अमरिका-ईरान विवाद की पृष्ठभूमि पर भारत और अमरिकी विदेशमंत्री ने करी फोन पर बातचीत

नई दिल्ली/वॉशिंग्टन: अमरिका और ईरान के बीच संघर्ष शुरू होने की डरावनी संभावना सामने होते हुए अमरिका के विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने भारत के विदेशमंत्री एस. जयशंकर के साथ फोन पर बातचीत की है| इस बातचीत का पुरा ब्यौरा अभी उजागर नही हुआ है| लेकिन, २५ से २७ जून के दौरान विदेशमंत्री पोम्पिओ भारत की यात्रा पर रहेंगे, यह जानकारी भारतीय विदेश मंत्रालय ने दी|

जून २८ और २९ के दौरान जापान में ‘जी-२०’ देशों की परिषद हो रही है| इस परिषद के लिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प उपस्थित रहेंगे| इस दौरान दोनों नेताओं की अहम बातचीत होने की उम्मीद है| इस बातचीत की पूर्व तैयारी करने ही अमरिकी विदेशमंत्री भारत की यात्रा कर रहे है, यह चर्चा थी| अमरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मॉर्गन ऑर्टेगस ने भी इस समाचार का समर्थन किया है| अमरिका के लिए भारत एक अहम भागीदार देश है और विदेशमंत्री पोम्पिओ इनकी इस भारत यात्रा के दौरान यह भागीदारी और भी मजबूत होगी, यह दावा ऑर्टेगस ने किया है|

साथ ही भारत और अमरिका की सामरिक भागीदारी भी दृढ करने पर विदेशमंत्री पोम्पिओ अहम चर्चा करेंगे, यह ऑर्टेगस ने कहा| वही, भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रविश कुमार इन्होंने भी पोम्पिओ की भारत यात्रा की ओर उत्सुकता के साथ देखने का दावा किया| लेकिन, उनकी यह यात्रा भारत और अमरिका के लिए एक बडा अवसर होने की बात रविश कुमार इन्होंने कही है|

भारत और अमरिका के बीच फिलहाल व्यापारी विवाद शुरू है औ़र भारत व्यापारी सहुलियत दे नही रहा यह अमरिका की तकरार है| भारत ने भी अमरिका पर इसी प्रकार के आरोप रख रहा है और अपनी मांग अमरिका से सामने भी रखी जा रही है| इस व्यापारी विवाद का जल्द ही नतीजा निकलेगा और दोनों देशों में व्यापारी एवं सामरिक सहयोग नई उंचाई पर पहुंचेगा, यह दावा दोनों देशों के विशेषज्ञ व्यक्त कर रहे है| साथ ही जापान में हो रही ‘जी-२०’ परिषद के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रध्यक्ष ट्रम्प इसी भेंट काफी अहम होगी और उसी की पूर्वतैयारी विदेशमंत्री पोम्पिओ अपनी भारत यात्रा के दौरान करेंगे| इस वजह से दोनों देशों के विशेषज्ञ इस यात्रा की ओर गंभीरता से देख रहे है|

अमरिका और खाडी देशों का ईरान के साथ बना विवाद काफी हदतक बढा है और ऐसे में इस विषय पर भारत की भूमिका को अहमियत है| ऐसी स्थिति में अमरिकी विदेशमंत्री ने भारत के विदेशमंत्री से की बातचीत ध्यान आकर्षित कर रही है|

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