अमरिकी सेना की वापसी से इराक में ईरान का प्रभाव बढ़ेगा – इराकी नेता ने जताई चिंता

बगदाद – इराक में तैनात २,५०० सैनिकों को स्वदेश लौटने को कहने के निर्णय पर अमरीका कायम हैं और अगले कुछ दिनों में इन सैनिकों की वापसी शुरू होगी, यह ऐलान भी पेंटॅगॉन ने किया हैं। लेकिन, अमरिकी सेना की यह वापसी ईरान के लिए हितावह साबित होगी और इराक में ईरान को अधिक मज़बूती प्राप्त होगी। इसका असर क्षेत्रीय सुरक्षा और सियासी स्थिरता पर होगा, ऐसी चिंता इराकी नेता जता रहे हैं। इसी बीच, इराक में मौजूद ईरान से जुड़ी आतंकी संगठनों के हमलों की संभावना बढ़ने से अमरीका ने इराक में बने अपने दूतावास के कर्मचारियों को बाहर निकालना शुरू किया हैं, यह जानकारी भी सामने आ रही हैं।

us-afghan-iran-iraqइस वर्ष के जनवरी महीने में अमरीका ने इराक के बगदाद हवाई अड्डे पर किए ड्रोन हमले में ईरान की कुदस्‌ फोर्सेस के प्रमुख मेजर जनरल कासेम सुलेमानी को मार गिराया था। सुलेमानी की हत्या का प्रतिशोध लेने के लिए इराक में मौजूद ईरान से जुड़े आतंकी गुट बगदाद में अमरिकी दूतावास पर हमलें कर सकते हैं। साथ ही अमरिकी कर्मचारियों को लक्ष्य भी कर सकते हैं, ऐसें इशारें अमरिकी एवं अंतरराष्ट्रीय माध्यम अमरिकी और इराकी अधिकारियों के दाखिले से दे रहे हैं। ऐसी स्थिति में अमरीका ने इराक में तैनात अपने सैनिकों की वापसी का ऐलान किया हैं।

फिलहाल अमरीका के ३,००० सैनिक इराक में तैनात हैं और इनमें से २,५०० सैनिक अगले कुछ महीनों में स्वदेश लौटेंगे, ऐसी घोषणा अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने की हैं। यह सभी सैनिक १५ जनवरी, २०२१ से पहले स्वदेश लौट आएंगे, यह विश्‍वास अमरिकी विदेश मंत्रालय ने व्यक्त किया था।

us-afghan-iran-iraqअमरिकी सैनिकों की वापसी का इराक की सुरक्षा पर उतनी ज्यादा मात्रा में असर नही होगा, ऐसें दावें इराक के लष्करी अधिकारी कर रहे हैं। लेकिन, अमरिकी सैनिकों की वापसी के कारण इराक में सुन्नी और कुर्द नेताओं को चिंता ने घेर रखा हैं। अमरीका की यह वापसी इराक समेत इस क्षेत्र की सुरक्षा पर असर करनेवाली साबित होगी, ऐसा इन नेताओं का कहना हैं।

इराक में तैनात अमरिकी सैनिक नाटो सदस्य देशों की तुलना में अधिक प्रगत तकनीक से सज्जित हैं। यह अमरिकी सैनिक प्रगत सुरक्षा यंत्रणा, हथियार, थर्मल कैमेरें, ड्रोन्स, सैटेलाईट से प्राप्त हो रहें फोटो ऐसा काफी कुछ रखते हैं। इसकी वजह से ‘आयएस’ और अन्य आतंकियों पर नज़र रखने में एवं उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सहायता होती हैं, ऐसी प्रतिक्रिया इराक के निनेव्ह प्रांत के उप-प्रमुख मोहम्मद नूरी अब्द-रब्बू ने व्यक्त की हैं। इसके साथ ही अमरीका की वापसी के बाद इराक में ‘आयएस’ के आतंकियों पर जारी कार्रवाई पर असर होगा, ऐसा भी उन्होंने कहा हैं।

us-afghan-iran-iraqअमरिकी सेना की वापसी के बाद उनके स्थान पर इराक में पहले से मौजूद ईरानी सेना या ईरान से जुड़े आतंकी गुट कब्ज़ा करेंगे, यह चिंता रब्बू ने व्यक्त की हैं। ईरान की सेना एवं ईरान से जुड़े आतंकी गुटों ने पहले से ही इराक के निनेव्ह, अन्बर और सलाह अल दिन प्रांत के बड़े क्षेत्र पर अपना नियंत्रण स्थापित किया हैं। ऐसी स्थिति में इराक में अबतक रहा अमरीका का स्थान ईरान हासिल करेगा, यह इशारा भी रब्बू ने दिया हैं।

अमरीका के प्रमुख समाचार पत्र एवं समाचार चैनल भी ट्रम्प ने इराक में तैनात अमरिकी सेना की वापसी करने के किए निर्णय की आलोचना करने लगे हैं। इनकी वापसी से इराक में ईरान का प्रभाव काफी हद तक बढ़ेगा और साथ ही ‘आयएस’ के आतंकियों से बने खतरे में भी अधिक बढ़ोतरी होगी, ऐसा इशारा यह सभी समाचार पत्र दे रहे हैं।

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