इराक में जारी प्रदर्शनों में ५५० से भी अधिक लोगों की मौत – मानव अधिकार संगठन का दावा

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बगदाद – पिछले तीन महीनों से इराक के अलग अलग हिस्सो में सरकार के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों में अबतक ५५६ लोग मारे गए है| इराक स्थित ईरान से जुडे गुट प्रदर्शनकारियों पर हुई इस भीषण कार्रवाई के लिए जिम्मेदार होने का दावा मानव अधिकार संगठन ने किया| वही, अबतक इस प्रदर्शनकारियों का समर्थन कर रहे इराक के सद्र गुट ने ही प्रदर्शनकारियों पर हमलें शुरू करने की घटना सामने रही है|

इराक स्थित मानव अधिकार संगठन ने दो दिन पहले अहम जानकारी सार्वजनिक की| इराकी जनता ने अक्टूबर महीने से सरकार के विरोध में शुरू किए प्रदर्शन और उनके विरोध में की कार्रवाई में बलि गए लोगों की संख्या का जिक्र इसमें किया है| ३० अक्तुबर, २०१९ से ३० जनवरी, २०२० के दौरान इराक में ५५६ प्रदर्शनकारी मारे गए है और २३ हजार से अधिक घायल हुए है| साथ ही प्रदर्शनकारियों की ४९ बार हत्या करने की कोशिश हुई| इसमें २२ लोग मारे गए है और १३ लोग घायल होने की जानकारी मानव अधिकार संगठन ने साझा की है|

इराक में मारे गए प्रदर्शनकारियों की संख्या इससे कई अधिक हो सकती है, यह बात भी मानव अधिकार संगठन के प्रतिनिधि अली अल बयाती ने कही है| क्यों की अक्तुबर महीने के पहले हफ्ते से ही प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई हुई थी| पर, संबंधित कार्रवाई की जानकारी उपलब्ध ना होने की बात बयाती ने कही| इस वजह से अपनी संगठन ने जारी की जानकारी से भी अधिक लोगों की मौत होने की बात पुख्ता होने का बयान इस संगठन के प्रतिनिधि बयानी ने किया है|

पिछले महीने मेंएम्नेस्टी इंटरनैशनलइस अंतरराष्ट्रीय संगठन ने इराक के प्रदर्शनों में ६०० से भी अधिक लोगों की मौत होने का?एवं १७ हजार लोग घायल होने का दावा किया था|

इराक सरकार ने प्रदर्शनकारियों की हत्या के लिएथर्ड पार्टीजिम्मेदार होने का आरोप किया था| पर, इराक में स्थित ईरान से जुडे गुट प्रदर्शनकारियों पर हुए हमलों के जिम्मेदार होने का आरोप अमरिका कर रही है| ‘पॉप्युलर मोबिलायझेशन फोर्सेस’ (पीएमएफ), ईरान की रिव्होल्युशनरी गार्डस् के नेतृत्व में काम कर रहीकतैब हिजबुल्लाहइस आतंकी संगठन समेत ईरान से जुडे इराकी नेता हादी अल अमिरी की बद्र संगठन भी प्रदर्शनकारियों पर हुए हमलों के पीछे होने का आरोप अमरिका ने रखा है|

ईरान एवं ईरान से जुडे गुटों ने यह आरोप ठुकराए थे| एवं, इराक में जारी सरकार विरोधी प्रदर्शनों को समर्थन देकर अमरिका अस्थिरता बना रही है, ऐसी आलोचना ईरान एवं ईरान से जुडे गुटों ने की थी| तभी, इराक स्थित मुक्तदा अल सद्र इस शिया नेता की सद्र संगठन ने भी इन प्रदर्शनों को समर्थन दिया था| पर, पिछले कुछ दिनों में इस संगठन की भूमिका में बदलाव होता दिखाई दिया है|

पिछले तीन महीनों से इराक में सरकार विरोधी प्रदर्शनों को समर्थन दे रहे मुक्तदा अल सद्र ने नए प्रधानमंत्री अलावी की नियुक्ती का समर्थन किया| साथ ही अपने समर्थकों को सरकार विरोधी प्रदर्शनों से पीछे हटने की सूचना भी की| मंगलवार और बुधवार के दिन सद्र समर्थकों ने प्रदर्शनकारियों पर हमलें करने की घटनाएं भी हुई है|

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