ब्रिटेन को भारत से महत्वाकांक्षी मुक्त व्यापारी समझौता करना है – ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषी सुनाक

लंदन – जर्मनी के बाद ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था भी संकटों से घिरी हैं। कोरोना और बाद में यूक्रेन युद्ध के कारण ब्रिटेन में महंगाई बढ़ रही हैं। नए प्रधानमंत्री ऋषी सुनाक ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था संभालेंगे, ऐसा विश्वास व्यक्त किया जा रहा था। लेकिन सुनाक सरकार की नीति भी ब्रिटेन की आर्थिक गिरावट रोकने में असफल होने की आलोचना हो रही हैं। ऐसी स्थिति में भारत के साथ अटका पड़ा मुक्त व्यापारी समझौता करने के लिए ब्रिटीश सरकार ने अपनी गतिविधियां तेज़ कर दी है। ब्रिटेन को भारत से महत्वाकांक्षी व्यापारी समझौता करना हैं, यह कहकर प्रधानमंत्री सुनाक ने अपने भारत दौरे में इसपर अहम निर्णय होने की उम्मीद जताई।

पिछले दो सालों से भारत और ब्रिटेन में मुक्त व्यापार समझौते पर बैठक हो रही हैं। ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने इसके लिए कोशिश शुरू की थी। लेकिन उनके बाद ब्रिटेन की सरकार बनाने वाली लिझ ट्रूस के कार्यकाल में इस पर उम्मीद के अनुसार प्रगति नहीं हुई। ट्रूस की सरकार भारत के साथ मुक्त व्यापारी समझौता करने के लिए उत्सुक ना होने के आरोप हुए थे। लेकिन, भारतीय वंश के ऋषी सुनाक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री होने के बाद ब्रिटेन और भारत का समझौता आगे बढ़ेगा, यह विश्वास व्यक्त किया जा रहा था।

अब तक इस मुक्त व्यापारी समझौते को लेकर दोनों देशों ने दस बैठक किए हैं। लेकिन, दोनों देशों को सभी मतभेद दूर करके यह समझौता आगे बढ़ाने में सफलता नहीं मिली है। जल्द ही दोनों देशों के प्रतिनिधियों की बैठक का ११ वां दौर होगा। इस बीच भारत में आयोजित हो रही ‘जी २०’ परिषद में शामिल होने के लिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री भारत आ रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौता हो, यह उम्मीद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री व्यक्त कर रहे हैं। इसी बीच, प्रधानमंत्री ऋषी सुनाक ने अपने सरकारी निवास ‘१० डाऊनिंग स्ट्रिट’ में ‘यूके-इंडिया वीक २०२३’ का आयोजन किया था। भारतीय कला क्षेत्र की हस्तियां इस बैठक के लिए आमंत्रित थी। यह उनके भारत दौरे की तैयारी होने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं।

यूक्रेन युद्ध यूरोपिय देशों को नुकसान पहुंचा रहा हैं और ईंधन से लेकर अन्य कई चीजों के लिए रशिया पर निर्भर यूरोपिय देशों की अर्थव्यवस्था डूबने की कगार पर पहुंची दिख रही है। यूरोप की अस्थिरता से ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था पर भी असर होता दिख रहा है। जल्द ही ब्रिटेन को भी मंदी का सामना करना होगा, ऐसी चेतावनियां आर्थिक विशेषज्ञ दे रहे हैं। ऐसी स्थिति में भारत के साथ मुक्त व्यापारी समझौता हुआ तो इससे ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को बड़ा आधार प्राप्त होगा। इसके बावजूद ब्रिटेन इस समझौते के लिए भारत की मांगे पूरी करने के लिए तैयार नहीं हैं।

ब्रिटेन की अंदरुनि राजनीति का असर इस व्यापारिक समझौते पर होता दिख रहा है। लेकिन, इसके लिए हो रही देरी आखिर में ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था पर असर करती दिखने लगी है। खास तौर पर महाशक्ति अमरीका ने भारत के प्रधानमंत्री का किया अपूर्व स्वागत और अमरिकी उद्यमी एवं निवेशकों ने भारत के प्रदानमंत्री को दिए समर्थन के मद्देनज़र यह मुक्त व्यापारी समझौता हमारे देश लिए बड़ा अहम होने का अहसास ब्रिटेन के नेतृत्व को होता दिख रहा है। प्रधानमंत्री ऋषी सुनाक के बयान से यह बात रेखांकित हो रही है।

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