ईरानी सेना की कार्रवाई में ३६ प्रदर्शनकारियों की मौत – १०० शहरों में सरकार विरोधी प्रदर्शन शुरू

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

तेहरान/वॉशिंग्टन – रिव्होल्युशनरी गार्डस्, कुदस् फोर्सेस और संबंधित लष्करी संगठनों ने ईरान में हुकूमत के विरोध में हो रहे प्रदर्शनकारियों की कार्रवाई के दौरान ३६ लोगों की मौत हुई है| इसके अलावा ईरान की सुरक्षा यंत्रणाओं ने हजार प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया है| ईरान प्रदर्शनगारियों के विरोध में घातक हथियारों का इस्तेमाल कर रहा है, यह आरोप अमरिका ने किया है| वही, ईरान ने इन प्रदर्शनकारियों को अमरिका से प्राप्त हो रहे समर्थन पर कडे शब्दों में विरोध किया है|

ईरान की हुकूमत ने ईंधन के दामों में की हुई बढोतरी के विरोध में ईरान की जनता ने लगातार तिसरें दिन रास्तेपर उतरकर प्रदर्शन जारी रखें| ईरान में सरकार नियंत्रित माध्यमों ने प्रसिद्ध की जानकारी के अनुसार सोमवार तक ईरान के कुछ गिनेचुने शहरों में यह प्रदर्शन हो रहे थे| पर, यह माध्यम जनता का असंतोष छिपाने की कोशिश कर रहे है, यह आरोप ईरान के विपक्ष एवं नेता कर रहे है| पर, अंतरराष्ट्रीय माध्यमों ने ईरान में विपक्ष के दाखिले से दी हुई जानकारी के अनुसार ईरान के करीबन सौ शहरों में ८७ हजार से भी अधिक लोग इन प्रदर्शनों में उतरे है|

इन प्रदर्शनकारियों ने कुछ जगहों पर पुलिस स्टेशन, पेट्रोल पंप को नुकसान पहुंचाया है, कुछ जगहों पर गाडियों को आग के हवाले करके असंतोष व्यक्त किया है| राजधानी तेहरान के साथ ईरान के अन्य प्रमुख शहरों में भडके इन प्रदर्शनों को नियंत्रित करने के लिए ईरान की पुलिस और लष्करी यंत्रणाओं ने की कार्रवाई में ३६ लोग मागे गए है और जख्मीं हुए लोगों की संख्या सौ से भी अधिक होने की बात कही जा रही है|

यह जानकारी ईरान सरकार ने इंटरनेट सेवा बंद करने से पहले की स्थिति की है| इस वजह से पिछले चौबीस घंटों में ईरान में हुई कार्रवाई में मारे गए लोगों की संख्या में बढोतरी होती भी दिख सकती है, यह डर अमरिका और अरब देशों के माध्यम व्यक्त कर रहे है|

अमरिका के व्हाईट हाउस की प्रवक्ता स्टेफनी ग्रिशम ने ईरान की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है| ईरान की हुकूमत अपनी जनता पर प्राणघातक हथियारों का प्रयोग कर रही है, यह आरोप ग्रिशम ने किया| इस तरह की कार्रवाई अमरिका स्पष्ट शब्दों में निंदा कर रही है, यह बात ग्रिशम ने अंतरराष्ट्रीय माध्यमों के सामने कही|

इसी बीच ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनी ने अपने देश में हो रही हिंसा के लिए अमरिका ही जिम्मेदार होने का आरोप रखा| वही, ईरान में दंगा कर रहे लोगों का समर्थन अमरिका कर रही है, यह कहकर ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मुसावी ने निषेध दर्ज किया|

इराक में सरकार के विरोध में तीव्र प्रदर्शन – सरकारी कर्मचारियों ने शुरू किया हडताल

बगदाद – प्रधानमंत्री अदिल अब्दुल महदी के प्रशासन के विरोध में इराकी जनता ने शुरू किए हुए प्रदर्शन रविवारी तीव्र हुए| इसी बीच इराकी सुरक्षा यंत्रणाओं ने किए गोलिबारी में एक प्रदर्शनकारी की मौत हुई है और अन्य ३० से अधिक लोग जख्मीं हुए| इससे गुस्सा हुए प्रदर्शनकारियों ने तिग्रीस नदीपर पर बना तिसरें अहम पूल पर कब्जा करके राजधानी बगदाद के ग्रीन झोन की दिशा में अपना रुख मोडा है| इसी बीच सरकारी कर्मचारी और स्कूलों ने बंद शुरू करके इन प्रदर्शनकारियों का समर्थन किया है|

बढती बेरोजगारी, नागरी सुविधाओं की किल्लत, भ्रष्टाचार और आर्थिक विषमता की पृष्ठभूमि पर अक्टुबर महीने से इराक में सरकार के विरोध में प्रदर्शन हो रहे है| इराक में महदी की सरकार बरखास्त करें, यह मांग प्रदर्शनकारी कर रहे है| साथ ही इराक की गतिविधियों में ईरान के बढते हस्तक्षेप पर भी इन प्रदर्शनकारियों ने आपत्ति जताई है| अबतक हुए प्रदर्शनों में ३२० लोग मारे गए है और इराकी सुरक्षा यंत्रणाओं ने प्रदर्शनकारियों पर गोलिबारी करने की घटना भी हुई है|

दो दिन पहले राजधानी बगदाद में प्रदर्शनकारी सरकार के विरोध में नारेबाजी कर रहे थे और इसी बीच एक गाडी में बम धमाका हुआ| इस विस्फोट में जीवित हानी नही हुई है| पर, इस धमाके की वजह से सरकार के विरोध में बना असंतोष काफी बढा है| रविवार की सुबह से ही प्रदर्शनकारियों ने इराकी प्रधानमंत्री के दफ्तर और अहम प्रशासकीय इमारत होनेवाले अतिसंरक्षित ग्रीन झोन की दिशा में अपना रुख मोडा|

इराकी सेना की कार्रवाई की ओर ध्यान दिए बिना सैकडों प्रदर्शनकारियों ने रविवार की शाम तक तिग्रीस नदी पर बने तीनों पूलों पर कब्जा किया| इराकी जनता ने शुरू किए इन प्रदर्शनों को इराक के सर्वोच्च धर्मगुरू आयातुल्ला अली अलसिस्तानी ने समर्थन दिया है| साथ ही इड़ाक में सरकार विरोधी गुटों ने भी प्रदर्शनों का समर्थन किया है| इराक में अन्य व्यवस्था भी इन प्रदर्शनकारियों के समर्थन में खडी हुई है और सरकारी दफ्तर और स्कूलों में हडताल किया गया है| इस वजह से इराक में प्रदर्शनों का दायरा बढने के दावे हो रहे है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.