बायडेन-नेत्यान्याहू विवाद चरम स्तर पर होते हुए अमरिकी प्रतिनिधि सदन के सभापति ने शुरू किया इस्रायल दौरा

जेरूसलम – ईरान और अन्य मुद्दों के कारण बायडेन प्रशासन और इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू के बीच मतभेद हुए हैं। इसका नतीजा यह हुआ की बायडेन प्रशासन ने इस्रायली नेताओं से व्हाईट हाऊस में मुलाकात करने से इन्कार करने की खबरे प्राप्त हो रही हैं। ऐसे में अमरिकी प्रतिनिधि सदन के सभापति केविन मैक्कार्थी ने इस्रायल का दौरा करके प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू को भरोसा दिलाया है। आनेवाले समय में अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने नेत्यान्याहू को अमरिका आने का न्यौता नहीं दिया तो हम स्वयं इस्रायली प्रधानमंत्री को आमंत्रित करेंगे, यह ऐलान मैक्कार्थी ने किया।  

बायडेन-नेत्यान्याहूअमरिकी प्रतिनिधी सदन के अध्यक्ष मैक्कार्थी ने सोमवार को इस्रायली संसद को संबोधित किया। इस्रायल की आज़ादी का यह ७५ वां वर्ष हैं। इस्रायल की स्थापना से ही अमरीका अब तक इस्रायल का मित्र देश रहा है और आगे भी रहेगा। अमरीका में किसी भी पार्टी की सरकार बनी तो भी इस्रायल का द्विपक्षीय समर्थन कायम था, इसकी याद मैक्कार्थी ने ताज़ा की। लेकिन, पिछले कुछ सालों से अमरीका का यह द्विपक्षीय समर्थन कम हो रहा हैं, ऐसी आलोचना करके मैक्कार्थी ने बायडेन प्रशासन को लक्ष्य किया।  

बायडेन-नेत्यान्याहूइस्रायल के प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने न्यायिक सुधार और वेस्ट बैंक को लेकर अपनाई भूमिका पर बायडेन प्रशासन ने नाराज़गी व्यक्त की है। साथ ही नेत्यान्याहू की सरकार के जहाल विचार धारा के नेताओं को लेकर भी बायडेन प्रशासन नाखूश है। कुछ दिन पहले उनकी सरकार के कुछ नेताओं को अमरीका का न्यौता भी नहीं देंगे, ऐसे संकेत दिए गए थे। अबतक इस्रायल के प्रधानमंत्री को अमरीका ने सबसे पहले व्हाईट हाऊस आने का न्यौता दिया था।

लेकिन, नेत्यान्याहू ने इस्रायल की बागड़ोर संभालने के बाद चार महीने बीत गए हैं और अब तक व्हाईट हाऊस का न्यौता प्राप्त नहीं हुआ है। इस पृष्ठभूमि पर मैक्कार्थी ने बायडेन का विरोध होने के बावजूद इस्रायली प्रधानमंत्री को अमरीका आने का न्यौता देंगे, यह ऐलान किया। इसके ज़रिये मैक्कार्थी ने बायडेन प्रशासन को चुनौती दी है, ऐसी चर्चा माध्यमों में शुरू हुई हैं। 

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.