लष्कर ने मरावी इलाके में आतंकवादियों के खिलाफ की कार्रवाई का मैटिस ने स्वागत किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.