अमरिका ईरान के खिलाफ वैश्विक मोर्चा तैयार करेगा – अमरिका के विदेश मंत्रालय की घोषणा

वॉशिंग्टन: समविचारी देशों को एक करके अमरिका ईरान के खिलाफ मोर्चा खोलने वाला है, यह घोषणा अमरिका के विदेश मंत्रालय ने की है। इस दिशा में अमरिका के विदेश मंत्री माईक पॉम्पिओ ने कोशिश भी शुरू की है। अमरिका के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ‘हिदर न्युअर्ट’ ने ईरान के खिलाफ वैश्विक मोर्चे की जानकारी दी है।

ईरान के खिलाफ इस वैश्विक मोर्चे में कौनसे देश शामिल होंगे, इसकी जानकारी न्युअर्ट ने नहीं दी है। लेकिन ईरान के संभावित खतरे का उल्लेख करके यह मोर्चा ईरान के खिलाफ होगा, ऐसा न्युअर्ट ने स्पष्ट किया है। ‘ईरान की खतरनाक गतिविधियों से सिर्फ खाड़ी को नहीं बल्कि वैश्विक सुरक्षा को खतरा है। ईरान की राजवट, परमाणु कार्यक्रम और आतंकवाद समर्थक नीतियों के बारे में वास्तववादी दृष्टिकोण से देखने वाले देशों को एक करके अमरिका उनका मोर्चा बनाने वाला है’, यह जानकारी न्युअर्ट ने दी है।

अमरिका, वैश्विक मोर्चा, ईरान, खिलाफ, हिदर न्युअर्ट, घोषणा, वॉशिंग्टन, आतंकवाद समर्थक‘अमरिका बना रहा यह वैश्विक मोर्चा ईरान के खिलाफ नहीं होगा। बल्कि ईरान की राजवट और इस राजवट की गलत नीतियों के खिलाफ यह मोर्चा होगा। अमरिका हमेशा ईरानी जनता के पीछे रहेगा’, ऐसा न्युअर्ट ने कहा है। लेकिन यह वैश्विक मोर्चा ईरान के खिलाफ लष्करी कार्रवाई करेगा क्या, इस बारे में न्युअर्ट ने बात टाली है। लेकिन ईरान की खामेनी-रोहानी राजवट की तुलना अमरिका के लष्करी मोर्चे ने इराक और सीरिया से बेदखल किए ‘आईएस’ की राजवट से की है।

अमरिका के ईरान विरोधी वैश्विक मोर्चे की स्थापना के लिए आनेवाले सोमवार को माईक पॉम्पिओ विशेष बैठक बुलाने वाले हैं। इसमें लगभग २०० विदेशी राजनीतिक अधिकारी शामिल होने वाले हैं, ऐसा दावा न्युअर्ट ने किया है। ईरान के बारे में अमरिका का निर्णय और उस विषय पर अन्य देशों की भूमिका पर चर्चा होने वाली है।

पिछले हफ्ते अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान के साथ किए परमाणु अनुबंध से पीछे हटकर ईरान पर नए कठोर प्रतिबन्ध लगाने की घोषणा की है। इन प्रतिबंधों की वजह से यूरोपीय देशों की कंपनियों को बड़ा झटका लगने का दावा किया जा रहा है। इस वजह से दबाव में आये यूरोपीय देशों ने ईरान के साथ परमाणु अनुबंध बचाने के लिए कोशिश शुरू की है। इसके लिए ईरान के साथ के इंधन व्यवहार से अमरिकी डॉलर को निकालने का निर्णय यूरोपीय देशों ने लिया है, ऐसा दावा भी हो रहा है।

इस पृष्ठभूमि पर ईरानी विरोधी वैश्विक मोर्चे की स्थापना करने का अमरिका का निर्णय यूरोपीय देशों की इन कोशिशों को झटका देने वाला साबित हो सकता है। इस्राइल जैसा देश अमरिका के इस मोर्चे में प्रमुख सदस्य हो सकता है। सऊदी अरेबिया, संयुक्त अरब अमिरात, बाहरिन, इजिप्त यह अरब देश अमरिका के इस मोर्चे में शामिल हो सकते हैं।

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