चीन यात्रा पर अमरिकन्स पुनर्विचार करें – अमरिकी विदेश विभाग

वॉशिंग्टन/बीजिंग – चीन यंत्रणाओं की जारी एकतरफा गतिविधियां, विभिन्न तरह के प्रतिबंध एवं गिरफ्तारी के खतरे के मद्देनज़र अमरिकी नागरिकों के लिए चीन खतरनाक होने लगा हैं। इसी वजह से अमरिकन्स चीन पहुंचने के साथ उस देश में यात्रा करने की योजना पर पुनर्विचार करें, ऐसी चेतावनी अमरिकी विदेश विभाग ने दी है। चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत ने पिछले कुछ दिनों में विदेशी नागरिक, कंपनियां एवं जासूसी से संबंधित कानून में बड़े बदलाव किए हैं। इसके अनुसार चीनी यंत्रणाओं को विदेशी नागरिक एवं कंपनियों के विरोध में कार्रवाई करने की खुली छुट दी गई है। इसके मद्देनज़र अमरीका ने अपने नागरिकों को यह चेतावनी देना ध्यान आकर्षित करता है।

अमरीका के विदेश विभाग ने अपनी वेबसाइट पर ‘चाइना ट्रैवल एडवाजयरी’ जारी की है। इसमें अमरिकी नागरिकों को चीन की यात्रा करने पर पुनर्विचार करने के लिए ‘लेवल ३ की वॉर्निंग’ दी है। ‘चीन की हुकूमत स्थानीय कानून एकतरफा थोपती है। अमरीका के साथ अन्य विदेशी नागरिकों की गतिविधियों पर यकायक प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। उचित और पारदर्शी कानूनी प्रक्रिया का अभाव है’, इन शब्दों में चीन के वास्तव का अहसास कराया जा रहा हैं।

‘चीन में रहने वाले एवं यात्रा कर रहें अमरिकी नागरिकों को यकायक हिरासत में लेकर उनकी गिरफ्तारी हो सकती हैं। नागरिकों को दूतावास की सहायता देने से भी इन्कार किया जाएगा और उनके कथित अपराधों की जानकारी भी प्रदान नहीं होगी। चीनी हुकूमत ने जासूसी एवं अपराधों से संबंधित घटनाओं का दायरा भी बढ़ाया है और किसी भी फिजूल वजह से कार्रवाई हो सकती है’, ऐसी चेतावनी अमरिकी विदेश विभाग ने दी है।

विदेश विभाग की इस चेतावनी को मई महीने में अमरिकी नागरिक पर जासूसी के आरोप लगाकर हुई सजा एवं प्रमुख अमरिकी कंपनियों पर हुई कार्रवाई की कार्रवाई की पृष्ठभूमि होने की बात समझी जा रही हैं। अप्रैल २०२१ में चीनी यंत्रणाओं ने हाँगकाँग में जॉन शिंग-वैन लेऊंग नामक अमरिकी नागरिक को हिरासत में लिया था। मई महीने में जॉन शिंग को जासूसी के आरोप लगाकर उम्रकैद की सज़ा दी गई। शिंग के अलावा अभी भी कुछ अमरिकी नागरिक चीन की हिरासत में होने की बात कही जा रही है। साथ ही चीन ने अमरिकी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करना शुरू किया है।

साथ ही ताइवान के मुद्दे पर अमरीका-चीन का संघर्ष छिड़ने की संभावना बढ़ी है और अमरीका की प्रमुख यंत्रणा और अधिकारी लगातार इसपर ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। अगले कुछ सालों में ताइवान पर अपना अधिकार जताने के लिए चीन हमला कर सकता हैं, यह अमरिकी अधिकारियों का कहना हैं। ताइवान की खाड़ी में संघर्ष होने की संभावना से इन्कार करना मुमकिन नहीं है, ऐसी चेतावनी पेंटॅगॉन के प्रवक्ता लेफ्टनंट कर्नल मार्टिन मेनर्स ने हाल ही में दी थी। इस संभावित युद्ध की पृष्ठभूमि पर अमरीका ने ताइवान से अपने नागरिकों की रिहाई करने की तैयारी शुरू की है, यह वृत्त भी हाल ही में प्रसिद्ध हुआ था।

इसके मद्देनज़र अमरीका ने अपने नागरिकों को चीन यात्रा से संबंधित दी चेतावनी अहमियत रखती हैं। इसी बीच, अमरिकी विदेश विभाग ‘टैवल एडवायजरी’ जारी कर रहा था तभी अमरिकी वित्त मंत्री जैनेट येलेन गुरुवार को चार दिन के लिए चीन दौरे पर पहुंच रही हैं।

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